66kmpl के शानदार माइलेज के साथ बजाज को धुल चटाने आ गयी है Hero Xtreme 125R बाइक, कीमत सिर्फ इतनी

66kmpl के शानदार माइलेज के साथ बजाज को धुल चटाने आ गयी है Hero Xtreme 125R बाइक, कीमत सिर्फ इतनी भारतीय बाजार में 125 सीसी सेगमेंट में एक से बड़े एक प्लेयर हैं और इसमें हीरो मोटोकॉर्प ने एक्स्ट्रीम 125आर जैसी नई मोटरसाइकल के जरिये अपनी स्थिति और मजबूत करने की कोशिश की है। दरअसल, सारा खेल अब किफायती बाइक में अच्छे लुक और फीचर्स का है, ऐसे में हीरो मोटोकॉर्प ने एक्स्ट्रीम 125आर के जरिये ग्लैमर और पैशन के साथ ही सुपर स्प्लेंडर जैसी बाइक के बाद अपना क्लास और ऊपर किया है, जहां स्पोर्टी लुक और लेटेस्ट फीचर्स का दम दिख रहा है। एक्स्ट्रीम 125आर जब चलती है तो लोग इसे देखने हैं कि यार ये 125 सीसी की कौन सी नई बाइक आ गई है। साथ ही इसका राइडिंग एक्सपीरियंस भी काफी अच्छा है।

Hero Xtreme 125R बाइक फीचर्स डिटेल्स

इस बाइक के फीचर्स इसे कम्पटीशन से अलग बनाते हैं. 125cc की यह बाइक अपने सेगमेंट में पहली है जो प्रोजेक्टर एलईडी हेडलैंप और सिंगल चैनल एबीएस जैसे फीचर्स के साथ आती है. बाइक में फुल एलईडी लाइट सेटअप मिलता है. इसमें हेडलाइट और टेल लाइट के अलावा टर्न इंडिकेटर भी एलईडी में दिए गए हैं. इसके अलावा, इसमें हैजर्ड लाइट का भी फंक्शन भी दिया गया है. बाइक में फुल डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर भी दिया गया है जिससे यह बाइक प्रीमियम दिखती है.

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Hero Xtreme 125R बाइक डिज़ाइन डिटेल्स

हीरो एक्सट्रीम 125आर बजट प्राइस रेंज में फीचर लोडेड मोटरसाइकल है। ब्लैक, रेड और ब्लू जैसे 3 कलर ऑप्शन में उपलब्ध इस मोटरसाइकल में डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर मिलता है, जिसमें स्पीडोमीटर, टैकोमीटर, फ्यूल लेवल, ओडोमीटर और ट्रिप मीटर ऐक्सेस कर सकते हैं। बाद बाकी इसमें ब्लूटूथ कनेक्टिविटी सपोर्ट भी दिया गया है, जिसमें आप कॉल और एसएमएस अलर्ट मिलता है। एक्सट्रीम 125आर में यूएसबी चार्जिंग पोर्ट भी दिया गया है, जो कि समय की जरूरत है।

Hero Xtreme 125R बाइक इंजन डिटेल्स

कंपनी इस इस बाइक को नेकेड स्ट्रीट फाइटर डिजाइन दिया है. बाइक का पूरा डिजाइन काफी शार्प और अग्रेसिव है. इस बाइक पर बैठते ही आपको महसूस होगा कि आप कोई 125cc नहीं बल्कि उससे पॉवरफुल बाइक चला रहे हैं. डिजाइन के चलते यह अपने सेगमेंट में सबसे स्टाइलिश बाइक बन गई है. वहीं इसके सामने अब पल्सर और रेडर जैसी बाइक्स भी फीकी लगने लगी हैं.

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Hero Xtreme 125R बाइक कीमत डिटेल्स

हीरो Xtreme 125R के बेस मॉडल की कीमत 99,500 रुपये (एक्स-शोरूम) से शुरू होती है. वहीं ABS वाले इसके टॉप मॉडल की कीमत 99,500 रुपये, एक्स-शोरूम है. नोएडा (यूपी) के डीलरशिप पर इस बाइक की तगड़ी बुकिंग चल रही है. कई डीलरशिप पर यह बाइक आउट ऑफ स्टॉक हो गई है और डिलीवरी बुकिंग के 10-15 दिन बाद दी जा रही है.

स्टैंडअप इंडिया योजना के तहत 10 लाख से रु. 1 करोड़ के बीच बैंक ऋण, जाने पूरी डिटेल्स

स्टैंडअप इंडिया योजना के तहत 10 लाख से रु. 1 करोड़ के बीच बैंक ऋण, जाने पूरी डिटेल्स मोदी सरकार ने स्टैंड अप इंडिया स्कीम 2016 में लॉन्च की थी. ये औरतों और एससी-एसटी श्रेणी के लोगों के लिए है. यह कारोबारी रूप से महिलाओं को सक्षम करने के लिए शुरू की गई थी. अपने पैरों पर आर्थिक रूप से खड़ा होने, आंत्रप्रन्योरशिप को बढ़ावा देने के लिए इस स्कीम में लोन मिलता है लेकिन यह ऑफर केवल ग्रीन फील्ड प्रोजेक्ट्स यानी पहली बार काम खोलने वालों के लिए है. 18 वर्ष से अधिक आयु होनी चाहिए जो इसके तहत अप्लाई करना चाहती हैं तो. लोन की रकम 10 लाख रुपये से शुरू होती है. मैन्युफैक्चरिंग, सर्विसेस, कृषि संबंधित गतिविधियों या व्यापार क्षेत्र के लिए ही लोन मिलता है.

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स्टैंडअप इंडिया योजना

उत्तिष्ठ भारत (Stand-up India) योजना का उद्देश्य प्रत्येक बैंक शाखा द्वारा कम से कम एक अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति के उधारकर्ता और एक महिला उधारकर्ता को नई (Greenfield) परियोजना की स्थापना के लिए रु. 10 लाख से रु. 1 करोड़ के बीच बैंक ऋण प्रदान करना है। ये उद्यम विनिर्माण, सेवा या व्यापार क्षेत्र से संबंधित हो सकते हैं। गैर-व्यक्ति उद्यम के मामले में, 51% शेयरधारिता व नियंत्रक हिस्सेदारी अनुसूचित जाति /अनुसूचित जनजाति या महिला उद्यमी के पास होनी चाहिए।

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स्टैंडअप इंडिया योजना कैसी करती है काम

स्टैंडअप इंडिया योजना 5 अप्रैल 2016 को शुरू की गई थी. इसका उद्देश्य जमीनी स्तर पर उद्यमशीलता को बढ़ावा देकर आर्थिक सशक्तीकरण और रोजगार सृजन करना था.  योजना का वर्ष 2025 तक विस्तार किया गया है. अपना कारोबार शुरू करने और विनिर्माण, सेवा तथा व्यापार क्षेत्र और कृषि से जुड़े उद्यम लगाने में अनुसूचित जाति, जनजाति और महिला उद्यमियों के समक्ष आने वाली चुनौतियों के समाधान के लिए यह योजना शुरू की गई थी. वित्त मंत्री ने कहा, इस योजना ने एक परिवेश तैयार किया जो बैंकों से ऋण लेकर नए उद्यम लगाने की सुविधा देता है.

योजना का लाभ लेने के लिए पात्रता

– अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति और/या 18 वर्ष से अधिक आयु की महिला उद्यमी.
– योजना के तहत ऋण केवल ग्रीन फील्ड परियोजनाओं के लिए उपलब्ध हैं. ग्रीन फील्ड, इस संदर्भ में, निर्माण, सेवाओं या व्यापार क्षेत्र और कृषि से संबद्ध गतिविधियों में लाभार्थी का पहला बिजनेस हो.
– गैर-व्यक्तिगत उद्यमों के मामले में, 51% शेयरहोल्डिंग और नियंत्रण हिस्सेदारी या तो SC/ST या महिला उद्यमी के पास होनी चाहिए.
– उधारकर्ता किसी भी बैंक/वित्तीय संस्थान के लिए डिफॉल्टर नहीं होना चाहिए.
– इस योजना में ‘15% तक’ मार्जिन मनी का कॉन्सेप्ट है. इसके तहत किसी भी मामले में, उधारकर्ता को परियोजना लागत का कम से कम 10% अपने योगदान के रूप में लाना होगा.

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जरूरत की खबर- अब फिंगरप्रिंट से खुलेगा घर का ताला

जरूरत की खबर- अब फिंगरप्रिंट से खुलेगा घर का ताला

अब फिंगरप्रिंट से खुलेगा घर का ताला

आज के दौर में टेक्नोलॉजी हर रोज तेजी से विकसित हो रही है। बल्ब से लेकर घर के एप्लायंसेज तक सबकुछ डिजिटल और स्मार्ट हो रहा है।स्मार्ट होती इस दुनिया में आज फिंगरप्रिंट भी हमारी दिनचर्या का हिस्सा बन गया है। स्मार्टफोन, टैबलेट या लैपटॉप जैसे गैजेट्स को खोलने के लिए फिंगरप्रिंट का इस्तेमाल किया जाता है।लेकिन अब घर और ऑफिस के ताले भी स्मार्ट हो चले हैं क्योंकि बाजार में स्मार्ट फिंगरप्रिंट पैडलॉक आ चुके हैं। यह पैडलॉक उसी व्यक्ति के फिंगरप्रिंट से खुलेंगे, जिसका फिंगरप्रिंट इसमें ऐड होगा।यानी वे दिन गए जब हम चाबियों के सेट के साथ एक बड़े ताले का इस्तेमाल करते थे। अब घर या ऑफिस का दरवाजा सिर्फ आपकी उंगली से खुलेगा।

इसलिए आज जरूरत की खबर में बात करेंगे कि फिंगरप्रिंट पैडलॉक सेफ्टी क्या है? साथ ही जानेंगे कि-

  • फिंगरप्रिंट पैडलॉक कितना फायदेमंद है?
  • क्या फिंगरप्रिंट डोर पैडलॉक महंगे होते हैं?

सवाल- फिंगरप्रिंट डोर पैडलॉक क्या है?

जवाब- फिंगरप्रिंट पैडलॉक एक ऐसा पैडलॉक होता है, जिसमें एक टच पैनल या स्क्रीन होती है। हर पैडलॉक में एक सेंसर दिया होता है, जो फिंगरप्रिंट के मैच होने के बाद ही खुलता है।असल में पैडलॉक फिंगरप्रिंट को स्कैन करके उसका डेटा स्टोर करता है। ताले के टच पैनल पर एक थर्मल या ऑप्टिकल स्कैनर दिया होता है। इसी पर फिंगर को रखा जाता है और स्क्रीन के अंदर लगे सेंसर आपके फिंगरप्रिंट को स्कैन करके स्टोर्ड डेटा से उसका मिलान करते हैं। डेटा मैच होने के बाद पैडलॉक खुल जाता है।

सवाल- फिंगरप्रिंट पैडलॉक कितना फायदेमंद है?

जवाब- कोई भी व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति के फिंगरप्रिंट की नकल नहीं कर सकता है क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति का फिंगरप्रिंट अलग होता है। ऐसे में कोई भी बिना फिंगरप्रिंट के घर या ऑफिस का दरवाजा नहीं खोल सकता।इसके अलावा फिंगरप्रिंट ताले में चाबी लगाने की जरूरत नहीं पड़ती है। जिससे चाबी खोने या चोरी होने का भी जोखिम नहीं रहता है।यह बहुत ही सुरक्षित और यूजर फ्रेंडली होता है। इसे कोई भी आसानी से इस्तेमाल कर सकता है।

जरूरत की खबर- अब फिंगरप्रिंट से खुलेगा घर का ताला

नीचे दिए ग्राफिक से समझिए कि फिंगरप्रिंट पैडलॉक कितना फायदेमंद हैं।

आइए ग्राफिक में दिए पॉइंट्स को विस्तार से समझते हैं।

  • फिंगरप्रिंट पैडलॉक में एक साथ मल्टीपल लोगों के फिंगरप्रिंट कनेक्ट कर सकते हैं। यानी अगर आपके घर में कई सदस्य हैं तो कोई भी आसानी से दरवाजा खोल सकता है। इसमें चाबी खोने या पासवर्ड भूल जाने की चिंता नहीं है। इसका इस्तेमाल बच्चे, बुजुर्ग हर उम्र के लोग कर सकते हैं।
  • फिंगरप्रिंट पैडलॉक में एक बैटरी होती है, जिसे USB केबल से आसानी से चार्ज किया जा सकता है। अधिकांश फिंगरप्रिंट पैडलॉक फुल चार्ज होने के बाद करीब 1000 से ज्यादा बार अनलॉक हो सकते हैं।
  • स्मार्ट फिंगरप्रिंट पैडलॉक के लिए किसी ऐप या Wi-Fi की जरुरत नहीं होती है। आपकी उंगली ही असली चाबी है और इसे अनलॉक होने में केवल 1 सेकेंड का समय लगता है।

सवाल- क्या फिंगरप्रिंट पैडलॉक महंगे होते हैं?

जवाब- हां, नॉर्मल पैडलॉक की तुलना में फिंगरप्रिंट पैडलॉक थोड़े महंगे होते हैं। हालांकि कई ई-कॉमर्स वेबसाइट्स पर ऑफर्स चलते रहते हैं, जिसमें 40 से 50% का डिस्काउंट रहता है। अच्छी क्वालिटी के फिंगरप्रिंट पैडलॉक की कीमत 1500 रुपए से शुरू हो जाती है।

सवाल- फिंगरप्रिंट दरवाजों के ताले कैसे काम करते हैं?

जवाब- फिंगरप्रिंट पैडलॉक आपके फिंगरप्रिंट डेटा को स्कैन करके उसे नंबर्स टेम्पलेट में बदलते हैं।

जब आप पहली बार अपनी उंगली स्कैनर पर रखते हैं तो नंबर्स डेटा में कन्वर्ट होता है और फिंगरप्रिंट टेंपलेट में सेव हो जाता है।

अगली बार जब कोई सेंसर पर अपनी उंगली रखता है तो यह पहले से सेव किए गए डेटा से मिलाता है। अगर मिलान सही होता है तो दरवाजा तुरंत खुल जाता है। वहीं डेटा का सही मिलान न होने पर दरवाजा नहीं खुलता है।

सवाल- फिंगरप्रिंट पैडलॉक का इस्तेमाल करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

जवाब- फिंगरप्रिंट पैडलॉक आपके घर की सेफ्टी में एक और लेबल बढ़ाता है। हालांकि फिंगरप्रिंट पैडलॉक का इस्तेमाल करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। जैसेकि-

  • अनलॉक करते समय हाथ गीले न हों और साफ हों।
  • फिंगरप्रिंट स्कैनर गंदा न हो। अगर वह गंदा है तो पहले उसे साफ करें।
  • आपके फिंगरप्रिंट का 80% हिस्सा स्कैनर एरिया को छू रहा हो।
  • पैडलॉक रिचार्ज है या नहीं, यह जरूर चेक करते रखें।

सवाल- क्या पैडलॉक वॉटरप्रूफ होते हैं?

जवाब- स्मार्ट पैडलॉक को इनडोर और आउटडोर दोनों जगहों पर इस्तेमाल कर सकते हैं। पानी की हल्की बूंदों से इन पर कोई फर्क नहीं पड़ता है। कई फिंगरप्रिंट पैडलॉक IP60 से IP67 तक की सेफ्टी के साथ आते हैं। IP (इन्ग्रेस प्रोटेक्शन) की रेटिंग इंटरनेशनल इलेक्ट्रोटेक्निकल कमीशन द्वारा निर्धारित मानक के आधार पर होती है, जो यह तय करती है कि कोई डिवाइस कितने पानी या मिट्टी को सह सकती है।

जरूरत की खबर- अब फिंगरप्रिंट से खुलेगा घर का ताला

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सवाल- पैडलॉक में फिंगरप्रिंट कैसे सेट कर सकते हैं?

जवाब- पैडलॉक में फिंगरप्रिंट सेट करना बेहद आसान है। यह बिल्कुल वैसा ही है, जैसे आप किसी स्मार्टफोन पर अपना फिंगरप्रिंट ऐड करते हैं।

नीचे दिए स्टेप्स को फॉलो करके पैडलॉक में फिंगरप्रिंट ऐड कर सकते हैं।

  • 10 सेकेंड के लिए फिंगरप्रिंट एरिया को टच करें। एक ब्लू लाइट जलेगी।
  • ब्लू लाइट जलने के बाद पहला फिंगरप्रिंट (एडमिन) ऐड करें। जब फिंगरप्रिंट ऐड हो जाएगा तो ग्रीन लाइट जल जाएगी।
  • पहली बार फिंगरप्रिंट को एक्टिवेट करने के लिए उंगली को 360 डिग्री के एंगल पर घुमाना होगा।
  • एक से ज्यादा फिंगरप्रिंट जोड़ने के लिए एडमिन के फिंगरप्रिंट को लगाना जरूरी है।
  • फिंगरप्रिंट डेटा हटाने के लिए एडमिन को 10 सेकंड तक स्कैनर दबाना होगा। जैसे ही रेड लाइट जल जाए तो डेटा क्लीन हो जाएगा।

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देश का वो स्कूल जहां रविवार को होती है पढ़ाई, 102 सालों से यही नियम

 स्टोरी- बनवारीलाल चौधरी

देश का वो स्कूल जहां रविवार को होती है पढ़ाई, 101 सालों से यही नियम
देश का वो स्कूल जहां रविवार को होती है पढ़ाई, 101 सालों से यही नियम

पश्चिम बंगाल के इस इलाके में एक ऐसा हाई स्कूल है जो रविवार को खुला रहता है पर यहां सोमवार को छुट्टी होती है. यह नियम इस स्कूल में पिछले 102 वर्ष से लागू है. दूसरे स्कूल सोमवार से शनिवार तक, सप्ताह में छह दिन खुले रहते हैं और रविवार को इन स्कूलों में छुट्टी होती है. लेकिन पूर्वी बर्धमान का यह स्कूल अपवाद है, जमालपुर ब्लॉक में स्थित पूर्वी बर्धमान के इस स्कूल का नाम है गोपालपुर मुक्तकेशी विद्यालय. रविवार को स्कूल के खुले होने का नियम देश के आज़ाद होने से पहले से यहां लागू है. और जैसा कि स्पष्ट है, इसके पीछे एक इतिहास है.

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इस बारे में स्कूल के हेडमास्टर देबब्रत मुखर्जी ने कहा, ”इस नियम का इतिहास काफ़ी पुराना है. इस स्कूल की स्थापना से देश की आज़ादी का एक अध्याय जुड़ा है. गांधी जी के नेतृत्व में देश भर में असहयोग आंदोलन चलाया गया था जिसका मुख्य नारा था विदेशी वस्तुओं, विदेशी शैक्षिक संस्थानों, विदेशी भाषाओं का बहिष्कार और देशी वस्तुओं, देशी शिक्षा आदि को अपनाने पर जोर दिया गया था”. उस समय इस गांव के जो प्रसिद्ध व्यक्ति गांधी जी के असहयोग आंदोलन का यहां नेतृत्व कर रहे थे, उन्होंने स्वदेशी विचारधारा से प्रेरित होकर इस स्कूल की स्थापना की थी. चूंकि अंग्रेजों ने रविवार को स्कूल की छुट्टी का नियम निर्धारित किया था, तो स्वदेशी की विचारधारा को अपनाते हुए इस दिन इस स्कूल को खुला रखने का नियम बनाया गया और इसके बदले सोमवार को स्कूल में छुट्टी होना निर्धारित किया गया. तभी से इस स्कूल में यह नियम चलता आ रहा है.

इस स्कूल की स्थापना भूषण चंद्र हलदर और अविनाश चंद्र हलदर ने की. स्कूल की स्थापना करने का निर्णय पूरी तरह अविनाश चंद्र हलदर का था और भूषण चंद्र हलदर ने उनको दिशानिर्देश दिया. इस स्कूल की स्थापना में राजबल्लभ कुमार और विजयकृष्ण कुमार ने वित्तीय मदद दी. इन्हीं लोगों की पहल पर इस स्कूल की स्थापना 5 जनवरी 1922 को हुई. इस समय इस स्कूल में 972 छात्र हैं.

देश का वो स्कूल जहां रविवार को होती है पढ़ाई, 102 सालों से यही नियम

5 वी एवं 8 वी का रिजल्ट जारी

5 वी एवं 8 वी का रिजल्ट जारी

राज्य शिक्षा केंद्र मध्यप्रदेश द्वारा 5 वी एवम 8 वी का रिजल्ट जारी कर दिया गया है । आप इस लिंक के माध्यम अपना रिजल्ट देख सकते है।

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5 वी एवं 8 वी का रिजल्ट जारी:- यहाँ देखे अपना रिजल्ट

https://www.rskmp.in/BoardExam/Result24/StudentResult.aspx

5 वी एवं 8 वी का रिजल्ट जारी

फेसबूक का सर्वर हुआ डाउन , युजर नही कर पा रहे दुबारा लागिन……..

आज दिनांक 5 मार्च को दोपहर 5 बजे के बाद फेसबूक के सर्वर मे तकनिकी खराबी होने के कारण लोग सोशल मिडिया प्लेटफार्म फेसबूक अकाउंट स्वतः लाग आउट हो गया जिसके बाद युसर द्वारा दुबारा लागिन करने के बाद लागिन नही कर पा रहे है!

साथ ही इंस्टाग्राम व मेसेंजर एप्लीकेशन का भी वही हाल है!

फेसबूक का सर्वर डाउन होने का मुख्य कारण अभी बताया नही जा रहा है!

फेसबूक का सर्वर हुआ डाउन , युजर नही कर पा रहे दुबारा लागिन……..

कालजयी शास्त्रीय गायक पं. कुमार गंधर्व अद्वितीय व्यक्तित्व के धनी – मुख्यमंत्री डॉ. यादव

कुमार गंधर्व जन्म शताब्दी वर्ष पर आयोजित कार्यक्रम में हुए शामिल

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव देवास में पद्मविभूषण पं. कुमार गंधर्व जन्म शताब्दी वर्ष को लेकर स्थानीय पं. कुमार गंधर्व प्रतिष्ठान द्वारा आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दीप प्रज्ज्वलित कर तीन दिवसीय कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में कलापिनी कोमकली ने पद्मविभूषण पं. कुमार गंधर्व की जन्म शताब्दी वर्ष कार्यक्रम की रूप रेखा बताई। देवास विधायक श्रीमती गायत्री राजे पवार ने कार्यक्रम में आभार माना।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पं. कुमार गंधर्व संगीत की दुनिया में अद्वितीय थे। हम धन्य है कि हमें जन्म शताब्दी कार्यक्रम में आने का सौभाग्य मिला है। हमनें देवताओं को तो नहीं देखा, न इंद्र की सभा में कभी गए, लेकिन पं. कुमार गंधर्व के माध्यम से समझ सकते हैं कि इंद्र की सभा कैसी होती होगी। कालजयी शास्त्रीय गायक पंडित कुमार गंधर्व अद्वितीय व्यक्तित्व के धनी थे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पद्मविभूषण पं. कुमार गंधर्व छाया चित्र की प्रदर्शनी का उद्घाटन कर अवलोकन भी किया। प्रदर्शनी में पं. कुमार गंधर्व के जीवन के अलग-अलग काल खंड के चित्र अवलोकन के लिए लगाए गए थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पंडित कुमार गंधर्व के जीवन पर आधारित टेबल कैलेंडर का विमोचन किया।

पं. कुमार गंधर्व देवास के कोहिनूर है। उन्होंने कहा कि प. कुमार गंधर्व छाया चित्र की प्रदर्शनी में दिख रहा है कि उन्होंने बड़े-बड़े कलाकारों के साथ बाल कलाकार के रूप सुंदर प्रस्तुतियां दी है। प्रदर्शनी में पं. कुमार गंधर्व के बाल कलाकार से बडे होने तक का विराट रूप देखा है। पं. कुमार गंधर्व अंतराष्ट्रीय स्तर पर भारत का गौरव है।

जन्म शताब्दी वर्ष कार्यक्रम के पहले दिन संगीत सभा की शुरुआत शास्त्रीय गायक भुवनेश कोमकली के गायन से हुई। पं. कुमार गंधर्व की जन्म शताब्दी वर्ष पर तीन दिवसीय कार्यक्रम होंगे जो 21 जनवरी तक चलेंगे। इसमें अलग-अलग कलाकार प्रस्तुतियाँ देंगे।

कार्यक्रम में सांसद श्री महेंद्र सिंह सोलंकी, विधायक श्रीमती गायत्री राजे पवार, श्री मनोज चौधरी, श्री आशीष शर्मा, श्री मुरली भंवरा, डॉ राजेश सोनकर, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती लीला अटरिया, देवास विकास प्राधिकरण अध्यक्ष श्री राजेश यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधि और अन्य अधिकारी एवं संगीत प्रेमी उपस्थित थे।

आमजन के जीवन में बदलाव लाने और नई पीढ़ी को संस्कारित करना मध्यप्रदेश सरकार की प्राथमिकता : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

आमजन के जीवन में बदलाव लाने और नई पीढ़ी को संस्कारित करना मध्यप्रदेश सरकार की प्राथमिकता

भगवान श्री कृष्ण के चरण जहाँ-जहाँ पड़े, उन्हें तीर्थ स्थल बनाने का निर्णय
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का पटना में भव्य अभिनंदन

आमजन के जीवन में बदलाव लाने और नई पीढ़ी को संस्कारित करना मध्यप्रदेश सरकार की प्राथमिकता : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री का दायित्व संभालने के बाद उन्होंने आम जनता के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का संकल्प लिया है। नागरिकों के लिए विभिन्न सुविधाओं का विकास कर उनके जीवन को सहज, सरल बनाने के साथ ही दूसरी महत्वपूर्ण प्राथमिकता उन महापुरूषों के योगदान से नई पीढ़ी को अवगत करवाने का कार्य भी करना है, जिससे भारतीय समाज को संस्कार मिले। भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण के प्रसंगों को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाने की पहल के साथ ही नई शिक्षा नीति में सनातन संस्कृति का पाठ्यक्रमों में समावेश हमारा संकल्प है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने सांदीपनी आश्रम उज्जैन में शिक्षा ग्रहण की थी। मध्यप्रदेश में जहाँ-जहाँ भगवान श्रीकृष्ण के चरण पड़े हैं, उन स्थानों को तीर्थ स्थान के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया है।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पटना में श्री कृष्ण चेतना विचार मंच द्वारा आयोजित अभिनंदन समारोह में भाग लिया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गांधी मैदान स्थित श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में शंख ध्वनि के बीच दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। विभिन्न संगठनों द्वारा मुख्यमंत्री डॉ. यादव को पुष्पगुच्छ, शॉल व अभिनंदन पत्र भेंट कर तथा मुकुट पहनाकर स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव का श्री कृष्ण चेतना विचार मंच के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) श्री राजेन्द्र प्रसाद, महासचिव (पूर्व आईएएस) डॉ. गोरेलाल यादव, महामंडलेश्वर महंत डॉ. सुखदेव दास, बिहार प्रदेश यादव महासभा, श्री कृष्ण चेतना परिषद, श्री कृष्ण चेतना संघ, श्री कृष्ण विचार मंच, श्री गोपीकृष्ण गो आश्रम, जयपाल सिंह यादव फाउंडेशन के पदाधिकारियों आदि ने स्वागत किया।

भगवान श्री कृष्ण की शिक्षा-दीक्षा हुई उज्जैन में, उनका जीवन धर्म की स्थापना में बीता

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि माता सीता की जन्मस्थली बिहार आकर मैं स्वयं को सौभाग्यशाली मानता हूं। ऐसी पवित्र धरती को मैं प्रणाम करता हूँ। यह भगवान महावीर स्वामी जी की धरती है, जिससे बिहार की पहचान है। साथ ही सम्राट अशोक की भी धरती है। सम्राट अशोक का मध्यप्रदेश उज्जैन से खासतौर पर अलग तरह का रिश्ता रहा है। हजारों साल से मध्यप्रदेश और बिहार का रिश्ता है। प्राचीन काल से मध्यप्रदेश की भूमिका महत्वपूर्ण रही थी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि बाबा महाकाल की नगरी में ही भगवान श्री कृष्ण का विवाह हुआ। भगवान श्री कृष्ण की शिक्षा-दीक्षा भी उज्जैन में हुई। शिक्षा के मामले में हमारा समाज कितना जागृत है, इसका उदाहरण पांच हजार साल पहले भगवान श्री कृष्ण के काल से भी जुड़ता है। जब भगवान श्री कृष्ण ने कंस का वध कर दिया तो ऐसा उदाहरण दुनिया में कहीं नहीं था जब कोई सत्ताधीश का वध करे और वो सत्ता की कुर्सी पर न बैठे। भगवान श्री कृष्ण हैं जिन्होंने आगे बढ़कर शिक्षा को महत्ता दी। भगवान श्री कृष्ण की विद्यार्थी के नाते भी पहचान है। उज्जैन में भगवान श्री कृष्ण ने 5 हजार साल पहले 14 विद्या और 64 कलाओं और चारों वेद का ज्ञान अर्जित किया। भगवान श्री कृष्ण ने शिक्षा ग्रहण के पश्चात् पूरी शिक्षा का सार और कर्म का ज्ञान गीता के माध्यम से बताया। गीता जो दुनिया में पवित्रतम ग्रंथों में शामिल है। गीता आज भी सबका मार्ग दर्शन करती है। कोई भी क्रांतिकारी हो, आजादी के सिपाही हो, अगर गीता नहीं पढ़ी, तो उसका जीवन अधूरा है। जीवन के किसी मार्ग पर जिसने भी बड़ा संकल्प लिया गीता सदैव उसका पाथेय बनकर मार्गदर्शन करती रही है।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि हम सब भगवान श्री कृष्ण को हमारे वंश का तो मानते ही हैं, लेकिन भगवान श्री कृष्ण की पहचान कैसी है पूरे समाज के अंदर जहां कोई अव्यवस्था दिखे, जहां कोई अधर्म की बात दिखे, अगर किसी ने आगे बढ़कर अधर्म के खिलाफ संघर्ष करने का कदम उठाया तो वह केवल एकमेव भगवान श्री कृष्ण हैं, जिन्होंने अपने पूरे जीवन को धर्म की स्थापना के लिए खपाया।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मैं क्षिप्रा के तट से आकर गंगा के तटवासियों को प्रणाम करके उसका स्पंदन और आनंद महसूस कर रहा हूँ। आज के इस दौर में लोकतंत्र को जिंदा रखने में हमारे समाज की भूमिका बहुत बड़ी है। हमें प्रदेश और देश की सेवा के साथ-साथ भारत का मान दुनिया में बढ़े उस दिशा में हमें आगे बढ़ने की आवश्यकता है। यही तो हम हजारों से साल से करते आए हैं और यही हमारा कर्तव्य भी है। परमात्मा ने हमें जहां जिस जगह जन्म दिया है एक अनूठा संयोग हमारे साथ जुड़ता है।

भारत में गाय के प्रति व्यक्त होता है वास्तविक सम्मान

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि परमात्मा से, प्रकृति से प्रेम करने का उदाहरण अगर कहीं दिखाई देता है तो निश्चित रूप से वह सर्वाधिक यादव समाज से दिखाई देता है, जो गौपालन के माध्यम से अपना जीवन चलाते हैं। परमात्मा के माध्यम से प्रकृति प्रेम को भी दिखाते हैं। जो प्रकृति से प्रेम करता है, जो जीव मात्र से प्रेम करता है, वो ही तो गोपाल हो सकता है। इसके अलावा कौन गोपाल होता है, गोपाल वो नहीं होते, दुनिया में कई देश है हमारे अलावा, अमेरिका, इंग्लैंड में भी गाय माता बहुत सारे लोग पालते हैं, लेकिन उनके पालने के तरीके और हमारे पालने के तरीके में काफी अंतर है। हम अशक्त और बीमार गायों की देखभाल भी करते हैं। उनके हाल पर नहीं छोड़ देते। हम गाय माता में 33 करोड़ देवी-देवताओं का वास देखते हैं। गायों में माँ का स्वरूप भी देखते हैं। गौ-माता का वास्तविक सम्मान हमारे देश की संस्कृति है।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण का जेल में जन्म हुआ है। माँ यशोदा ने उन्हें पाल-पोस कर बड़ा किया। वह बालक न कभी डरता है और न भयभीत होता है। दुनिया की चुनौती का सामना करता है और सच्चाई के मार्ग पर चलता है, जो भी आज भी हमें रोमांचित और गर्व से भर देता है। श्रद्धा, भक्ति, आस्था यह ऐसे ही पैदा नहीं होती, इस आस्था, भक्ति, श्रद्धा पैदा करने के लिए समूचे जीवन को एक तरह से दुनिया के सामने प्रदर्शित करने की जिनकी आध्यात्मिक चेतना जीवन भर काम आती है, ऐसे गोपाल कृष्ण की जय-जय कार महसूस कर सकते हैं।

प्रारंभ में मुख्यमंत्री डॉ. यादव का श्री कृष्ण चेतना विचार मंच द्वारा स्वागत किया गया। कई संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने स्नेह, सम्मान और आत्मीयता से डॉ. यादव का स्वागतकिया।

कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन से लोगों के जीवन में आया सकारात्मक बदलाव : राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती गौर

पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती कृष्णा गौर ने कहा कि पिछले 9 वर्षों में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी सरकार ने विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को प्रारंभ किया और इन योजनाओं के क्रियान्वयन से लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आया है। राज्य मंत्री श्रीमती गौर आज भोपाल के कोलुआ (वार्ड-74) में विकसित भारत संकल्प यात्रा को संबोधित कर रही थीं।

राज्य मंत्री श्रीमती गौर ने कहा कि वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सरकार में आने के बाद गरीब, किसान, महिला और युवाओं के विकास के लिये अनेक निर्णय लिये। उन्होंने विभिन्न कल्याणकारी कार्यक्रमों की शुरूआत की। उनके परिणामस्वरूप मात्र 9 वर्षों में 25 करोड़ से अधिक गरीबी की रेखा के नीचे जीवन-यापन करने वाले गरीब, गरीबी रेखा से ऊपर उठे हैं। इसी प्रकार महिलाओं की सुविधा के लिये 10 करोड़ बहनों को गैस कनेक्शन दिये गये हैं। इसके साथ ही देश में 4 करोड़ गरीब परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना में पक्के आवास दिये गये। यह संभव हुआ है प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के सरकार में आने के बाद। गरीबों की बात सुनी जा रही है और देश में उनका सम्मान बढ़ा है।

राज्य मंत्री श्रीमती गौर ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश का दुनिया में सम्मान बढ़ा है। उन्होंने कहा कि 22 जनवरी को अयोध्या में श्रीरामलला की मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्य होने जा रही है। हम भाग्यशाली हैं कि हम इस अवसर के साक्षी बनेंगे।

विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन से लोगों के जीवन में आ रहे बदलाव की जानकारी शिविर में मौजूद हितग्राहियों ने ली। श्रीमती मंजू सिंह धाकड़ और श्रीमती रानी चौहान ने प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना में मिले ऋण से व्यवसाय शुरू करने की सफलता की कहानी बताई। श्रीमती मंजू सिंह ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान उनके परिवार के पास कोई रोजगार नहीं था। पति की प्रायवेट जॉब छूट चुकी थी, ऐसे में उन्होंने मात्र 10 हजार रूपये का ऋण प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना में प्राप्त कर एक छोटी सी दुकान की शुरूआत की। एक साल में बिना ब्याज के मिले 10 हजार रूपये को वापस किया और पुन: 20 हजार रूपये ऋण मिला। 20 हजार रूपये का ऋण वापस करने पर उन्हें 50 हजार रूपये का ऋण मिला। इससे उनकी पूंजी बढ़ी और अब उनका व्यवसाय ठीक चल रहा है। श्रीमती रानी चौहान ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना में ऋण प्राप्त कर सिलाई सेंटर शुरू किया है।

राज्य मंत्री श्रीमती गौर ने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा में सभी विभागों के अधिकारी मौजूद हैं। जिन पात्र व्यक्तियों ने योजनाओं का लाभ नहीं लिया है, वे योजनाओं का लाभ प्राप्त करें। राज्य मंत्री श्रीमती गौर ने प्रधानमंत्री आवास योजना, संबल योजना, आयुष्मान योजना आदि के हितलाभ हितग्राहियों को वितरित किये। इस अवसर पर पार्षद श्रीमती शकुन सिंह लोधी, विकास पटेल, राजू राठौर, गणमान्य नागरिक और अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे

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