यात्री बस में हुयी लाखो रूपये की चोरी

यात्री बस में हुयी लाखो रूपये की चोरी

यात्री बस में हुयी लाखो रूपये की चोरी

यात्री बस में हुयी लाखो रूपये की चोरी:

मुलताई में व्यास ढाबे पर हैदराबाद से भोपाल जा रही वर्मा बस से 9 किलो चांदी और चार लाख रुपए नगदी चोरी हो गए। राजस्थान के कोटा के रहने वाले ज्वेलर्स विशाल विजयवर्गीय हैदराबाद से मालक बेचकर भोपाल जा रहे थे। बस मंगलवार सुबह 9:00 बजे ढाबे पर रुकी, तो विशाल पानी पीने और शौच के लिए उतरे। जब वापस आए, तो माल गायब था। मामले की शिकायत मुलताई पुलिस से की गई है।

थाना प्रभारी राजेश सातनकर ने बताया कि ढाबे के सीसीटीवी फुटेज चेक किया जा रहे हैं। बड़ी मात्रा में चांदी और नगदी यदि लाया जा रहा था, तो इसकी सूचना पुलिस को नहीं थी। व्यापारी विशाल विजयवर्गीय ने बताया कि वह पेशे से ज्वेलर्स हैं। हैदराबाद चांदी बेचने गए थे। हैदराबाद में उन्होंने जितनी चांदी बेची, उसके बिल भी उपलब्ध हैं। हैदराबाद से भोपाल जाने के लिए वर्मा ट्रैवल्स की बस में हैदराबाद से बैठे थे। बस नागपुर के पास व्यास ढाबे पर रुकी थी। नागपुर में जब बस रुकी, तो वह नहीं उतरे थे।

यात्री बस में हुयी लाखो रूपये की चोरी:लौटकर आए, तो चांदी गायब

व्यापारी ने बताया कि ढाबे पर बस रुकने पर सुबह 9 बजे शौच के लिए उतरे थे। इस दौरान उन्होंने स्लीपर कोच में चांदी से भरा बैग और नकदी का बैग रख दिया था। जब वह वापस आए, तो मौके से चांदी और रुपए गायब मिले। करीब 9 किलो चांदी और चार लाख रुपए से ज्यादा की राशि चुरा ले गए।

फिलहाल, वह बस के साथ आगे निकल गए थे। वह शाहपुर में उतरकर वापस अन्य बस से मुलताई आ रहे हैं। इसके बाद मामले की लिखित शिकायत करेंगे। थाना प्रभारी राजेश सातनकर ने बताया कि ढाबे के सीसीटीवी चेक करवा रहे हैं।

यात्री बस में हुयी लाखो रूपये की चोरी:60 ग्राम सोना और ढाई लाख रुपए भी चोरी

इधर, इंदौर के व्यापारी अंकित सोनी के साथ भी व्यास ढाबे पर ऐसी घटना रविवार रात 11:00 बजे हुई थी। अंकित नागपुर से इंदौर संजय ट्रैवल्स की बस से जा रहे थे। उनके कोच से 60 ग्राम सोना और दो लाख 35 हजार नकदी चोरी कर लिए गए थे। इसके बाद डायल 100 को भी बुलाया गया था। बस ने करीब एक से डेढ़ घंटे बस में सभी यात्रियों की जांच की थी, लेकिन माल नहीं मिल पाया। अंकित सोनी ने मंगलवार को थाने पहुंचकर शिकायत की। थाना प्रभारी राजेश सातनकर ने बताया कि बस के ड्राइवर से पूछताछ की जा रही है।

यात्री बस में हुयी लाखो रूपये की चोरी

Read Also:- खाद्य विभाग ने किया मुलताई मेले में निरीक्षण

Read Also :- Jawahar Navodaya Vidyalaya class 6th admit card

खाद्य विभाग ने किया मुलताई मेले में निरीक्षण

खाद्य विभाग ने किया मुलताई मेले में निरीक्षण - Betul today

खाद्य विभाग ने किया मुलताई मेले में निरीक्षण

खाद्य विभाग ने किया मुलताई मेले में निरीक्षण

मुलताई मेले में होटल संचालक घरेलू गैस सिलेंडरों का इस्तेमाल कर रहे हैं। शिकायत पर मंगलवार दोपहर 3.30 बजे खाद्य विभाग की टीम मेला पहुंची और निरीक्षण किया। इस दौरान टीम ने दो घरेलू गैस सिलेंडर जब्त किए हैं। इनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

कनिष्ठ खाद्य अधिकारी ममता सिरसाम ने बताया कि व्यापारियों को दुकान में साफ सफाई रखने के निर्देश दिए गए हैं। उन्हें बताया गया कि खाने-पीने की वस्तुओं को ढक कर रखे। और साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें।

खाद्य विभाग की टीम मेला पहुंची और निरीक्षण किया

मेले में एक दर्जन से ज्यादा होटल संचालित की जा रहीं हैं। इसमें से कुछ दुकानदार खाने-पीने की वस्तुओं को ढककर नहीं रख रहे थे और खुले में खाद्य सामग्री बेच रहे थे। जिसकी शिकायत खाद्य विभाग के अधिकारियों को मिली थी। इसके बाद लापरवाह दुकानदारों को कड़ी फटकार लगाई है।

खाद्य विभाग ने किया मुलताई मेले में निरीक्षण

मुलताई में पांडरिया देवबाबा मंदिर में भंडारा

मुलताई में पांडरिया देवबाबा मंदिर में भंडारा

मुलताई में पांडरिया देवबाबा मंदिर में भंडारा

मुलताई ब्लॉक के बरखेड़ गांव में रविवार को श्री पांडरिया देवबाबा मंदिर में बैतूल जिले का सबसे बड़ा भंडारा हुआ। कार्यक्रम में 150 चूल्हों पर पांच ट्रॉली पूड़ी, 40 गंज खीर और 40 गंज सब्जी बनाई गई। आयोजन में लगभग 50 हजार से ज्यादा लोगों ने प्रसादी ग्रहण की। इस भोजन को 100 लोगों ने 16 घंटे में तैयार किया है।

श्रद्धालु चेतराम ने बताया कि आयोजन में बरखेड़ के अलावा सावंगा, बंडिया, हतनापुर, सेमरिया, पंडरी, सिलादेही, पिपरिया, घाट पिपरिया, निंबोटी और आसपास के एक दर्जन से ज्यादा गांव के हजारों ग्रामीणों का सहयोग रहता है। भंडारे में शामिल होने के लिए दूरदराज से लोग बरखेड़ पहुंचते हैं। मान्यता है कि बाबा का आशीर्वाद लेने के बाद ग्रामीणों का साल अच्छा गुजरता है। सभी लोग मंदिर में पूजन करने के बाद भंडारे में प्रसादी ग्रहण करते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि यहां जिन लोगों की मन्नतें पूरी होती हैं, वे लोग यहां पूजन करते हैं।

शनिवार शाम से बन रहा भोजन

चेतराम ने बताया कि बरखेड़ में आयोजित भंडारे में 50 हजार से ज्यादा लोग प्रसादी ग्रहण करते हैं। ऐसे में शनिवार शाम से ही भोजन बनाने की शुरुआत हो गई थी। सब्जी और खीर शाम से ही बनना शुरू हो गई थी।

मुलताई में पांडरिया देवबाबा मंदिर में भंडारा

MP RUK JANA NAHI YOJNA RESULT 2024

MP RUK JANA NAHI YOJNA RESULT 2024

मध्यप्रदेश रुक जाना नही योजना रिजल्ट 2024

मध्य प्रदेश राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड (MPSOS) द्वारा MP RUK JANA NAHI YOJNA RESULT 2024 विभाग की ऑफिसियल वेबसाइट पर जारी कर दिया गया है। विद्यार्थी MPSOS की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर अपना रिजल्ट चेक कर सकते है। रिजल्ट डाउनलोड करने की डायरेक्ट लिंक इसी पोस्ट में आगे शेयर की गई है। MPSOS द्वारा बारहवीं कक्षा की परीक्षा का आयोजन 20 मई 2024 से और दसवीं कक्षा की परीक्षा का आयोजन 21 मई 2024 को किया गया था।

MP RUK JANA NAHI YOJNA RESULT 2024

मध्य प्रदेश राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड (MPSOS) द्वारा रुक जाना नहीं योजना और आ लौट चले योजना का परीक्षा का आयोजन किया गया था। विभाग की ऑफिसियल वेबसाइट पर ही रिजल्ट भी जारी कर दिया गया है। आवेदक रोल नंबर के द्वारा अपनी कक्षा के अनुसार दसवीं या बारहवीं का रिजल्ट डाउनलोड कर सकते है।

MP RUK JANA NAHI YOJNA RESULT 2024 : ऐसे देखे अपना रिजल्ट

MP RUK JANA NAHI YOJNA RESULT 2024
MP RUK JANA NAHI YOJNA RESULT 2024
  • सबसे पहले आपको MPSOS की ऑफिसियल वेबसाइट https://www.mpsos.nic.in/ पर जाना होगा।
  • वेबसाइट के होम पेज पर रिजल्ट की लिंक दी गई है।
  • जैसे ही आप रिजल्ट पर क्लिक करेंगे आपके सामने रुक जाना नहीं योजना रिजल्ट लिंक आ जाएगी।
  • अब आपको Ruk Jana Nahi MP Result 2024 पर क्लिक करना है।
  • अब अपनी कक्षा को चुनकर रोल नंबर के द्वारा रिजल्ट डाउनलोड करे।

कक्षा 10 वी का रिजल्ट देखने के लिए यहा क्लिक करे – क्लिक करे

कक्षा 12 वी का रिजल्ट देखने के लिए यहा क्लिक करे – क्लिक करे

MP RUK JANA NAHI YOJNA RESULT 2024

ग्राम बिरोली झिल्पा मे हुआ सेंट्रल बैंक के कियोस्क शाखा का शुभारंग

ग्राम बिरोली झिल्पा मे हुआ सेंट्रल बैंक के कियोस्क शाखा का शुभारंग

ग्राम बिरोली झिल्पा मे हुआ सेंट्रल बैंक के कियोस्क शाखा का शुभारंग

ग्राम बिरोली झिल्पा में सेंट्रल बैंक के कियोस्क शाखा का शुभारंग दिनांक 21/06/2023 दिन बुधवार को किया गया।
जिसमे मुख्य अतिथि के रुप मे सेंट्रल बैंक प्रभात पट्ट्न के मेंनेजर श्री किशोर गायकवाड ने फिता काटकर केंद्र का शुभारंग किया ।

कार्यक्रम मे ग्राम के नकुल परिहार ( सचिव) संदीप आठनेर ( शिक्षक) सुनील मर्सकोले (शिक्षक) भारत बुवाडे, रविंद्र कुमरे, साहेबलाल सलामे, महादेव पठाडे, रुपेश बेले, शुभम ढोबारे, शिवा पिंजारे, शंकर बारंगे, पतिराम सरियाम, सुंदर अमोदे, राजकुमार कुमरे, देवीराम ढोबारे, मूकेश बारंगे , हितेश कोलनकर इत्यादी लोग सामिल थे ।

ग्राम के सभी लोगो को सेंट्रल बैंक प्रभात पट्ट्न के मेंनेजर श्री किशोर गायकवाड ने गाव कि इस उप्लब्धि के लिये कियोस्क संचालक संदीप पवार को बधाई देकर कियोस्क शाखा मे होने वाले सभी कार्यो की जानकारी समस्त ग्रामवासियो को प्रदान की । जिसमे मुख्य रुप से होने वाले कार्य जैसे बेलेंस की जानकारी एवं स्टेटमेंट, नया खाता खोलना,मनी ट्रांसफर, प्रधानमंत्री बीमा योजना, आधार सीडिंग, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, नगद (जमा एवं निकासी), ऋण/क्रेडिट खाता, अटल पेंशन योजना, जमा (आरडी / एफडी), लाडली बहना योजना की किश्त , बुजुर्गो की पेंशन की नगद निकासी यह सभी कार्य किए जाएंगे।

अब नही जाना पडेगा बैंक –
कियोस्क संचालक संदीप पवार ने बताया कि अभी तक ग्राम के सभी लोग बच्चे, बुढे , तथा महिलाओ को 12 से 15 किलोमीटर दुर सेंट्रल बैंक घाटबिरोली या प्रभात पट्ट्न जाना पडता था , बैंक सर्वर डाउन होने पर खाली हाथ घर वापस आना पडता था परन्तु कियोस्क के खुलने से आस पास के गावो के लोगो को भी इसका लाभ मिलेगा जिससे समय की भी बहुत बचत होगी और कार्य भी जल्द हो जायेगा।

निःशुल्क नेत्र जांच शिविर में 41 लोगो का होगा मोतियाबिंद का ऑपरेशन: सजग लोक कल्याण समिति

शिव मंदिर लोक न्यास ट्रस्ट घाटबिरोली तथा सजग लोक कल्याण समिति सांडिया के तत्वाधान में गायत्री प्रज्ञा पीठ घाट्बिरोली में निःशुल्क नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया गया ।
शिविर का शुभारंग शशांक पाटनकर (स्वास्थ्य अधिकारी प्रभात पट्ट्न) एवं मनिष नावन्गे भैसदेही ने फिता काटकर किया तथा कार्यक्रम में उपस्थित सभी गणमान्य अतिथियों ने सर्वप्रथम माँ गायत्री की पूजा अर्चना की तथा कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु माँ गायत्री से आशीर्वाद लिया । इस दौरान श्री पाटनकर ने निःशुल्क नेत्र जांच शिविर के आयोजन पर समिति और ट्रस्ट की सराहना की। सजग लोक कल्याण समिति सांडिया के संरक्षक श्री कुण्डलिक कालेलकर ने बताया की समिति द्वारा अभी तक कुल 1390 ऑपरेशन किया जा चुका है तथा आगे भी ये क्रम जारी रहेगा।

शिविर में 149 लोगो के नेत्रो की जांच की गयी जिसमें से 41 लोगो की आंखो में मोतियाबिंद पाया गया, जिसे चिन्हित कर ऑपरेशन के लिये लायंस आई हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर परासिया भेजा गया । जो पूर्णतः निःशुल्क है।
शिविर के शुभारंग के अवसर पर कार्यक्रम में मुख्य अतिथि घाटबिरोली सरपंच तारा हिरंशा इवनाते, भाऊराव गायकवाड़, कृष्णराव बारस्कर,शशांक पाटनकर (स्वास्थ्य अधिकारी प्रभात पटट्न) , मनीष नावँगे भैंसदेही, कमलेश कावडकर भैंसदेही, उपस्थित थे।

जिसमे ट्रस्ट के कार्यकर्ता राजेश साबले, आकाश बारस्कर, विशाल बारस्कर, नितिन गायकवाड़, रविन्द्र गायकवाड़, देवीराज साबले, हितेश कोलनकर, प्रमोद बारस्कर, गंगाधर बर्डे, भोजराव गायकवाड़, इत्यादि के साथ समाज सेवक अनिल गायकवाड़, विवेजराज गायकवाड़ शामिल रहें तथा सजग संगठन(NGO) सांडिया के कार्यकर्ता कुण्डलिक कालेलकर (संरक्षक) ,गुलाब सेलकरी (अध्यक्ष), चंद्रशेखर डोंगरे दिनेश ठाकरे सांडिया इत्यादि कार्यकर्ता उपस्थित थे |

Karnataka Elections 2023: बेटे बी. वाई. विजयेंद्र कहां से लड़ेंगे चुनाव, येदियुरप्पा ने किया खुलासा

शिवमोगा (कर्नाटक). कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा ने सोमवार को कहा कि उनके बेटे बी. वाई. विजयेंद्र 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव में जिले की शिकारीपुरा सीट से मैदान में उतरेंगे. येदियुरप्पा विधानसभा में छह बार इस सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. पहले ही चुनावी राजनीति से संन्यास की घोषणा कर चुके भाजपा के वरिष्ठ नेता ने अपने बेटे को मैसूर के वरुणा से कांग्रेस के दिग्गज सिद्धरमैया के खिलाफ मैदान में उतारने की संभावना से एक बार फिर इनकार किया. प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष विजयेंद्र ने शिकारीपुरा सीट से चुनाव लड़ने के लिए लोगों से आशीर्वाद मांगा.

येदियुरप्पा ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘विजयेंद्र पर वरुणा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने का दबाव था, लेकिन मैंने तय किया कि उन्हें शिकारीपुरा से चुनाव लड़ना चाहिए, क्योंकि यही वह निर्वाचन क्षेत्र था, जिसने मुझे राजनीतिक जीवन में पहचान और सम्मान दिलाया.’ येदियुरप्पा का बयान तब आया जब भाजपा के केंद्रीय संसदीय बोर्ड ने अभी तक उम्मीदवारों की सूची को मंजूरी नहीं दी है. केंद्रीय संसदीय बोर्ड पार्टी में निर्णय लेने वाली सर्वोच्च संस्था है, जिसके येदियुरप्पा सदस्य हैं. विजयेंद्र ने अपने संबोधन में कहा कि उनके पिता ने अपने पूरे राजनीतिक जीवन में हमेशा हर धार्मिक समुदाय को साथ लिया.

ये भी पढ़िए- Karnataka Assembly Election: मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई का ऐलान, अपने गृह क्षेत्र शिग्गांव से लड़ेंगे चुनाव

विजयेंद्र ने कहा कि अगर येदियुरप्पा राजनीतिक रूप से बढ़े हैं तो यह शिकारीपुरा में उनके कार्यकर्ताओं के काम के कारण. उन्होंने कहा कि न तो येदियुरप्पा और न ही उनके परिवार के सदस्य उनके (येदियुरप्पा के) आगे बढ़ने में लोगों के योगदान को कभी भूल सकते हैं. उन्होंने कहा, ‘मैं यहां आप सभी से अपील करने आया हूं कि आने वाले दिनों में मुझे सेवा का मौका दें.’ उन्होंने कहा कि वह समाज के सभी समुदायों को साथ लेकर चलेंगे. पिछले हफ्ते, येदियुरप्पा ने संकेत दिया कि उनका बेटा वरुणा से चुनाव लड़ सकता है, लेकिन अगले ही दिन उन्होंने इस संभावना से इनकार कर दिया था.

ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|

Tags: BJP, BS Yediyurappa, Karnataka, Karnataka Assembly Elections

FIRST PUBLISHED : April 03, 2023, 18:54 IST

Source

Rajasthan BJP: सीपी जोशी के फरमान से मचा हड़कंप, कार्यकर्ताओं को सख्त हिदायत, नो स्लोगन-नो पब्लिसिटी

हाइलाइट्स

राजस्थान बीजेपी अध्यक्ष सीपी जोशी का नया आदेश
सीपी जोशी ने कार्यकर्ताओं को कहा व्यक्तिगत नारे ना लगाएं
व्यक्तिगत नारों से पार्टी धड़ों में बंट जाती है और चुनाव में नुकसान होता है

जयपुर. राजस्थान बीजेपी (Rajasthan BJP) में अब पार्टी आलाकमान के संदेशों की गूंज साफ सुनाई देने लगी है. नए प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी (CP Joshi) के फरमान के बाद नेताओं के लिए खुद के नारे लगवाना मुसीबत का सबब बन सकता है. प्रदेशाध्यक्ष की कुर्सी संभालने के आठ दिन में ही सीपी ने नेताओं के साथ कार्यकर्ताओं को भी कड़ी नसीहत दे डाली है. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि नो स्लोगन, नो पब्लिसिटी प्लीज. काम करो, नाम की चिंता न करो.

27 मार्च को प्रदेशाध्यक्ष का पद संभालने के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए सीपी जोशी के सामने जब कार्यकर्ता नारे लगाने लगे तब उन्होंने उनको दो टूक शब्दों में सख्त हिदायत दे डाली. उसमें भावुकता भी थी तो प्रदेश अध्यक्ष के कड़े निर्देश भी. सीपी ने जोशीले कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि
मुझे जिंदा देखना चाहते हो तो मेरा आज के बाद नारा मत लगाना. अगर नारे ही लगाने हैं तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,अमित शाह, जेपी नड्डा और बीजेपी जिंदाबाद के साथ भारत माता के नारे ही लगने चाहिए. इसके अलावा और कोई भी नारा नहीं लगना चाहिए. सोमवार को टोंक में भी बीजेपी स्टेट चीफ सीपी जोशी ने अपना बयान दोहराया और कार्यकर्ताओं को व्यक्तिगत नारे लगाने से साफ मना कर दिया.

चुनावी साल में सीपी के नये फरमान के मायने क्या
सीपी को पार्टी आलाकमान की ओर से गुटबाजी से बचने के साफ निर्देश दिये गये हैं. दिल्ली दरबार का साफ संदेश है कि खुद कार्यकर्ता की तरह काम करो. होर्डिंग बैनर, पोस्टर और नारों से बचे रहो तभी लंबे वक्त तक राजनीति की मुख्यधारा में रह पाओगे. सीपी पौने नौ साल से सांसद हैं. वो दिल्ली की नब्ज भली भांति जानते हैं. नरेंद्र मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा की वर्किंग को करीब से देखा है. बीजेपी को सूबे की सत्ता में लौटना है. उसके बाद अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में मोदी को फिर पीएम बनाना है.

आपके शहर से (जयपुर)

नारों से पार्टी धड़ों में बंट जाती है और चुनाव में नुकसान होता है
इसलिए बीजेपी ने जो लक्ष्य तय किये हैं उनमें नेताओं के नारों का भी मसला है. नारे एकता कम करते हैं और गुटबाजी को बढ़ावा देते हैं. नेताओं के कार्यकर्ता अपने नेता को बड़ा बनाने के फेर में प्रतिस्पर्धा पर उतर आते हैं. नतीजा पार्टी धड़ों में बंट जाती है और देर सवेर चुनावों में इसका नुकसान उठाना पड़ता है. सीपी को दिल्ली दरबार की उम्मीदों पर खरा उतरना है. विवादों से बचना है. इसलिए उन्हें केंद्र की लोक कल्याणकारी योजनाओं में बीजेपी की भलाई दिखती है. इससे एक पंथ दो काज होंगे. एक तो दिल्ली तक मैसेज पॉजीटिव पहुंचेगा और पार्टी गुटबाजी से भी बची रहेगी.

पीएम मोदी को सिर्फ काम पसंद है
नये दौर की बीजेपी में पीएम नरेंद्र मोदी सबसे बड़े किरदार हैं. उन्हें नाम की बजाय काम पसंद हैं. अमित शाह ने अपने अध्यक्षीय कार्यकाल में बीजेपी को विश्व की सबसे बड़ी पार्टी होने का सम्मान दिलाया तो अब जेपी नड्डा इसे जन जन की पार्टी बनाने के लिए दिन रात एक कर रहे हैं. पूरा देश भाजपामय है और संगठन की मजबूती ही इस पार्टी की सबसे बड़ी ताकत. जाहिर है सीपी दिल्ली के संदेश को पार्टी के ग्रास रूट के कार्यकर्ता तक पहुंचाकर मिशन 2023 की तैयारी में जुट गए हैं. इसमें प्रदेश नेतृत्व से लेकर पन्ना प्रमुख तक एकमुखी होकर बीजेपी को अजेय बनाने का संकल्प लेते दिखेंगे. बीजेपी में अब युवा नेताओं का दौर है. उन्हें पार्टी ने हवा में नहीं जमीन पर चलना सिखाया जा रहा है. सीपी भी अपनी एक ऐसी इमेज गढ़ने की कोशिश कर रहे हैं जिसमें वो काम के प्रदेशाध्यक्ष बनना चाहते हैं नाम के नहीं.

ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|

Tags: Jaipur news, Rajasthan bjp, Rajasthan news, Rajasthan Politics

FIRST PUBLISHED : April 03, 2023, 19:11 IST

Source

Turkey Earthquake: मलबे से 5 दिन बाद निकला था यह बच्चा, अब 54 दिन बाद सामने आई मां, जानें कैसे हुआ ये चमत्कार?

तुर्की. पिछले महीने तुर्की में आए भीषण भूकंप के बाद मलबे के नीचे दबे रहने के लगभग 128 घंटे बाद बचाए गए ‘चमत्कारिक बच्चे’ ने सोशल मीडिया पर लाखों लोगों का दिल जीत लिया था. हालांकि, इस बीच उसकी मां की मौत की खबर सामने आ रही थी, लेकिन 54 दिनों के बाद अब पता चला है कि इस मासूम बच्चे की मां जिंदा है. यूक्रेन के मंत्री एंटोन गेराशचेंको ने सोमवार को इसको लेकर जानकारी साझा की है. डीएनए रिपोर्ट से उसके असली मां होने की पुष्टि की जा चुकी है.

यूक्रेन के मंत्री एंटोन गेराशचेंको ने बच्ची की मां के सामने आने को लेकर एक पोस्ट साझा कर कहा, ‘आपको उस बच्चे की यह तस्वीर याद होगी जिसने तुर्की में भूकंप के बाद मलबे के नीचे 128 घंटे बिताए थे. बताया गया था कि बच्चे की मां की मौत हो गई, लेकिन अब पता चला है कि उसकी मां जीवित है! उसका इलाज एक अलग अस्पताल में किया गया. 54 दिनों के अंतराल और डीएनए परीक्षण के बाद, वे फिर से एक साथ हैं.’

इस पोस्ट को 5.1 मिलियन से अधिक बार देखा गया है. एक यूजर ने इसे एक और चमत्कार कहते हुए लिखा- “अद्भुत खबर. मुझे बहुत खुशी है कि वे दोनों बच गए और एक-दूसरे के साथ वापस आ गए. इसे साझा करने के लिए धन्यवाद! एक अन्य ने कहा, “इस कहानी का दुखद लेकिन सुंदर अंत. आभारी हूं कि बच्चे को उसकी मां मिली. एक तीसरे ट्विटर यूजर ने टिप्पणी की, “कितनी अच्छी स्टोरी है. मां और बच्चा फिर से एक साथ. आशा है कि मां अपने बच्चे की देखभाल करने के लिए पर्याप्त हैं और अपने जीवन के बाकी हिस्सों का आनंद ले सकती हैं.”

गौरतलब है कि तुर्की में छह फरवरी को आए भीषण भूकंप में 48,000 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी. इसे 1939 के बाद से सबसे घातक भूकंपों में से एक बताया गया है. भीषण भूकंप के बाद हर तरफ तबाही का मंजर था. जो बच गए थे वह जीवन की राह ढूंढ़ने की कोशिश कर रहे थे. जो अब भी मलबे में फंसे थे, वह जिंदगी के लिए लड़ रहे थे. इस बीच 128 घंटे की बचाव अभियान के बाद एक मासूम को मलबे से जिंदा निकाला गया था.

ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|

Tags: Earthquake, Turkey, Turkey earthquake

FIRST PUBLISHED : April 03, 2023, 19:21 IST

Source

देश का वो स्कूल जहां रविवार को होती है पढ़ाई, 101 सालों से यही नियम

देश का वो स्कूल जहां रविवार को होती है पढ़ाई, 101 सालों से यही नियम

 स्टोरी- बनवारीलाल चौधरी

पश्चिम बंगाल के इस इलाके में एक ऐसा हाई स्कूल है जो रविवार को खुला रहता है पर यहां सोमवार को छुट्टी होती है. यह नियम इस स्कूल में पिछले 101 वर्ष से लागू है. दूसरे स्कूल सोमवार से शनिवार तक, सप्ताह में छह दिन खुले रहते हैं और रविवार को इन स्कूलों में छुट्टी होती है. लेकिन पूर्वी बर्धमान का यह स्कूल अपवाद है.

जमालपुर ब्लॉक में स्थित पूर्वी बर्धमान के इस स्कूल का नाम है गोपालपुर मुक्तकेशी विद्यालय. रविवार को स्कूल के खुले होने का नियम देश के आज़ाद होने से पहले से यहां लागू है. और जैसा कि स्पष्ट है, इसके पीछे एक इतिहास है.

इस बारे में स्कूल के हेडमास्टर देबब्रत मुखर्जी ने कहा, ”इस नियम का इतिहास काफ़ी पुराना है. इस स्कूल की स्थापना से देश की आज़ादी का एक अध्याय जुड़ा है. गांधी जी के नेतृत्व में देश भर में असहयोग आंदोलन चलाया गया था जिसका मुख्य नारा था विदेशी वस्तुओं, विदेशी शैक्षिक संस्थानों, विदेशी भाषाओं का बहिष्कार और देशी वस्तुओं, देशी शिक्षा आदि को अपनाने पर जोर दिया गया था”.
उस समय इस गांव के जो प्रसिद्ध व्यक्ति गांधी जी के असहयोग आंदोलन का यहां नेतृत्व कर रहे थे, उन्होंने स्वदेशी विचारधारा से प्रेरित होकर इस स्कूल की स्थापना की थी. चूंकि अंग्रेजों ने रविवार को स्कूल की छुट्टी का नियम निर्धारित किया था, तो स्वदेशी की विचारधारा को अपनाते हुए इस दिन इस स्कूल को खुला रखने का नियम बनाया गया और इसके बदले सोमवार को स्कूल में छुट्टी होना निर्धारित किया गया. तभी से इस स्कूल में यह नियम चलता आ रहा है.

इस स्कूल की स्थापना भूषण चंद्र हलदर और अविनाश चंद्र हलदर ने की. स्कूल की स्थापना करने का निर्णय पूरी तरह अविनाश चंद्र हलदर का था और भूषण चंद्र हलदर ने उनको दिशानिर्देश दिया. इस स्कूल की स्थापना में राजबल्लभ कुमार और विजयकृष्ण कुमार ने वित्तीय मदद दी. इन्हीं लोगों की पहल पर इस स्कूल की स्थापना 5 जनवरी 1922 को हुई. इस समय इस स्कूल में 972 छात्र हैं.

आपके शहर से (दिल्ली-एनसीआर)

राज्य चुनें दिल्ली-एनसीआर

राज्य चुनें दिल्ली-एनसीआर

कक्षा 10 में पढ़ाई करने वाले इस स्कूल के छात्र आतिफ़ मलिक का कहना है, ”मुझे रविवार को स्कूल आना अच्छा लगता है. हमारे दोस्त भी स्कूल आते हैं. और चूंकि सोमवार को हमारी छुट्टी होती है जिसके कई फ़ायदे हैं जैसे कि अगर सरकारी ऑफ़िस में कोई काम है तो वह आप इस दिन कर सकते हैं. अगर यह छुट्टी रविवार को होती तो यह काम नहीं किया जा सकता”.

101 वर्ष पुराने इस स्कूल में छात्र से लेकर शिक्षक तक, किसी को भी इस नियम से कोई परेशानी नहीं होती है. यह भी कहा जाता है कि सरकार ने शुरू में इस नियम पर आपत्ति की थी पर जब उन्हें स्कूल के नियम और इसके पीछे के इतिहास के बारे में पता चला तो इसे मान लिया गया.

ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|

Tags: Education news, School Admission

FIRST PUBLISHED : April 03, 2023, 19:40 IST

Source