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वन विभाग के अंतर्गत वनरक्षक एवं क्षेत्र रक्षक (कार्यपालिक) एवं जेल विभाग के अंतर्गत जेल प्रहरी एवं सहायक जेल अधीक्षक (कार्यपालिक) पदों की सीधी परीक्षा के जारी हुये प्रवेश पत्र

Madhya Pradesh MPESB / PEB Van Rakshak & Kshetra Rakshak (Karyapalik) (Van Vibhag), Jail Prahari (Karyapalik) Recruitment 2022 Admit Card for 2112 Post

ADMIT CARD

वन विभाग के अंतर्गत वनरक्षक एवं क्षेत्र रक्षक (कार्यपालिक) एवं जेल विभाग के अंतर्गत जेल प्रहरी एवं सहायक जेल अधीक्षक (कार्यपालिक) पदों की सीधी परीक्षा 2022-23

Madhya Pradesh Employee Selection Board MPESB
जिसे पहले प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड PEB नाम दिया गया था, ने वन रक्षक और क्षेत्र रक्षक (कार्यपालिक) (वन विभाग), जेल प्रहरी (कार्यपालिक) (जेल विभाग) डायरेक्ट रिक्रूटमेंट टेस्ट- 2023 जारी किया है। वे उम्मीदवार जो रिक्ति के साथ नामांकित हैं, वे एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं। एमपी फॉरेस्ट गार्ड, फील्ड गार्ड, जेल प्रहरी भर्ती 2023 में आयु सीमा, पाठ्यक्रम, संस्थानवार पद, चयन प्रक्रिया, वेतनमान से संबंधित जानकारी के लिए विज्ञापन देखें।
अधिक जानकारी –
आवेदन पत्र भरने की प्रारम्भ तिथी : 25-01-2023
आवेदन पत्र भरने की अंतिम तिथी : 08-02-2023

प्रवेश पत्र जारी करने कि तिथी :- 18/05/2023

इस बेवसाईट के माध्यम से चेक करे अपने परीक्षा तिथी और परीक्षा जगह के बारे मे
https://esb.mp.gov.in/tacs/tac_2023/JAIL_VAN_TAC23/default_tac.htm

खबर 2000 की

2000 notes will be back

रिजर्व बैंक 2000 का नोट सरकुलेशन से वापस लेगा लेकिन मौजूदा नोट अमान्य नहीं होगे रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 23 मई से 30 सितंबर तक 2000 के नोट लेकर बदलने के निर्देश जारी किए गए हैं।
आरबीआई के निर्देश के अनुसार एक बार में 20 हजार के ही नौट चेंज होंगें।


RBI RS 2000 DENOMINATION BANKNOTES-

देखे आर बी आई का आदेश –

NOTEBANDI2023
2000

आज जारी होगा CISCE 10 वी का रिजल्ट

काउंसिल फॉर द इंडियन इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE RESULT 2023)
काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE) ICSE रिजल्ट 2023 को
जारी करने के लिए तैयार है। CISCE बोर्ड कक्षा 10 की वार्षिक परीक्षा 2023 का परिणाम आज 14 मई 2023 दिन रविवार को दोपहर 3 बजे जारी किया जाएगा।
CISCE आधिकारिक वेबसाइट पर परिणाम जारी करेगा।

इस आधिकरिक वेबसाईट पर जारी होगा परिणाम

cisce.org
https://cisce.org

CISCE RESULT 2023

SSC CHSL 2023

कर्मचारी चयन आयोग कर रहा है ग्रुप सी के 1600 पदो पर भर्ती ssc chsl online form 2023

कर्मचारी चयन आयोग कर रहा है ग्रुप सी के 1600 पदो पर भर्ती

कर्मचारी चयन आयोग ग्रुप सी के पदों पर भर्ती के लिए एक प्रतियोगी परीक्षा आयोजित कर रहा है । भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों/विभागों/ कार्यालयों और विभिन्न संवैधानिक निकायों/सांविधिक निकायों/न्यायाधिकरणों आदि के लिए अपर मंडल लिपिक/कनिष्ठ सचिवालय सहायक, और डाटा एंट्री ऑपरेटर हेतु पदो पर भर्ती।

परीक्षा का विवरण निम्नानुसार है!!

ऑनलाइन आवेदन जमा करने की तिथियां – 09-05-2023 to 08-06-2023
ऑनलाइन आवेदन प्राप्त करने की अंतिम तिथि और समय- 08-06-2023 (23:00)
ऑनलाइन शुल्क भुगतान करने की अंतिम तिथि और समय- 10-06-2023 (23:00)
ऑफलाइन चालान जनरेट करने की अंतिम तिथि और समय- 11-06-2023 (23:00)
चालान के माध्यम से भुगतान की अंतिम तिथि (बैंक के कार्य समय के दौरान) -12-06-2023
‘एप्लिकेशन फॉर्म सुधार के लिए विंडो’ और सुधार शुल्क के ऑनलाइन भुगतान की तिथियां- 14-06-2023 to 15-06-2023 (23:00)
भाग- I (कंप्यूटर आधारित परीक्षा) की अनुसूची – Aug, 2023

जानिये पदो के हिसाब से मासिक वेतन –
1.1 Lower Division Clerk (LDC)/ Junior Secretariat Assistant (JSA): Pay Level-2 (Rs. 19,900-63,200).
1.2 Data Entry Operator (DEO): Pay Level-4(Rs. 25,500-81,100) and Level-5(Rs. 29,200-92,300).
1.3 Data Entry Operator, Grade ‘A’: Pay Level-4(Rs. 25,500-81,100).

आरक्षण-

  • अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी), अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी), आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस),
    भूतपूर्व सैनिक (ईएसएम) और बेंचमार्क विकलांग व्यक्तियों (पीडब्ल्यूबीडी) के उम्मीदवारों के लिए सभी श्रेणियों के पदों के लिए आरक्षण / सेवाएं,
    जहां भी लागू और स्वीकार्य हैं, मौजूदा सरकारी आदेशों के अनुसार मांगकर्ता मंत्रालयों/विभागों/कार्यालयों/कैडरों द्वारा निर्धारित और सूचित की जाएंगी।
  • आयोग विभिन्न पदों के लिए मांगकर्ता विभागों/संगठनों द्वारा सूचित रिक्तियों के अनुसार उम्मीदवारों का चयन करता है। किसी भी मांगकर्ता विभाग/संगठन की
    रिक्तियों की संख्या तय करने में आयोग की कोई भूमिका नहीं है। आरक्षण नीति का कार्यान्वयन, आरक्षण रोस्टर बनाए रखना, विभिन्न श्रेणियों के लिए रिक्तियों का
    निर्धारण और विभिन्न बेंचमार्क विकलांगों के लिए उपयुक्त पदों की उपयुक्तता की पहचान, मांगकर्ता विभागों/संगठनों के डोमेन के अंतर्गत हैं।
  • अधिकारिता विभाग द्वारा जारी अधिसूचना संख्या 38-16/2020-डीडी-III दिनांक 04.01.2021 के अनुसार विकलांग व्यक्तियों के अधिकार (RPwD) अधिनियम, 2016
    के तहत आयोग विभिन्न बेंचमार्क विकलांगों के लिए पदों की उपयुक्तता पर विचार करेगा। विकलांग व्यक्ति (दिव्यांगजन), सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय या जैसा कि
    विशिष्ट पदों के लिए मांगकर्ता विभागों/संगठनों द्वारा पहचाना और सूचित किया गया है!

नागरिकता –
जानिये कौन कर सकता है आवेदन –
निम्न में से एक उम्मीदवार तो होना चाहिए:-

  • (ए) भारत का नागरिक, या
    (बी) नेपाल का एक विषय, या
    (सी) भूटान का एक विषय, या
    (डी) भारतीय मूल का एक व्यक्ति जो पाकिस्तान, बर्मा, श्रीलंका, केन्या के पूर्वी अफ्रीकी देशों, युगांडा, तंजानिया के संयुक्त गणराज्य (पूर्व में तांगानिका और ज़ांज़ीबार), जाम्बिया, मलावी, ज़ैरे, इथियोपिया और वियतनाम से पलायन कर चुका है। भारत में स्थायी रूप से बसने का इरादा
  • बशर्ते कि उपर्युक्त श्रेणियों (बी), (सी) और (डी) से संबंधित उम्मीदवार वह व्यक्ति होगा जिसके पक्ष में भारत सरकार द्वारा पात्रता का प्रमाण पत्र जारी किया गया है।
  • एक उम्मीदवार जिसके मामले में पात्रता का प्रमाण पत्र आवश्यक है, उसे परीक्षा में प्रवेश दिया जा सकता है, लेकिन नियुक्ति का प्रस्ताव उसके द्वारा आवश्यक पात्रता प्रमाण पत्र जारी किए जाने के बाद ही दिया जाएगा (इसके बाद इसे ‘उसे’ के रूप में पढ़ा जा सकता है)।

आयु सीमा (01-08-2023 तक):

  1. कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग के कार्यालय ज्ञापन संख्या 14017/70/87-Estt.(RR) दिनांक 14-07-1988 के प्रावधानों के अनुसार आयु की गणना के लिए महत्वपूर्ण तिथि 01-08-2023 निर्धारित की गई है। पदों के लिए आयु सीमा 18-27 वर्ष है अर्थात 02-08-1996 से पहले और 01-08-2005 के बाद पैदा नहीं हुए उम्मीदवार आवेदन करने के पात्र हैं।
  2. भारत सरकार के मौजूदा नियमों/दिशानिर्देशों के अनुसार विभिन्न श्रेणियों के लिए ऊपरी आयु सीमा में अनुमेय छूट निम्नानुसार है!

Kedarnath Dham के कपाट खुले 20 क्विंटल फूलों से सजाया गया मंदिर

केदारनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खुल गए हैं। सुबह 6 बजकर 20 मिनट पर केदारनाथ मंदिर के कपाट खोल दिए गए। मंदिर को 20 क्विंटल फूलों से सजाया गया है। कपाट खुलने के बाद ढोल बजाकर जश्न मनाया गया।

मंदिर के कपाट जिस वक्त खोले गए उस समय वहां करीब आठ हजार श्रद्धालु पहुंचे थे। मौसम खराब रहने की आशंका के मद्देनजर सोमवार को श्रद्धालुओं को आगे बढ़ने की अनुमति नहीं दी जा रही थी। हालांकि जब मंगलवार की सुबह मंदिर के कपाट खुले तो वहां करीब आठ हजार के आसपास श्रद्धालु मौजूद थे। इस दौरान मंदिर को करीब 20 क्विंटल फूलों से सजाया गया था। अब अगले छह महीने तक श्रद्धालु मंदिरों के दर्शन कर सकेंगे।

निःशुल्क नेत्र जांच शिविर में 41 लोगो का होगा मोतियाबिंद का ऑपरेशन: सजग लोक कल्याण समिति

शिव मंदिर लोक न्यास ट्रस्ट घाटबिरोली तथा सजग लोक कल्याण समिति सांडिया के तत्वाधान में गायत्री प्रज्ञा पीठ घाट्बिरोली में निःशुल्क नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया गया ।
शिविर का शुभारंग शशांक पाटनकर (स्वास्थ्य अधिकारी प्रभात पट्ट्न) एवं मनिष नावन्गे भैसदेही ने फिता काटकर किया तथा कार्यक्रम में उपस्थित सभी गणमान्य अतिथियों ने सर्वप्रथम माँ गायत्री की पूजा अर्चना की तथा कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु माँ गायत्री से आशीर्वाद लिया । इस दौरान श्री पाटनकर ने निःशुल्क नेत्र जांच शिविर के आयोजन पर समिति और ट्रस्ट की सराहना की। सजग लोक कल्याण समिति सांडिया के संरक्षक श्री कुण्डलिक कालेलकर ने बताया की समिति द्वारा अभी तक कुल 1390 ऑपरेशन किया जा चुका है तथा आगे भी ये क्रम जारी रहेगा।

शिविर में 149 लोगो के नेत्रो की जांच की गयी जिसमें से 41 लोगो की आंखो में मोतियाबिंद पाया गया, जिसे चिन्हित कर ऑपरेशन के लिये लायंस आई हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर परासिया भेजा गया । जो पूर्णतः निःशुल्क है।
शिविर के शुभारंग के अवसर पर कार्यक्रम में मुख्य अतिथि घाटबिरोली सरपंच तारा हिरंशा इवनाते, भाऊराव गायकवाड़, कृष्णराव बारस्कर,शशांक पाटनकर (स्वास्थ्य अधिकारी प्रभात पटट्न) , मनीष नावँगे भैंसदेही, कमलेश कावडकर भैंसदेही, उपस्थित थे।

जिसमे ट्रस्ट के कार्यकर्ता राजेश साबले, आकाश बारस्कर, विशाल बारस्कर, नितिन गायकवाड़, रविन्द्र गायकवाड़, देवीराज साबले, हितेश कोलनकर, प्रमोद बारस्कर, गंगाधर बर्डे, भोजराव गायकवाड़, इत्यादि के साथ समाज सेवक अनिल गायकवाड़, विवेजराज गायकवाड़ शामिल रहें तथा सजग संगठन(NGO) सांडिया के कार्यकर्ता कुण्डलिक कालेलकर (संरक्षक) ,गुलाब सेलकरी (अध्यक्ष), चंद्रशेखर डोंगरे दिनेश ठाकरे सांडिया इत्यादि कार्यकर्ता उपस्थित थे |

असद के बाद अतीक का होगा एनकाउंटर बाबा ने बनाया मास्टर प्लान

असद के बाद अतीक का होगा एनकाउंटर बाबा ने बनाया मास्टर प्लान। पहले सबके सामने किया ऐलान अब शरू हुआ मिशन कामतमाम। अतीक अहमद के बेटे और उमेशपाल हत्यकांड के शूटर असद अहमद को आज यूपी एसटीफ ने मार गिराया उसके साथ ही शूटर मोहम्मद गुलाम भी ढेर हुआ है।

उत्तर प्रदेश सरकार लगातार गैंगस्टरों की दादागिरी खत्म करने में लगी हुई है आज उसी कड़ी में ये एक बड़ा एनकाउंटर माना जा रहा है ऐसे में अब अतीक पर भी खतरा मंडराता दिखाई दे रहा है क्योकि इस समय सोशल मीडिया पर योगी आदित्यनाथ की एक क्लिप बहुत तेजी से वायरल हो रही है जिसमे वो बोल रहे की एक एक गैंस्टर को मिट्टी में मिला देंगे।

हालाँकि ये क्लिप कुछ दिन पुरानी है लेकिन ये आज एक बार फिर सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रही है असद अहमद के एनकाउंटर के बाद लोगों का ये बोलना है की अगला नंबर अतीक अहमद का है असद अहमद काफी समय से  फरार चल रहा था और उस पर पांच लाख रुपये का इनाम था। लेकिन आज एनकाउंटर में ढ़ेर हो गया और जानकारी के मुताबिक पहले फायरिंग असद ने शरू की थी उसके बाद यूपी एसटीफ की टीम ने उसे मार गिराया जिसके बाद लोग जमकर सोशल मीडिया पर लिख और बोल रहे है और बहुत लोगो का ये भी कहना है की अगला नंबर अतीक का ही है।

Karnataka Elections 2023: बेटे बी. वाई. विजयेंद्र कहां से लड़ेंगे चुनाव, येदियुरप्पा ने किया खुलासा

शिवमोगा (कर्नाटक). कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा ने सोमवार को कहा कि उनके बेटे बी. वाई. विजयेंद्र 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव में जिले की शिकारीपुरा सीट से मैदान में उतरेंगे. येदियुरप्पा विधानसभा में छह बार इस सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. पहले ही चुनावी राजनीति से संन्यास की घोषणा कर चुके भाजपा के वरिष्ठ नेता ने अपने बेटे को मैसूर के वरुणा से कांग्रेस के दिग्गज सिद्धरमैया के खिलाफ मैदान में उतारने की संभावना से एक बार फिर इनकार किया. प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष विजयेंद्र ने शिकारीपुरा सीट से चुनाव लड़ने के लिए लोगों से आशीर्वाद मांगा.

येदियुरप्पा ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘विजयेंद्र पर वरुणा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने का दबाव था, लेकिन मैंने तय किया कि उन्हें शिकारीपुरा से चुनाव लड़ना चाहिए, क्योंकि यही वह निर्वाचन क्षेत्र था, जिसने मुझे राजनीतिक जीवन में पहचान और सम्मान दिलाया.’ येदियुरप्पा का बयान तब आया जब भाजपा के केंद्रीय संसदीय बोर्ड ने अभी तक उम्मीदवारों की सूची को मंजूरी नहीं दी है. केंद्रीय संसदीय बोर्ड पार्टी में निर्णय लेने वाली सर्वोच्च संस्था है, जिसके येदियुरप्पा सदस्य हैं. विजयेंद्र ने अपने संबोधन में कहा कि उनके पिता ने अपने पूरे राजनीतिक जीवन में हमेशा हर धार्मिक समुदाय को साथ लिया.

ये भी पढ़िए- Karnataka Assembly Election: मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई का ऐलान, अपने गृह क्षेत्र शिग्गांव से लड़ेंगे चुनाव

विजयेंद्र ने कहा कि अगर येदियुरप्पा राजनीतिक रूप से बढ़े हैं तो यह शिकारीपुरा में उनके कार्यकर्ताओं के काम के कारण. उन्होंने कहा कि न तो येदियुरप्पा और न ही उनके परिवार के सदस्य उनके (येदियुरप्पा के) आगे बढ़ने में लोगों के योगदान को कभी भूल सकते हैं. उन्होंने कहा, ‘मैं यहां आप सभी से अपील करने आया हूं कि आने वाले दिनों में मुझे सेवा का मौका दें.’ उन्होंने कहा कि वह समाज के सभी समुदायों को साथ लेकर चलेंगे. पिछले हफ्ते, येदियुरप्पा ने संकेत दिया कि उनका बेटा वरुणा से चुनाव लड़ सकता है, लेकिन अगले ही दिन उन्होंने इस संभावना से इनकार कर दिया था.

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Tags: BJP, BS Yediyurappa, Karnataka, Karnataka Assembly Elections

FIRST PUBLISHED : April 03, 2023, 18:54 IST

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Rajasthan BJP: सीपी जोशी के फरमान से मचा हड़कंप, कार्यकर्ताओं को सख्त हिदायत, नो स्लोगन-नो पब्लिसिटी

हाइलाइट्स

राजस्थान बीजेपी अध्यक्ष सीपी जोशी का नया आदेश
सीपी जोशी ने कार्यकर्ताओं को कहा व्यक्तिगत नारे ना लगाएं
व्यक्तिगत नारों से पार्टी धड़ों में बंट जाती है और चुनाव में नुकसान होता है

जयपुर. राजस्थान बीजेपी (Rajasthan BJP) में अब पार्टी आलाकमान के संदेशों की गूंज साफ सुनाई देने लगी है. नए प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी (CP Joshi) के फरमान के बाद नेताओं के लिए खुद के नारे लगवाना मुसीबत का सबब बन सकता है. प्रदेशाध्यक्ष की कुर्सी संभालने के आठ दिन में ही सीपी ने नेताओं के साथ कार्यकर्ताओं को भी कड़ी नसीहत दे डाली है. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि नो स्लोगन, नो पब्लिसिटी प्लीज. काम करो, नाम की चिंता न करो.

27 मार्च को प्रदेशाध्यक्ष का पद संभालने के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए सीपी जोशी के सामने जब कार्यकर्ता नारे लगाने लगे तब उन्होंने उनको दो टूक शब्दों में सख्त हिदायत दे डाली. उसमें भावुकता भी थी तो प्रदेश अध्यक्ष के कड़े निर्देश भी. सीपी ने जोशीले कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि
मुझे जिंदा देखना चाहते हो तो मेरा आज के बाद नारा मत लगाना. अगर नारे ही लगाने हैं तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,अमित शाह, जेपी नड्डा और बीजेपी जिंदाबाद के साथ भारत माता के नारे ही लगने चाहिए. इसके अलावा और कोई भी नारा नहीं लगना चाहिए. सोमवार को टोंक में भी बीजेपी स्टेट चीफ सीपी जोशी ने अपना बयान दोहराया और कार्यकर्ताओं को व्यक्तिगत नारे लगाने से साफ मना कर दिया.

चुनावी साल में सीपी के नये फरमान के मायने क्या
सीपी को पार्टी आलाकमान की ओर से गुटबाजी से बचने के साफ निर्देश दिये गये हैं. दिल्ली दरबार का साफ संदेश है कि खुद कार्यकर्ता की तरह काम करो. होर्डिंग बैनर, पोस्टर और नारों से बचे रहो तभी लंबे वक्त तक राजनीति की मुख्यधारा में रह पाओगे. सीपी पौने नौ साल से सांसद हैं. वो दिल्ली की नब्ज भली भांति जानते हैं. नरेंद्र मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा की वर्किंग को करीब से देखा है. बीजेपी को सूबे की सत्ता में लौटना है. उसके बाद अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में मोदी को फिर पीएम बनाना है.

आपके शहर से (जयपुर)

नारों से पार्टी धड़ों में बंट जाती है और चुनाव में नुकसान होता है
इसलिए बीजेपी ने जो लक्ष्य तय किये हैं उनमें नेताओं के नारों का भी मसला है. नारे एकता कम करते हैं और गुटबाजी को बढ़ावा देते हैं. नेताओं के कार्यकर्ता अपने नेता को बड़ा बनाने के फेर में प्रतिस्पर्धा पर उतर आते हैं. नतीजा पार्टी धड़ों में बंट जाती है और देर सवेर चुनावों में इसका नुकसान उठाना पड़ता है. सीपी को दिल्ली दरबार की उम्मीदों पर खरा उतरना है. विवादों से बचना है. इसलिए उन्हें केंद्र की लोक कल्याणकारी योजनाओं में बीजेपी की भलाई दिखती है. इससे एक पंथ दो काज होंगे. एक तो दिल्ली तक मैसेज पॉजीटिव पहुंचेगा और पार्टी गुटबाजी से भी बची रहेगी.

पीएम मोदी को सिर्फ काम पसंद है
नये दौर की बीजेपी में पीएम नरेंद्र मोदी सबसे बड़े किरदार हैं. उन्हें नाम की बजाय काम पसंद हैं. अमित शाह ने अपने अध्यक्षीय कार्यकाल में बीजेपी को विश्व की सबसे बड़ी पार्टी होने का सम्मान दिलाया तो अब जेपी नड्डा इसे जन जन की पार्टी बनाने के लिए दिन रात एक कर रहे हैं. पूरा देश भाजपामय है और संगठन की मजबूती ही इस पार्टी की सबसे बड़ी ताकत. जाहिर है सीपी दिल्ली के संदेश को पार्टी के ग्रास रूट के कार्यकर्ता तक पहुंचाकर मिशन 2023 की तैयारी में जुट गए हैं. इसमें प्रदेश नेतृत्व से लेकर पन्ना प्रमुख तक एकमुखी होकर बीजेपी को अजेय बनाने का संकल्प लेते दिखेंगे. बीजेपी में अब युवा नेताओं का दौर है. उन्हें पार्टी ने हवा में नहीं जमीन पर चलना सिखाया जा रहा है. सीपी भी अपनी एक ऐसी इमेज गढ़ने की कोशिश कर रहे हैं जिसमें वो काम के प्रदेशाध्यक्ष बनना चाहते हैं नाम के नहीं.

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Tags: Jaipur news, Rajasthan bjp, Rajasthan news, Rajasthan Politics

FIRST PUBLISHED : April 03, 2023, 19:11 IST

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Turkey Earthquake: मलबे से 5 दिन बाद निकला था यह बच्चा, अब 54 दिन बाद सामने आई मां, जानें कैसे हुआ ये चमत्कार?

तुर्की. पिछले महीने तुर्की में आए भीषण भूकंप के बाद मलबे के नीचे दबे रहने के लगभग 128 घंटे बाद बचाए गए ‘चमत्कारिक बच्चे’ ने सोशल मीडिया पर लाखों लोगों का दिल जीत लिया था. हालांकि, इस बीच उसकी मां की मौत की खबर सामने आ रही थी, लेकिन 54 दिनों के बाद अब पता चला है कि इस मासूम बच्चे की मां जिंदा है. यूक्रेन के मंत्री एंटोन गेराशचेंको ने सोमवार को इसको लेकर जानकारी साझा की है. डीएनए रिपोर्ट से उसके असली मां होने की पुष्टि की जा चुकी है.

यूक्रेन के मंत्री एंटोन गेराशचेंको ने बच्ची की मां के सामने आने को लेकर एक पोस्ट साझा कर कहा, ‘आपको उस बच्चे की यह तस्वीर याद होगी जिसने तुर्की में भूकंप के बाद मलबे के नीचे 128 घंटे बिताए थे. बताया गया था कि बच्चे की मां की मौत हो गई, लेकिन अब पता चला है कि उसकी मां जीवित है! उसका इलाज एक अलग अस्पताल में किया गया. 54 दिनों के अंतराल और डीएनए परीक्षण के बाद, वे फिर से एक साथ हैं.’

इस पोस्ट को 5.1 मिलियन से अधिक बार देखा गया है. एक यूजर ने इसे एक और चमत्कार कहते हुए लिखा- “अद्भुत खबर. मुझे बहुत खुशी है कि वे दोनों बच गए और एक-दूसरे के साथ वापस आ गए. इसे साझा करने के लिए धन्यवाद! एक अन्य ने कहा, “इस कहानी का दुखद लेकिन सुंदर अंत. आभारी हूं कि बच्चे को उसकी मां मिली. एक तीसरे ट्विटर यूजर ने टिप्पणी की, “कितनी अच्छी स्टोरी है. मां और बच्चा फिर से एक साथ. आशा है कि मां अपने बच्चे की देखभाल करने के लिए पर्याप्त हैं और अपने जीवन के बाकी हिस्सों का आनंद ले सकती हैं.”

गौरतलब है कि तुर्की में छह फरवरी को आए भीषण भूकंप में 48,000 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी. इसे 1939 के बाद से सबसे घातक भूकंपों में से एक बताया गया है. भीषण भूकंप के बाद हर तरफ तबाही का मंजर था. जो बच गए थे वह जीवन की राह ढूंढ़ने की कोशिश कर रहे थे. जो अब भी मलबे में फंसे थे, वह जिंदगी के लिए लड़ रहे थे. इस बीच 128 घंटे की बचाव अभियान के बाद एक मासूम को मलबे से जिंदा निकाला गया था.

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FIRST PUBLISHED : April 03, 2023, 19:21 IST

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