कर्नाटक चुनाव से पहले कांग्रेस में दरार, दो नेताओं में CM पद को लेकर अभी से ‘जंग’

हाइलाइट्स

राज्य चुनाव से पहले कांग्रेस के भीतर दरार एक बार फिर खुलकर आई सामने
वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया और राज्य पार्टी चीफ शिवकुमार के बीच है CM पद की लड़ाई
दोनों की प्रतिद्वंदिता राज्य में उम्मीदवार के चयन को भी प्रभावित कर रही है

बेंगलुरु. कर्नाटक में राज्य चुनाव से पहले कांग्रेस (Congress) के भीतर दरार एक बार फिर खुलकर सामने आ गई है. पार्टी के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया ने लंबे समय से प्रतिद्वंद्वी रहे डीके शिवकुमार के खिलाफ अपनी टिप्पणियों से ऐसा ही कुछ संकेत दिया है. यह स्वीकार करते हुए कि वह और शिवकुमार दोनों शीर्ष पद के दावेदार हैं,  सिद्धारमैया ने कहा कि उनके प्रतिद्वंद्वी के पास मौका नहीं है.

सिद्धारमैया ने एनडीटीवी से एक विशेष साक्षात्कार में कहा, “मैं भी मुख्यमंत्री बनना चाहता हूं. डीके शिवकुमार भी मुख्यमंत्री पद के आकांक्षी हैं… आलाकमान डीके शिवकुमार (DK Shivkumar) को सीएम पद नहीं देंगे.” राज्य में कांग्रेस के संकटमोचक शिवकुमार को जुलाई 2020 में दिनेश गुंडू राव की जगह राज्य की पार्टी इकाई का नेतृत्व करने का काम सौंपा गया था.

यह पूछे जाने पर कि शीर्ष पद पर युवा व्यक्ति को मौका क्यों नहीं दिया जाता, पूर्व मुख्यमंत्री, जो अब 75 वर्ष के हो चुके हैं, ने घोषणा की कि यह आखिरी चुनाव होगा जो वह लड़ेंगे. इससे पहले ऐसा अनुमान लगाया जा रहा था कि भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) के बाद दोनों की खटास कम हुई होगी. दोनों की प्रतिद्वंदिता राज्य में उम्मीदवार के चयन को भी प्रभावित कर रही है क्योंकि प्रत्येक पक्ष की संख्या मुख्यमंत्री पद पाने वाले को प्रभावित करेगी.

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आपको बता दें कि कई ओपिनियन पोल में कांग्रेस की स्थिति को राज्य में बहुत बेहतर बताया गया है. हालांकि दोनों शीर्ष नेताओं में चल रही लड़ाई पार्टी के प्रदर्शन को प्रभावित कर सकती है. साथ ही टिकट के लिए भी दोनों नेताओं के कार्यकर्ता आपस में उलझ सकते हैं.

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Tags: BJP, Congress, Karnataka Assembly Elections, Siddaramaiah

FIRST PUBLISHED : April 03, 2023, 22:17 IST

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Delhi Metro: मेट्रो में लड़की के अजीब फैशन से लोग हैरान, वायरल वीडियो देख किसी ने दी नसीहत, तो कोई कर रहा तारीफ

Delhi Metro Viral Video: हाल ही में, दिल्ली मेट्रो में ब्रालेट टॉप और मिनी स्कर्ट पहने एक महिला का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है. कई लोगों ने सार्वजनिक रूप से अनुचित तरीके से कपड़े पहनने के लिए महिला की आलोचना की है. वहीं, कुछ कई लोगों ने उस व्यक्ति नसीहत दी है कि जिसने बिना लड़की की सहमति से उसका वीडियो बनाया है.

इस घटना ने लोगों की निजता का सम्मान करने और लड़की की फैशन पसंद के आधार पर दूसरों को आंकने से बचने के लिए कहा है. इस वीडियो की ऑनलाइन बहुत चर्चा हो रही है.

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वीडियो में दिख रहा है कि महिला मेट्रो में यात्रियों के बीच बैग लिए बैठी है, जैसे ही वह सीट से उठकर आगे बढ़ती है, तो उसका वीडियो सामने वाला यात्री बना लेता है, जिसमें लड़की अजीब कपड़े पहने हुए है, जिसे देखकर एक बार लोग सवाल करने पर मजबूर हो जाते हैं कि क्या ऐसा कपड़ा पहनना सार्वजनिक जगह पर उचित है.

हालांकि, ये लड़की की स्वतंत्रता का अधिकार है, चाहे जैसा कपड़ा पहने. फिर भी कई लोगों ने उसके फैशन सेंस को लेकर मजाक उड़ाया है, तो कई लोगों ने वीडियो बनाने वाले व्यक्ति के नैतिकता पर सवाल खड़ा किये हैं. हालांकि कई लोगों ने लड़की के बिकनी ड्रेस पहन कर सार्वजनिक जगह पर घूमने पर चिंता जाहिर की है और कहा कि ये समाज पर प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है कि हम कहां जा रहे हैं.

यूजर्स ने दिए प्रतिक्रियाएं

कई ट्विटर यूजर्स ने ‘मेट्रो वायरल गर्ल’ के इस वीडियो पर कमेंट किया है. एक यूजर ने लिखा है, ‘यह क्या है? कुछ शूटिंग चल रही है? कोई सार्वजनिक स्थान पर इस तरह कैसे तैयार हो सकता है.’ वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा है, ‘अगर यह महिला सशक्तिकरण का उदाहरण है, तो अफसोस हमारी युवा पीढ़ी ऐसी नकारात्मक सशक्तिकरण का शिकार हो रही है.’ कई लोगों ने कहा कि लड़की किसी को परेशान या तमाशा नहीं कर रही थी, इसलिए उसके फैशन को लेकर उसे जज नहीं करना चाहिए. एक अन्य यूजर ने महिला की अनुमति के बिना वीडियो बनाने वाले व्यक्ति की आलोचना करते हुए कहा, ‘आपने उसे बिना अनुमति के कैसे फिल्माया?’

एक अन्य लड़की का वीडियो वायरल

इस बीच, इसी तरह के कपड़े पहने एक लड़की की एक और तस्वीर सामने आई है, जिस पर कुछ लोगों ने कमेंट किया, ‘यह नया चलन है, नई पीढ़ी की शुरुआत का संकेत देता है.’ हालांकि, अन्य लोगों ने सार्वजनिक स्थानों पर ऐसे कपड़ों के प्रभाव के बारे में चिंता व्यक्त की है, एक उपयोगकर्ता ने कहा, ‘दिल्ली मेट्रो में परिवार और बच्चों के साथ यात्रा करना बहुत मुश्किल हो गया है.’

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FIRST PUBLISHED : April 03, 2023, 23:02 IST

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केरल ट्रेन आग मामला: नोएडा का रहने वाला है आरोपी, जांच में जुटी NIA, 3 लोगों की हुई थी मौत

तिरुवनंतपुरम. केरल पुलिस ने सोमवार को सबसे पहले उस संदिग्ध की तस्वीर जारी की, जिसने रविवार की रात कन्नूर जाने वाली चलती ट्रेन में आग लगा दी थी. इस घटना में मां बेटी समेत तीन लोगों की मौत हो गई थी. कई झुलस गए थे. अब उसकी पहचान नोएडा निवासी शाहरुख सैफ के रूप में हुई है. सूत्रों के मुताबिक, पुलिस को रेलवे ट्रैक के किनारे से बरामद एक मोबाइल फोन के जरिए सोशल मीडिया खातों की जांच करने पर महत्वपूर्ण जानकारी मिली है, हालांकि सिम कार्ड को हटा दिया गया था और फोन को आखिरी बार 30 मार्च को इस्तेमाल किया गया था. एनआईए ने मौके का निरीक्षण किया है.

घटना के बाद ट्रेन से कूदकर भाग गए सैफ के बारे में पता चला है कि वह कोझिकोड में मजदूर के रूप में काम करता था और पुलिस जांच टीम अब मामले को सुलझाने और उसके संपर्कों से संपर्क करके उसे पकड़ने की कोशिश कर रही है. अलप्पुझा-कन्नूर एक्जीक्यूटिव एक्सप्रेस में घटना के दो घंटे बाद रविवार रात करीब 11.30 बजे रिकॉर्ड किए गए सीसीटीवी फुटेज से संदिग्ध की तस्वीर जारी की गई. सीसीटीवी के अलावा, डिब्बे में यात्रा कर रहे चश्मदीदों से संदिग्ध के बारे में जानकारी जुटाई गई.

पुलिस ने किया सुराग मिलने का दावा
इससे पहले दिन में राज्य के पुलिस प्रमुख अनिल कांत ने मीडिया को बताया कि उन्हें महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं और मामले का जल्द ही खुलासा हो जाएगा. उन्होंने बाद में घोषणा की कि एडीजीपी एमआर अजीतकुमार जांच दल का नेतृत्व करेंगे. इसी तरह, एनआईए जैसी राष्ट्रीय एजेंसियों ने भी घटना की प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है. रविवार की रात, अलप्पुझा-कन्नूर एक्जीक्यूटिव एक्सप्रेस से कूदने वाले तीन यात्रियों को ट्रैक पर मृत पाया गया. मरने वालों में एक दो साल का मासूम और उसकी चाची भी शामिल है.

यात्रियों पर पेट्रोल छिड़ककर लगाई थी आग
सूत्रों के मुताबिक, जब ट्रेन रात करीब साढ़े नौ बजे कोझिकोड और कन्नूर के बीच कोरापुझा पुल को पार करने वाली थी, तब अधेड़ उम्र के व्यक्ति ने यात्रियों पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी. आग से झुलसे नौ यात्रियों का कोझिकोड अस्पताल में इलाज चल रहा है, जहां तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है. चौंकाने वाली घटना के चश्मदीद यात्रियों ने कहा कि अपराधी लाल रंग की शर्ट में दाढ़ी वाला व्यक्ति था. वह डी2 कंपार्टमेंट से डी1 कंपार्टमेंट में आया और घटना को अंजाम दिया.

अंधेरे का लाभ उठाकर भागा अपराधी
घटना के बाद अन्य यात्रियों ने ट्रेन की चेन खींच कर रुकवा दी. इसके बाद आरोपी ट्रेन से कूद गया और अंधेरे की आड़ में गायब हो गया. आज सुबह सीसीटीवी फुटेज में आरोपी जहां ट्रेन से कूदा था, वहां से करीब 50 मीटर दूर एक बाइक पर सवार दिखा. मौके से एक बैग और एक स्विच ऑफ मोबाइल फोन बरामद किया गया है. बैग में पास के तिरुवनंतपुरम और कन्याकुमारी के स्थानों के बारे में अंग्रेजी और हिंदी में लिखा हुआ था. उसमें एक जोड़ी कपड़े, चश्मा और पेट्रोल की बोतल भी थी.

भाजपा बोली, यह देश विरोधी ताकतों का काम
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने घटना की निंदा की है और कहा है कि पुलिस संदिग्ध को पकड़ने में सक्षम होगी और आश्वासन दिया कि घायलों के इलाज का ध्यान रखा जाएगा. नेता प्रतिपक्ष वीडी सतीशन ने कहा कि यह अनसुनी घटना है और इसलिए राज्य और केंद्रीय एजेंसियों को संयुक्त रूप से यात्रा करने वाली जनता के मन में विश्वास जगाने के लिए जांच करनी चाहिए. राज्य भाजपा अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज से संकेत मिलता है कि यह देश विरोधी ताकतों का काम है.

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FIRST PUBLISHED : April 03, 2023, 23:16 IST

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पश्चिम बंगाल हिंसा: ममता बनर्जी ने की शांति की अपील, पुलिस और प्रशासन हाई अलर्ट पर

हाइलाइट्स

पश्चिम बंगाल के कई स्‍थानों पर हालात काबू में
ममता बनर्जी ने लोगों को सतर्क रहने को कहा
बोलीं- हनुमान जयंती पर फिर हो सकती है हिंसा

खेजुरी/रिसड़ा/कोलकाता (पश्चिम बंगाल). पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Chief Minister Mamata Banerjee) ने सोमवार को शांति की अपील की और ‘हिंदू भाइयों’ से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कहा. हुगली जिले के घनी आबादी वाले दो शहरों रिसड़ा और श्रीरामपुर में रामनवमी के बाद हुई हिंसा के बाद से निषेधाज्ञा लागू है. बनर्जी ने पूर्वी मेदिनीपुर के खेजुरी में एक रैली को संबोधित करते हुए सवाल किया कि भगवान राम को समर्पित रामनवमी के त्योहार के कई दिन बाद भी शोभायात्रा क्यों निकाली जा रही है. उन्होंने दावा किया कि ‘हिंसा भड़काने और तनाव पैदा करने’ का जानबूझकर प्रयास किया गया था. उन्होंने कहा, ‘रामनवमी के पांच दिन बाद तक शोभायात्रा क्यों निकाली जाएगी? यह त्योहार वाले दिन निकालें. हमें कोई आपत्ति नहीं…. लेकिन वे बंदूक और बमों के साथ या पुलिस से जरूरी अनुमति के बिना शोभायात्रा नहीं निकाल सकते.’

मुख्यमंत्री ने किसी का नाम लिए बिना कहा, ‘वे हिंसा भड़काने और तनाव उत्पन्न करने के लिए जानबूझकर अल्पसंख्यक इलाकों में प्रवेश कर रहे हैं.’ बनर्जी ने दावा किया, ‘वे (गुंडे) गरीबों के खाने के ठेले में आग लगा रहे हैं और बंदूक लेकर नाच रहे हैं.. 6 अप्रैल (हनुमान जयंती) को वे फिर से हिंसा करने की योजना बना रहे हैं. मैंने जिलाधिकारी और पुलिस को सतर्क रहने को कहा है. सिर्फ बंगाल ही नहीं, उन्होंने पूरे देश में यह परिदृश्य बनाया है.’ उन्होंने कहा कि वह ‘अपने हिंदू भाइयों से यह सुनिश्चित करने की अपील कर रही हैं कि अल्पसंख्यकों के खिलाफ कोई हिंसा न हो … कोई भी अत्याचार और हिंसा नहीं चाहता.’ पुलिस अधिकारियों ने कहा कि हुगली जिले के हिंसा प्रभावित कस्बों में स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में रही, हालांकि कुछ क्षेत्रों में निषेधाज्ञा और इंटरनेट सेवाओं पर रोक सोमवार को भी जारी रही और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल को रिसड़ा के औद्योगिक उपनगर में प्रवेश करने से रोक दिया गया. उन्होंने कहा कि हुगली जिले के रिसड़ा और श्रीरामपुर इलाकों में स्थिति पर नजर रखी जाएगी और स्थिति में सुधार होने पर आदेश में ढील दी जाएगी.

घायल भाजपा कार्यकर्ताओं से मिलने नहीं दे रही पुलिस
पुलिस ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को रिसड़ा में निषेधाज्ञा लगे होने का हवाला देते हुए वहां जाने से रोक दिया, इस पर भाजपा की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया जतायी गई. भाजपा नेता मजूमदार ने संवाददाताओं से कहा, ‘मुझे अपने घायल पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलने नहीं दिया जा रहा है. पुलिस निषेधाज्ञा का हवाला दे रही है. पुलिस कम से कम महतो और मुझे प्रवेश करने की अनुमति दे सकती है. पुलिस मुझे अनुमति नहीं देना चाहती क्योंकि वे सच्चाई को छिपाना चाहते हैं.’ मजूमदार भाजपा सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो के साथ थे. मजूमदार ने केंद्रीय बलों की तत्काल तैनाती की मांग करते हुए कहा, ‘राज्य पुलिस स्थिति को नियंत्रित करने में पूरी तरह विफल रही है.’

चंदननगर में भारी पुलिस बल तैनात, हालात नियंत्रण में, 12 गिरफ्तार
चंदननगर पुलिस आयुक्तालय के एक अधिकारी ने कहा कि झड़पों के सिलसिले में करीब 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘हालात नियंत्रण में और स्थिति शांतिपूर्ण है. निषेधाज्ञा लागू है और भारी पुलिस बल तैनात है. सुरक्षाबलों ने प्रभावित इलाकों के कुछ स्थानों पर मार्च किया. सुबह कुछ इलाकों में तनाव था. हमने भीड़ को तितर-बितर किया और सुरक्षा बढ़ा दी.’ उन्होंने कहा कि बाजारों को कुछ समय के लिए खोलने की अनुमति दी गई और पुलिस वाहनों की आवाजाही पर नजर रख रही है. अधिकारी ने कहा, ‘उम्मीद है कि स्थिति में और सुधार होगा. निषेधात्मक आदेशों को रद्द करने और इंटरनेट सेवाओं को फिर से शुरू करने पर निर्णय स्थिति के आकलन के बाद लिया जाएगा.’

रामनवमी की शोभायात्रा पर हमला हुआ था,
पुलिस ने कहा कि रिसड़ा थाना क्षेत्र में रामनवमी की दो शोभायात्रा आयोजित की गई थीं और दूसरी शोभायात्रा पर रविवार शाम करीब सवा छह बजे जीटी रोड पर वेलिंगटन जूट मिल मोड़ के पास हमला हुआ. पुलिस ने कहा कि रिसड़ा वार्ड 1-5 और श्रीरामपुर के वार्ड 24 में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई और जिले के कुछ हिस्सों में सोमवार रात 10 बजे तक इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं. राज्य सरकार ने रेखांकित किया है कि शोभायात्रा वास्तविक त्योहार के दो दिन बाद निकाली गई थी और उसके लिए आवश्यक अनुमति नहीं थी. विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि भाजपा द्वारा आयोजित रामनवमी शोभायात्रा पर हमले के लिए तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) जिम्मेदार है.

भाजपा विधायक बिमान घोष अस्‍पताल में भर्ती, टीएमसी और भाजपा ने लगाए आरोप
भाजपा के कुछ कार्यकर्ता सोमवार को रिसड़ा में प्रभावित इलाके के पास धरना देते और पार्टी के काफिले को रोके जाने का विरोध करते देखे गए. अधिकारी ने भाजपा विधायक बिमान घोष से अस्पताल में मुलाकात की जो रविवार की हिंसा में घायल हो गए थे. उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि वह प्रभावित इलाके में तुरंत जाना चाहते थे, लेकिन ममता बनर्जी प्रशासन ने उन्हें अनुमति नहीं दी. उन्होंने कहा कि प्रशासन ने प्रभावित परिवारों से मिलने से रोकने के लिए निषेधाज्ञा लागू कर दी है. उन्होंने कहा, ‘मुझे आश्चर्य है कि तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी और अन्य टीएमसी नेताओं को क्षेत्र में मुक्त पहुंच की अनुमति क्यों दी गई है, जबकि विपक्षी नेताओं को भयभीत स्थानीय लोगों और भाजपा कार्यकर्ताओं से मिलने से रोका जाता है.’ टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने भाजपा पर इलाके में अशांति फैलाने का आरोप लगाया. उन्होंने दावा किया, ‘राजनीतिक संबद्धता या धर्म देखे बिना दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. हिंसा राज्य में सांप्रदायिक सद्भाव और शांति को बाधित करने के लिए भाजपा द्वारा एक पूर्व नियोजित साजिश थी. यह मानव जीवन की कीमत पर वोट सुरक्षित करना चाहती है.’

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Tags: BJP VS TMC, Chief Minister Mamata Banerjee, West bengal, ममता बनर्जी

FIRST PUBLISHED : April 03, 2023, 23:22 IST

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MCD Mayor Elections: आ गई दिल्ली महापौर के चुनाव की तारीख, अप्रैल के अंत तक मिल जाएगा नया मेयर

हाइलाइट्स

दिल्ली के अगले मेयर का चुनाव अप्रैल के अंत तक होगा.
फिलहाल आप की शैली ओबेरॉय पद पर बनी रहेंगी.
मनोनीत सदस्यों को मतदान को लेकर फैसला अटका था.

नई दिल्ली. दिल्ली में नए सिरे से महापौर का चुनाव अप्रैल के अंत में होने की संभावना है. आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी. सूत्रों के मुताबिक, नए महापौर के चुने जाने तक शैली ओबेरॉय इस पद का प्रभार संभालती रहेंगी. एक आधिकारिक सूत्र ने कहा, ‘महापौर के पद के लिए अगला चुनाव अप्रैल के अंत में होने की संभावना है. नया महापौर चुने जाने तक शैली ओबेरॉय इस पद पर बनी रहेंगी.’

आम आदमी पार्टी (आप) की निगम पार्षद शैली ओबेरॉय को 22 फरवरी को दिल्ली का महापौर चुना गया था. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की रेखा गुप्ता को 34 मतों के अंतर से हराया था. शैली ओबेरॉय को 150 मत मिले थे, जबकि रेखा गुप्ता को कुल 266 मतों में से 116 मत मिले थे. मतदान दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के मुख्यालय सिविक सेंटर में हुआ था.

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दिल्ली को चौथे प्रयास में उसका महापौर मिला था, क्योंकि मनोनीत सदस्यों को मतदान का अधिकार दिए जाने को लेकर हुए हंगामे के बीच चुनाव नहीं गए थे. इस वित्तीय वर्ष की समाप्ति के बाद दिल्ली को नया महापौर मिलेगा. इस बीच, शैली ओबेरॉय ने सोमवार को शहर-सदर-पहाड़गंज जोन के पार्षदों व अधिकारियों के साथ विकास कार्यों की समीक्षा के लिए विशेष बैठक की.

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Tags: AAP, BJP, MCD

FIRST PUBLISHED : April 03, 2023, 23:23 IST

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COVID-19: हरियाणा में मास्क की वापसी, इन जगहों पर पहनना अनिवार्य, सोशल डिस्टेंसिंग भी हुई जरूरी

हाइलाइट्स

सभी स्वास्थ्य कर्मियों के लिए और उन जगहों पर मास्क पहनना अनिवार्य होगा, जहां 100 से अधिक लोगों के जमा होने की उम्मीद है
विज ने कहा कि अस्पतालों में खांसी-जुकाम के लक्षण वाले मरीजों की कोविड जांच अनिवार्य होगी

चंडीगढ़. हरियाणा के कुछ हिस्सों में कोरोना वायरस के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज (Anil Vij) ने सोमवार को कहा कि सभी स्वास्थ्य कर्मियों के लिए और उन जगहों पर मास्क पहनना अनिवार्य होगा, जहां 100 से अधिक लोगों के जमा होने की उम्मीद है. चंडीगढ़ (Chandigarh) प्रशासन ने अलग से एक परामर्श जारी कर निवासियों को सार्वजनिक स्थानों पर कोविड से संबंधित “क्या करें और क्या न करें” का सख्ती से पालन करने के लिए कहा, जिसमें भीड़-भाड़ वाले इलाकों में मास्क पहनना और सामाजिक दूरी भी शामिल हैं.

विज स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कोविड के प्रसार को रोकने के लिए की जाने वाली व्यवस्थाओं और तैयारियों पर एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे. विज ने कहा कि अस्पतालों में खांसी-जुकाम के लक्षण वाले मरीजों की कोविड जांच अनिवार्य होगी.

हरियाणा (Haryana Corona Cases) में लगातार कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है. रविवार को दैनिक सकारात्मकता दर 5.54 प्रतिशत को छूने के बाद सरकार सतर्क हो गई. रविवार शाम को जारी राज्य के कोविड-19 बुलेटिन में कुल 724 पॉजिटिव मामले सामने आए, जिनमें से 203 मामले उस दिन जांचे गए 4,758 नमूनों में से संक्रमण के साथ पाए गए. गुड़गांव में सबसे ज्यादा 411 मामले सामने आए, जबकि फरीदाबाद में 30 मामले सामने आए.

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Tags: Coronavirus

FIRST PUBLISHED : April 03, 2023, 23:45 IST

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कांग्रेस नेता डी शिवकुमार के खिलाफ मामला दर्ज, चुनाव प्रचार के दौरान नकदी बांटने का आरोप

मांड्या (कर्नाटक). चुनाव प्रचार के दौरान कथित तौर पर नकदी बांटने के आरोप में कांग्रेस की कर्नाटक इकाई के प्रमुख डी. के. शिवकुमार के खिलाफ पुलिस ने सोमवार को मामला दर्ज किया. मांड्या तालुक के बेविनाहल्ली गांव में 28 मार्च को बस से भीड़ पर नोट बरसाने का आरोप लगाने संबंधी शिकायत के बाद पुलिस ने शिवकुमार के खिलाफ गैर-संज्ञेय अपराध का मामला दर्ज किया था.

मामले को एक स्थानीय अदालत के समक्ष रखा गया, जिसने पुलिस को कांग्रेस की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया.

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शिकायत दर्ज होने के बाद, मांड्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा कि शिवकुमार उन कलाकारों को पैसे दे रहे थे, जिन्होंने पार्टी अभियान के दौरान एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में हिस्सा लिया था. कर्नाटक राज्य में 10 मई को विधानसभा चुनाव होंगे.

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Tags: Congress, DK Shivakumar, Karnataka, Karnataka Assembly Elections

FIRST PUBLISHED : April 03, 2023, 23:59 IST

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सजा का फैसला ‘गलत’, ये संसद सदस्यता से अयोग्य करने के लिए: राहुल गांधी की सूरत कोर्ट में दलील

सूरत(गुजरात). कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को सूरत की एक सत्र अदालत में दलील देते हुए कहा कि ‘मोदी उपनाम’ टिप्पणी को लेकर 2019 के एक आपराधिक मानहानि मामले में एक मजिस्ट्रेट अदालत द्वारा उनकी दोषसिद्धि ‘‘त्रुटिपूर्ण’’ और स्पष्ट रूप से गलत थी. साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें एक ऐसे तरीके से सजा सुनाई गई कि वह संसद सदस्य के तौर पर अयोग्य हो जाएं.

राहुल ने दोषसिद्धि और पिछले महीने सुनाई गई दो साल की कैद की सजा के खिलाफ सत्र अदालत में दायर अपनी अपील में दलील दी है कि निचली अदालत ने उनके साथ सख्ती बरती, जो एक सांसद के तौर पर उनके दर्जे से अत्यधिक प्रभावित थी. उन्होंने कहा कि एक निश्चित मोदी समाज या समुदाय जैसी कोई चीज रिकार्ड में नहीं है. दोषसिद्धि को निलंबित करने का अनुरोध करने वाली उनकी अर्जी पर 13 अप्रैल को सुनवाई होगी.

राहुल की दलील: संसद सदस्यता प्रभावित करने मिली सजा
अर्जी में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा है, ‘‘यह दलील देना तर्कसंगत प्रतीत होता है कि अर्जीकर्ता को असल में इस तरीके की सजा सुनाई जाए जो (संसद सदस्य के तौर पर) अयोग्य घोषित करने का मार्ग प्रशस्त करे. इससे पहले, दिन में अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश आर पी मोगेरा की अदालत ने उन्हें उनकी अपील का निस्तारण होने तक 15,000 रुपये के एक मुचलके पर जमानत दे दी. राहुल 2019 में केरल की वायनाड सीट से लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए थे. उन्हें 23 मार्च को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एच एच वर्मा की अदालत ने दोषी करार दिया और दो साल की जेल की सजा सुनाई थी.

राहुल को हुई है दो साल की सजा
मजिस्ट्रेट अदालत ने फैसले के खिलाफ अपील करने के लिए उन्हें 30 दिनों के लिए जमानत दी थी. फैसला सुनाये जाने के एक दिन बाद, राहुल को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया गया था. जनप्रतिनिधित्व कानून 1951 के मुताबिक, दो साल की जेल की सजा मिलने पर सांसद या विधायक संसद या विधानमंडल की अपनी सदस्यता से, दोषसिद्धि की तारीख से अयोग्य हो जाता है.

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दलील में कहा, ये साक्ष्यों का उल्लंघन
राहुल (52) ने सत्र अदालत में दायर अपनी अपील में कहा, ‘‘सीजेएम (मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट) द्वारा दोषसिद्धि का फैसला और सुनाई गई सजा त्रुटिपूर्ण, स्पष्ट रूप से विकृत, आपराधिक मुकदमे में साक्ष्य को महत्व देने के सिद्धांतों का खुला उल्लंघन है…’’ कांग्रेस नेता ने अपने वकील द्वारा दायर अर्जी में दावा किया कि दोषसिद्धि का फैसला किसी साक्ष्य के बगैर पारित किया गया.

फैसले को दी चुनौती
अर्जी के मुताबिक, मजिस्ट्रेट अदालत का फैसला पूर्वधारणा, अनुमान, अटकलबाजी और परिकल्पना के आधार पर जारी किया गया, जिसकी कहीं से भी आपराधिक कानून में अनुमति नहीं है. राहुल ने कहा कि निचली अदालत ने यह मानने में त्रुटि की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उद्योगपति नीरव मोदी, ललित मोदी, मेहुल चोकसी तथा विजय माल्या के खिलाफ आरोप लगाने के बाद भी वह नहीं रूके और इस तरह उनका इरादा मोदी उपनाम वाले सभी लोगों को अपमानित करने का था.

पूर्णेश मोदी ने दर्ज कराया था राहुल पर केस
राहुल के खिलाफ पूर्णेश मोदी ने उस टिप्पणी को लेकर शिकायत दर्ज करायी थी जिसमें उन्होंने कहा था, ‘‘सभी चोरों का उपनाम मोदी क्यों है?’’ राहुल ने 13 अप्रैल 2019 को लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान कर्नाटक के कोलार में एक रैली को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की थी. टिप्पणी को अपमानजनक माना गया और गुजरात के पूर्व मंत्री ने मामला दर्ज कराया.

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Tags: Congress, Priyanka gandhi, Rahul gandhi

FIRST PUBLISHED : April 04, 2023, 00:16 IST

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