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फेसबूक का सर्वर हुआ डाउन , युजर नही कर पा रहे दुबारा लागिन……..

आज दिनांक 5 मार्च को दोपहर 5 बजे के बाद फेसबूक के सर्वर मे तकनिकी खराबी होने के कारण लोग सोशल मिडिया प्लेटफार्म फेसबूक अकाउंट स्वतः लाग आउट हो गया जिसके बाद युसर द्वारा दुबारा लागिन करने के बाद लागिन नही कर पा रहे है!

साथ ही इंस्टाग्राम व मेसेंजर एप्लीकेशन का भी वही हाल है!

फेसबूक का सर्वर डाउन होने का मुख्य कारण अभी बताया नही जा रहा है!

फेसबूक का सर्वर हुआ डाउन , युजर नही कर पा रहे दुबारा लागिन……..

    इंदौर वासियो के लिये नयी सौगात- इंदौर बायपास पर बनेगा फोर लेन सर्विस रोड

नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय ने दिये अधिकारियों को निर्देश

नगरीय विकास मंत्री श्री विजयवर्गीय ने अधिकारियों की बैठक में की समीक्षा

भोपाल : शनिवार, जनवरी 20, 2024, 14:48 IST

नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय ने अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि इंदौर बायपास पर यातायात के दबाव को कम करने के लिये फोर लेन सर्विस रोड को बनाने की योजना तैयार की जाए। उन्होंने शहर के बीआरटीएस मार्ग, जहाँ चौड़ाई अधिक है, उन्हें सकरा करने के संबंध में निर्देश भी दिये। नगरीय विकास मंत्री शुक्रवार को इंदौर में नगर निगम सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे।

इंदौर शहर को जरूरत के अनुसार मिले पर्याप्त पानी

बैठक में इंदौर शहर में पेयजल व्यवस्था की भी समीक्षा की गई। नगरीय विकास मंत्री ने निर्देश दिये कि शहर को नर्मदा नदी के माध्यम से पर्याप्त पानी मिल रहा है। वितरण व्यवस्था में कमी होने के कारण शहर में पानी की सप्लाई नागरिकों की माँग के अनुरूप नहीं हो पा रही है। इसमें सुधार की आवश्यकता है। उन्होंने फिल्टर स्टेशन बनाकर जल प्रदाय की व्यवस्था को और बेहतर बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने इंदौर एयरपोर्ट रोड तक एलीवेटेड रोड निर्माण के तकनीकी सर्वे और प्रभावितों के विस्थापन के लिये शीघ्र कार्य करने को कहा। मंत्री श्री विजयवर्गीय ने इंदौर के मास्टर प्लान की सभी रोड निर्माण के संबंध में कार्यवाही करने के निर्देश अधिकारियों को दिये।

खेल गतिविधियों के संबंध में चर्चा

बैठक में इंदौर में खेलो इंडिया के अंतर्गत खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिये इंटीग्रेटेड स्पोटर्स कॉम्पलेक्स बनाने के संबंध में प्रेजेन्टेशन दिया गया। नगरीय विकास मंत्री ने इस योजना पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों से चर्चा कर सुझाव लेने के निर्देश अधिकारियों को दिये। बैठक में वल्लभ नगर मार्केट का पुनर्विकास कार्य, सोलर सिटी इंदौर और जलूद में 60 मेगावाट क्षमता का सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना और टेंडर आदि पर चर्चा की गई। बैठक में शहर में स्वच्छता अभियान को और प्रभावी बनाने के बारे में भी चर्चा की गई। बैठक में महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि मौजूद थे।

    इंदौर वासियो के लिये नयी सौगात- इंदौर बायपास पर बनेगा फोर लेन सर्विस रोड

    सृष्टि की रचनाओं का संरक्षण मानव का दायित्व : राज्यपाल श्री पटेल

बच्चों को पर्यावरण के प्रति संवेद
नशील बनाएंराज्यपाल ने किया लैसर नॉन स्पीशीज ऑफ मध्यप्रदेश के द्वितीय राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारम्भ

 राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि सृष्टि की सभी रचनाओं का संरक्षण मानव का दायित्व है। इस दायित्व के निर्वहन के लिए ही प्रकृति ने मानव को मानसिक, शारीरिक शक्तियाँ, करुणा, दया और संवेदनशीलता के भाव दिए है, लेकिन मानव ने इन शक्तियों का पराक्रम प्रकृति के साथ खिलवाड़ में किया है। आज चार मौसमों का अनुभव एक दिन में होने लगा है। उन्होंने अपेक्षा की है कि जैव विविधता के महत्व, उपयोगिता और मानव की भूमिका के संबंध में बच्चों को संवेदनशील बनाया जाए। उनके लिए अध्ययन यात्राएं एवं अन्य जनजागृति के कार्यक्रम व्यापक स्तर पर किये जायें।  

राज्यपाल श्री पटेल आज जैव विविधता बोर्ड और सोसायटी फॉर नेचुरल हीलर्स कंजर्वेटर्स एण्ड टूरिज्म डिपार्टमेंट द्वारा आयोजित लैसर नॉन स्पीशीज ऑफ मध्यप्रदेश के दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन के शुभारम्भ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। सम्मेलन का विषय अल्प ज्ञात (लैसर) जीव-जंतु विविधता के प्रबंधन की चुनौतियाँ और संरक्षण के प्रयास है। सम्मेलन का आयोजन एनवायर्नमेंटल प्लानिंग एण्ड कॉर्डिनेशन ऑर्गेनाइजेशन एप्को, भोपाल  के सभागार में किया गया। 

राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि वर्तमान पर्यावरणीय समस्याएं जैसे ग्लोबल वार्मिंग, क्लाइमेट चेंज, वायु और जल प्रदूषण आदि उसी का नतीजा है। यह समझना जरूरी है कि सृष्टि की संरचना में प्रत्येक जीव की महत्ता है। प्रकृति के सबसे शक्तिशाली जीव होने के कारण मानव का दायित्व है कि वह अपने आनंद के लिए दूसरों के हितों की अनदेखी नहीं करें। प्रकृति से मानव को मिली शक्तियों का पराक्रम संहार में नहीं संरक्षण में प्रदर्शित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रकृति को बनाए रखने में जैव विविधता की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। ईको सिस्टम में हर प्रजाति कोई न कोई क्रिया करती है। बिना कारण न तो वह विकसित हो सकती है और न ही बनी रह सकती है। प्रत्येक जीव-जन्तु ऊर्जा प्राप्त और संग्रहित करता है। कार्बनिक पदार्थ उत्पन्न और विघटित करता है। इस तरह ईको सिस्टम में जल, पोषक तत्वों के चक्रों को बनाए रखकर, अपनी जरूरतें पूरी कर, दूसरे जीवों के पनपने में भी सहयोगी होता हैं। ईको सिस्टम में जितनी अधिक विविधता होगी, प्रजातियों की प्रतिकूल स्थितियों में भी बने रहने की संभावना और उनकी उत्पादकता भी उतनी ही अधिक होगी।

राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि मानव जाति के लिए प्रजातियों की प्राकृतिक विविधता को बनाए रखना, सोशली, इकोनॉमिकली और इकोलॉजिकली सभी दृष्टियों से फायदेमंद है। जरूरी है कि प्रजातियों की विलुप्ति के प्राकृतिक घटकों यथा प्राकृतिक आपदाओं, जलवायु और भूवैज्ञानिक परिवर्तनों से होने वाले अलगाव अथवा स्थान परिवर्तन आदि की चुनौतियों के समाधान खोजे जाएं। जैव विविधता की इन चुनौतियों के अध्ययन के साथ ही हमें प्रजातियों की आनुवंशिक विविधता को भी विस्तार से समझना चाहिए। कॉन्फ्रेंस में विलुप्त प्राय जीव जंतुओं के अस्तित्व को बढ़ाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रजातियों के नमूनों और उनके अनुवांशिक डेटा के एक्सचेंज की व्यवस्थाओं पर भी चर्चा की जानी चाहिए।

राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि गुजरात राज्य के वन मंत्री के रूप में कार्य अनुभव के कारण उन्हें वन विभाग से संबंधित कार्यक्रमों में शामिल हो कर, विशेष प्रसन्नता होती है। उन्होंने आशा व्यक्त की है कि कांफ्रेंस का चिंतन अंतिम कड़ी तक पहुंचे, इसके लिए सभी को मिल कर प्रयास करना चाहिए।

कार्यशाला के प्रथम दिवस में राज्यपाल श्री पटेल ने जैव विविधता बोर्ड द्वारा प्रकाशित मध्यप्रदेश के वनों में विलुप्तप्राय औषधियां, वृक्ष और प्रजातियाँ पुस्तिका, लैसर नॉन स्पीशीज ऑफ़ मध्यप्रदेश विषय पर वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी कांटेस्ट, जैव विविधता संरक्षण के जन नायक पोस्टरों और भोपाल बर्ड एसोसियेशन के वार्षिक कैलेंडर का लोकार्पण किया। 

कार्यक्रम में प्रधान मुख्य वन संरक्षक आयोजना डॉ. अतुल कुमार श्रीवास्तव ने कांफ्रेंस की महत्ता और जैव संसाधनों के संरक्षण और सम्वर्धन के प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सम्मेलन का चिंतन से इस दिशा में और बेहतर कार्य करने की प्रेरणा और मार्गदर्शन मिलेगा।

सदस्य सचिव बायो डायवर्सिटी बोर्ड प्रधान मुख्य वन संरक्षक, श्री वी. के. आम्बाड़े ने कांफ्रेंस की रूप रेखा पर प्रकाश डाला जैव विविधता संरक्षण के लिए प्रदेश में किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कान्हा राष्ट्रीय उद्यान में बारहसिंगा को सफलतापूर्वक पुनर्स्थापित किया गया है। कांफ्रेंस में लगभग 150 प्रतिभागी भाग ले रहे है। 

अयोध्या में श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से सुशासन और रामराज का नया इतिहास बनेगा : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

मुख्यमंत्री संत हिरदाराम नगर में हनुमान चालीसा पाठ में हुए शामिल

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अयोध्या में श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर आज संत हिरदाराम नगर में हेमू कालाणी स्टेडियम में हनुमान चालीसा पाठ के कार्यक्रम में हिस्सा लिया। स्टेडियम में करीब 11 हजार राम भक्त हनुमान चालीसा में शामिल हुए। आम नागरिक के साथ जन प्रतिनिधि भी बड़ी संख्या में शामिल हुए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि अयोध्या में श्री राम मंदिर के लिए कई जन्मों के बाद प्राण प्रतिष्ठा हो रही है। हम सभी सौभाग्यशाली हैं, ये शुभ घड़ी सामने आई है। इसके लिए गत पांच सौ वर्ष से कई पीढ़ियां खप गईं। आने वाली 22 जनवरी को सुशासन और रामराज का नया इतिहास बनेगा। नये दौर का नया भारत बनेगा।

अखंड भारत की दिशा में होगा कार्य

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि देश विभाजन से राष्ट्र खंडित हो गया था, फिर अखंड भारत की दिशा में कार्य हो सकता है। ईश्वर ने चाहा तो देश में फिर पंजाब-सिंध और अफगानिस्तान भी शामिल होंगे। ननकाना साहिब हमारे यहां होगा। हनुमान चालीसा से भक्ति और शक्ति का मार्ग प्रशस्त होता है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में नए भारत का निर्माण हो रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भक्तों को शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर भगवान राम के अनन्य भक्त हनुमान जी को आधार बनाकर आज के इस कार्यक्रम में हनुमान चालीसा का पाठ प्रशंसनीय है। काल के प्रवाह में आरोह-अवरोह होता है। समय अनुकूल नहीं था तब आतताईयों ने गलत निगाह डाली थी। अयोध्या में सम्राट विक्रमादित्य के बनवाए श्री राम मंदिर में फिर से प्राण प्रतिष्ठा हो रही है। वर्ष 1992 से चल रहे संघर्ष के बाद शुभ घड़ी आई है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में देश में रामराज की स्थापना के लिए कार्य हो रहा है। हम सभी के लिए भगवान श्रीराम आराध्य हैं। अयोध्या में मंदिर का बनना अखंड भारत की दिशा में एक बड़ा कदम है। भारतवासी आज समृद्धशाली अतीत को याद कर रहे हैं।

विधायक श्री रामेश्वर शर्मा ने स्वागत भाषण में कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव बाबा महाकाल के भक्त हैं। वे मध्यप्रदेश से पांच लाख लड्डू अय़ोध्या भेज रहे हैं। उन्होंने संत हिरदाराम नगर के निवासियों के अनुरोध पर बीआरटीएस हटाने का निर्णय लिया है।

शहीद हेमू कालाणी की प्रतिमा पर किया नमन

प्रारंभ में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शहीद हेमू कालाणी स्टेडियम पहुंचने पर अमर शहीद की प्रतिमा पर उनकी पुण्यतिथि 21 जनवरी के पूर्व दिवस पर पुष्पांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अमर शहीद हेमू कालाणी के योगदान का स्मरण भी किया। प्रारंभ में मुख्यमंत्री डॉ. यादव का विधायक श्री रामेश्वर शर्मा और अन्य जनप्रतिनिधियों ने पुष्पहारों से स्वागत किया। कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री श्री राजेंद्र शुक्ला, भोपाल विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री सुनील पाण्डे, श्री सुशील वासवानी,श्री राजेश हिंगोरानी एवं अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

सेंट्रल जियोलॉजिकल प्रोग्रामिंग बोर्ड की मप्र में पहली बैठक 22 व 23 जनवरी को

माइनिंग रिफार्म से जुड़े विषयों पर चर्चा होगी

केन्द्रीय खान मंत्रालय द्वारा भोपाल में 22 व 23 जनवरी को 63वीं सेंट्रल जियोलाजिकल प्रोग्रामिंग बोर्ड की बैठक होगी। सेंट्रल जियोलॉजिकल प्रोग्रामिंग बोर्ड की यह बैठक पहली बार मप्र में हो रही है। कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में आयोजित बैठक में जीएसआई के 100 से अधिक एक्सपर्ट शामिल होंगे।

मिनिस्टर कॉन्क्लेव में 23 जनवरी को सभी राज्यों के खनन मंत्री और प्रमुख सचिव (खनन) हिस्सा लेंगे। मप्र कैडर के आईएस अधिकारी और केंद्रीय खनन सचिव श्री वीएल कांताराव इसका हिस्सा होंगे। बैठक में माइनिंग रिफार्म से जुड़े विषयों पर चर्चा होगी।

म.प्र. कोयले, हीरे सहित कई खनिजों से समृद्ध प्रदेश है। बैठक में क्रिटिकल मिनरल्स जैसे फॉस्पोराइट, वैनेडियम, लीथियम, ग्रेफाइट खनन पर चर्चा होगी। बैठक में मुख्य रूप से क्रिटिकल खनिजों की माइनिंग पर चर्चा होगी। खनिज आधारित अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने और आत्म निर्भर भारत के निर्माण में कीमती खनिजों की भूमिका पर भी विशेषज्ञ विचार विमर्श करेंगे।

कालजयी शास्त्रीय गायक पं. कुमार गंधर्व अद्वितीय व्यक्तित्व के धनी – मुख्यमंत्री डॉ. यादव

कुमार गंधर्व जन्म शताब्दी वर्ष पर आयोजित कार्यक्रम में हुए शामिल

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव देवास में पद्मविभूषण पं. कुमार गंधर्व जन्म शताब्दी वर्ष को लेकर स्थानीय पं. कुमार गंधर्व प्रतिष्ठान द्वारा आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दीप प्रज्ज्वलित कर तीन दिवसीय कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में कलापिनी कोमकली ने पद्मविभूषण पं. कुमार गंधर्व की जन्म शताब्दी वर्ष कार्यक्रम की रूप रेखा बताई। देवास विधायक श्रीमती गायत्री राजे पवार ने कार्यक्रम में आभार माना।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पं. कुमार गंधर्व संगीत की दुनिया में अद्वितीय थे। हम धन्य है कि हमें जन्म शताब्दी कार्यक्रम में आने का सौभाग्य मिला है। हमनें देवताओं को तो नहीं देखा, न इंद्र की सभा में कभी गए, लेकिन पं. कुमार गंधर्व के माध्यम से समझ सकते हैं कि इंद्र की सभा कैसी होती होगी। कालजयी शास्त्रीय गायक पंडित कुमार गंधर्व अद्वितीय व्यक्तित्व के धनी थे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पद्मविभूषण पं. कुमार गंधर्व छाया चित्र की प्रदर्शनी का उद्घाटन कर अवलोकन भी किया। प्रदर्शनी में पं. कुमार गंधर्व के जीवन के अलग-अलग काल खंड के चित्र अवलोकन के लिए लगाए गए थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पंडित कुमार गंधर्व के जीवन पर आधारित टेबल कैलेंडर का विमोचन किया।

पं. कुमार गंधर्व देवास के कोहिनूर है। उन्होंने कहा कि प. कुमार गंधर्व छाया चित्र की प्रदर्शनी में दिख रहा है कि उन्होंने बड़े-बड़े कलाकारों के साथ बाल कलाकार के रूप सुंदर प्रस्तुतियां दी है। प्रदर्शनी में पं. कुमार गंधर्व के बाल कलाकार से बडे होने तक का विराट रूप देखा है। पं. कुमार गंधर्व अंतराष्ट्रीय स्तर पर भारत का गौरव है।

जन्म शताब्दी वर्ष कार्यक्रम के पहले दिन संगीत सभा की शुरुआत शास्त्रीय गायक भुवनेश कोमकली के गायन से हुई। पं. कुमार गंधर्व की जन्म शताब्दी वर्ष पर तीन दिवसीय कार्यक्रम होंगे जो 21 जनवरी तक चलेंगे। इसमें अलग-अलग कलाकार प्रस्तुतियाँ देंगे।

कार्यक्रम में सांसद श्री महेंद्र सिंह सोलंकी, विधायक श्रीमती गायत्री राजे पवार, श्री मनोज चौधरी, श्री आशीष शर्मा, श्री मुरली भंवरा, डॉ राजेश सोनकर, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती लीला अटरिया, देवास विकास प्राधिकरण अध्यक्ष श्री राजेश यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधि और अन्य अधिकारी एवं संगीत प्रेमी उपस्थित थे।

आमजन के जीवन में बदलाव लाने और नई पीढ़ी को संस्कारित करना मध्यप्रदेश सरकार की प्राथमिकता : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

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भगवान श्री कृष्ण के चरण जहाँ-जहाँ पड़े, उन्हें तीर्थ स्थल बनाने का निर्णय
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का पटना में भव्य अभिनंदन

आमजन के जीवन में बदलाव लाने और नई पीढ़ी को संस्कारित करना मध्यप्रदेश सरकार की प्राथमिकता : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री का दायित्व संभालने के बाद उन्होंने आम जनता के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का संकल्प लिया है। नागरिकों के लिए विभिन्न सुविधाओं का विकास कर उनके जीवन को सहज, सरल बनाने के साथ ही दूसरी महत्वपूर्ण प्राथमिकता उन महापुरूषों के योगदान से नई पीढ़ी को अवगत करवाने का कार्य भी करना है, जिससे भारतीय समाज को संस्कार मिले। भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण के प्रसंगों को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाने की पहल के साथ ही नई शिक्षा नीति में सनातन संस्कृति का पाठ्यक्रमों में समावेश हमारा संकल्प है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने सांदीपनी आश्रम उज्जैन में शिक्षा ग्रहण की थी। मध्यप्रदेश में जहाँ-जहाँ भगवान श्रीकृष्ण के चरण पड़े हैं, उन स्थानों को तीर्थ स्थान के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया है।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पटना में श्री कृष्ण चेतना विचार मंच द्वारा आयोजित अभिनंदन समारोह में भाग लिया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गांधी मैदान स्थित श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में शंख ध्वनि के बीच दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। विभिन्न संगठनों द्वारा मुख्यमंत्री डॉ. यादव को पुष्पगुच्छ, शॉल व अभिनंदन पत्र भेंट कर तथा मुकुट पहनाकर स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव का श्री कृष्ण चेतना विचार मंच के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) श्री राजेन्द्र प्रसाद, महासचिव (पूर्व आईएएस) डॉ. गोरेलाल यादव, महामंडलेश्वर महंत डॉ. सुखदेव दास, बिहार प्रदेश यादव महासभा, श्री कृष्ण चेतना परिषद, श्री कृष्ण चेतना संघ, श्री कृष्ण विचार मंच, श्री गोपीकृष्ण गो आश्रम, जयपाल सिंह यादव फाउंडेशन के पदाधिकारियों आदि ने स्वागत किया।

भगवान श्री कृष्ण की शिक्षा-दीक्षा हुई उज्जैन में, उनका जीवन धर्म की स्थापना में बीता

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि माता सीता की जन्मस्थली बिहार आकर मैं स्वयं को सौभाग्यशाली मानता हूं। ऐसी पवित्र धरती को मैं प्रणाम करता हूँ। यह भगवान महावीर स्वामी जी की धरती है, जिससे बिहार की पहचान है। साथ ही सम्राट अशोक की भी धरती है। सम्राट अशोक का मध्यप्रदेश उज्जैन से खासतौर पर अलग तरह का रिश्ता रहा है। हजारों साल से मध्यप्रदेश और बिहार का रिश्ता है। प्राचीन काल से मध्यप्रदेश की भूमिका महत्वपूर्ण रही थी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि बाबा महाकाल की नगरी में ही भगवान श्री कृष्ण का विवाह हुआ। भगवान श्री कृष्ण की शिक्षा-दीक्षा भी उज्जैन में हुई। शिक्षा के मामले में हमारा समाज कितना जागृत है, इसका उदाहरण पांच हजार साल पहले भगवान श्री कृष्ण के काल से भी जुड़ता है। जब भगवान श्री कृष्ण ने कंस का वध कर दिया तो ऐसा उदाहरण दुनिया में कहीं नहीं था जब कोई सत्ताधीश का वध करे और वो सत्ता की कुर्सी पर न बैठे। भगवान श्री कृष्ण हैं जिन्होंने आगे बढ़कर शिक्षा को महत्ता दी। भगवान श्री कृष्ण की विद्यार्थी के नाते भी पहचान है। उज्जैन में भगवान श्री कृष्ण ने 5 हजार साल पहले 14 विद्या और 64 कलाओं और चारों वेद का ज्ञान अर्जित किया। भगवान श्री कृष्ण ने शिक्षा ग्रहण के पश्चात् पूरी शिक्षा का सार और कर्म का ज्ञान गीता के माध्यम से बताया। गीता जो दुनिया में पवित्रतम ग्रंथों में शामिल है। गीता आज भी सबका मार्ग दर्शन करती है। कोई भी क्रांतिकारी हो, आजादी के सिपाही हो, अगर गीता नहीं पढ़ी, तो उसका जीवन अधूरा है। जीवन के किसी मार्ग पर जिसने भी बड़ा संकल्प लिया गीता सदैव उसका पाथेय बनकर मार्गदर्शन करती रही है।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि हम सब भगवान श्री कृष्ण को हमारे वंश का तो मानते ही हैं, लेकिन भगवान श्री कृष्ण की पहचान कैसी है पूरे समाज के अंदर जहां कोई अव्यवस्था दिखे, जहां कोई अधर्म की बात दिखे, अगर किसी ने आगे बढ़कर अधर्म के खिलाफ संघर्ष करने का कदम उठाया तो वह केवल एकमेव भगवान श्री कृष्ण हैं, जिन्होंने अपने पूरे जीवन को धर्म की स्थापना के लिए खपाया।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मैं क्षिप्रा के तट से आकर गंगा के तटवासियों को प्रणाम करके उसका स्पंदन और आनंद महसूस कर रहा हूँ। आज के इस दौर में लोकतंत्र को जिंदा रखने में हमारे समाज की भूमिका बहुत बड़ी है। हमें प्रदेश और देश की सेवा के साथ-साथ भारत का मान दुनिया में बढ़े उस दिशा में हमें आगे बढ़ने की आवश्यकता है। यही तो हम हजारों से साल से करते आए हैं और यही हमारा कर्तव्य भी है। परमात्मा ने हमें जहां जिस जगह जन्म दिया है एक अनूठा संयोग हमारे साथ जुड़ता है।

भारत में गाय के प्रति व्यक्त होता है वास्तविक सम्मान

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि परमात्मा से, प्रकृति से प्रेम करने का उदाहरण अगर कहीं दिखाई देता है तो निश्चित रूप से वह सर्वाधिक यादव समाज से दिखाई देता है, जो गौपालन के माध्यम से अपना जीवन चलाते हैं। परमात्मा के माध्यम से प्रकृति प्रेम को भी दिखाते हैं। जो प्रकृति से प्रेम करता है, जो जीव मात्र से प्रेम करता है, वो ही तो गोपाल हो सकता है। इसके अलावा कौन गोपाल होता है, गोपाल वो नहीं होते, दुनिया में कई देश है हमारे अलावा, अमेरिका, इंग्लैंड में भी गाय माता बहुत सारे लोग पालते हैं, लेकिन उनके पालने के तरीके और हमारे पालने के तरीके में काफी अंतर है। हम अशक्त और बीमार गायों की देखभाल भी करते हैं। उनके हाल पर नहीं छोड़ देते। हम गाय माता में 33 करोड़ देवी-देवताओं का वास देखते हैं। गायों में माँ का स्वरूप भी देखते हैं। गौ-माता का वास्तविक सम्मान हमारे देश की संस्कृति है।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण का जेल में जन्म हुआ है। माँ यशोदा ने उन्हें पाल-पोस कर बड़ा किया। वह बालक न कभी डरता है और न भयभीत होता है। दुनिया की चुनौती का सामना करता है और सच्चाई के मार्ग पर चलता है, जो भी आज भी हमें रोमांचित और गर्व से भर देता है। श्रद्धा, भक्ति, आस्था यह ऐसे ही पैदा नहीं होती, इस आस्था, भक्ति, श्रद्धा पैदा करने के लिए समूचे जीवन को एक तरह से दुनिया के सामने प्रदर्शित करने की जिनकी आध्यात्मिक चेतना जीवन भर काम आती है, ऐसे गोपाल कृष्ण की जय-जय कार महसूस कर सकते हैं।

प्रारंभ में मुख्यमंत्री डॉ. यादव का श्री कृष्ण चेतना विचार मंच द्वारा स्वागत किया गया। कई संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने स्नेह, सम्मान और आत्मीयता से डॉ. यादव का स्वागतकिया।

कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन से लोगों के जीवन में आया सकारात्मक बदलाव : राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती गौर

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पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती कृष्णा गौर ने कहा कि पिछले 9 वर्षों में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी सरकार ने विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को प्रारंभ किया और इन योजनाओं के क्रियान्वयन से लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आया है। राज्य मंत्री श्रीमती गौर आज भोपाल के कोलुआ (वार्ड-74) में विकसित भारत संकल्प यात्रा को संबोधित कर रही थीं।

राज्य मंत्री श्रीमती गौर ने कहा कि वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सरकार में आने के बाद गरीब, किसान, महिला और युवाओं के विकास के लिये अनेक निर्णय लिये। उन्होंने विभिन्न कल्याणकारी कार्यक्रमों की शुरूआत की। उनके परिणामस्वरूप मात्र 9 वर्षों में 25 करोड़ से अधिक गरीबी की रेखा के नीचे जीवन-यापन करने वाले गरीब, गरीबी रेखा से ऊपर उठे हैं। इसी प्रकार महिलाओं की सुविधा के लिये 10 करोड़ बहनों को गैस कनेक्शन दिये गये हैं। इसके साथ ही देश में 4 करोड़ गरीब परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना में पक्के आवास दिये गये। यह संभव हुआ है प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के सरकार में आने के बाद। गरीबों की बात सुनी जा रही है और देश में उनका सम्मान बढ़ा है।

राज्य मंत्री श्रीमती गौर ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश का दुनिया में सम्मान बढ़ा है। उन्होंने कहा कि 22 जनवरी को अयोध्या में श्रीरामलला की मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्य होने जा रही है। हम भाग्यशाली हैं कि हम इस अवसर के साक्षी बनेंगे।

विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन से लोगों के जीवन में आ रहे बदलाव की जानकारी शिविर में मौजूद हितग्राहियों ने ली। श्रीमती मंजू सिंह धाकड़ और श्रीमती रानी चौहान ने प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना में मिले ऋण से व्यवसाय शुरू करने की सफलता की कहानी बताई। श्रीमती मंजू सिंह ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान उनके परिवार के पास कोई रोजगार नहीं था। पति की प्रायवेट जॉब छूट चुकी थी, ऐसे में उन्होंने मात्र 10 हजार रूपये का ऋण प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना में प्राप्त कर एक छोटी सी दुकान की शुरूआत की। एक साल में बिना ब्याज के मिले 10 हजार रूपये को वापस किया और पुन: 20 हजार रूपये ऋण मिला। 20 हजार रूपये का ऋण वापस करने पर उन्हें 50 हजार रूपये का ऋण मिला। इससे उनकी पूंजी बढ़ी और अब उनका व्यवसाय ठीक चल रहा है। श्रीमती रानी चौहान ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना में ऋण प्राप्त कर सिलाई सेंटर शुरू किया है।

राज्य मंत्री श्रीमती गौर ने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा में सभी विभागों के अधिकारी मौजूद हैं। जिन पात्र व्यक्तियों ने योजनाओं का लाभ नहीं लिया है, वे योजनाओं का लाभ प्राप्त करें। राज्य मंत्री श्रीमती गौर ने प्रधानमंत्री आवास योजना, संबल योजना, आयुष्मान योजना आदि के हितलाभ हितग्राहियों को वितरित किये। इस अवसर पर पार्षद श्रीमती शकुन सिंह लोधी, विकास पटेल, राजू राठौर, गणमान्य नागरिक और अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे

यह भी पढ़े – मुख्यमंत्री डॉ. यादव एमपीपीएससी 2019 व 2020 के चयनित अभ्यर्थियों को 25 जनवरी को देंगे नियुक्ति पत्र

मुख्यमंत्री डॉ. यादव एमपीपीएससी 2019 व 2020 के चयनित अभ्यर्थियों को 25 जनवरी को देंगे नियुक्ति पत्र

भोपाल : शुक्रवार, जनवरी 19, 2024, 16:44 IST

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 25 जनवरी को मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग राज्य सेवा परीक्षा 2019 एवं 2020 के चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान करेंगे। नियुक्ति पत्र प्रदाय के लिये सभी संबंधित विभाग सभी चयनित अभ्यर्थियों से उनके दस्तावेजों के सत्यापन, मेडिकल जाँच एवं अन्य सभी आवश्यक प्रक्रियाएँ पूर्ण करा रहे हैं। जिन अभ्यर्थियों को इस आशय की सूचना नहीं मिली है, वे तुरंत ही संबंधित विभाग से संपर्क करें।