भारतीय रेलवे ने पेश की राजधानी से भी बेहतर ट्रेन

भारतीय रेलवे की पेश की राजधानी से भी बेहतर ट्रेन

वंदे भारत

Vande Bharat Sleeper Train: वंदे भारत स्लीपर की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हैं. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने नई भारतीय रेलवे वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का अनावरण किया है. BEML की ओर से तैयार की गई नई वंदे भारत स्लीपर ट्रेन को वंदे भारत प्लेटफॉर्म पर बनाया गया है.

यात्री सुविधाओं, स्पीड और सिक्योरिटी के मामले में इसे राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनों से बेहतर बताया जा रहा है. वंदे भारत स्लीपर कैसी दिखती है? वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का इंटीरियर कैसा दिखता है? हम आपको वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की एक खास झलक दिखाते हैं.

वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की अधिकतम गति 160 किमी प्रति घंटा होगी. इसकी तेज़ गति राजधानी एक्सप्रेस की तुलना में ट्रेन की औसत गति में सुधार करेगी. 16 कोच वाली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के प्रोटोटाइप में 11 एसी 3 टियर कोच (611 बर्थ), 4 एसी 2 टियर कोच (188 बर्थ) और 1 एसी प्रथम श्रेणी कोच (24 बर्थ) होंगे.

भारतीय रेलवे और BEML के अनुसार, वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में वर्ल्ड क्लास विशेषताएं हैं. अधिकारियों का कहना है कि वंदे भारत स्लीपर ट्रेन सेट भारत की रेल क्षमताओं में एक महत्वपूर्ण छलांग है, जो यात्रियों को यूरोपीय मानकों के बराबर अनुभव प्रदान करती है.

वंदे भारत स्लीपर की खूबियां

नई ट्रेन में GFRP पैनल, ऑटोमैटिक आउटडोर पैसेंजर डोर, सेंसर बेस्ड डोर, एर्गोनॉमिक रूप से डिजाइन किए गए बदबू मुक्त टॉयलेट सिस्टम, मॉर्डन पैसेंजर फैसिलिटिज और सामान रखने की ज्यादा जगह के साथ ट्रेन का इंटीरियर बेहतर है.

ट्रेन में पैसेंजर्स के लिए यूएसबी चार्जिंग के साथ रीडिंग लाइट, दिव्यांग यात्रियों के लिए स्पेशल बर्थ और टॉयलेट, मॉड्यूलर पैंट्री, विजुअल इन्फॉर्मेशन सिस्टम, डिस्प्ले पैनल और सुरक्षा कैमरे और एसी फर्स्ट क्लास कोच में गर्म पानी के साथ शावर दिया गया है.

वंदे भारत स्लीपर कम्फर्ट

दावा किया जा रहा है कि वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनों की तुलना में यात्रियों को बेहतर बर्थ सुविधा प्रदान करेंगी. बर्थ में अतिरिक्त कुशनिंग होगी और बेहतर आराम के लिए ऊपरी बर्थ पर चढ़ने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सीढ़ी को भी फिर से डिज़ाइन किया गया है.

वंदे भारत स्लीपर सुरक्षा और क्रैशवर्थनेस

वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में दुर्घटना से बचने के लिए एडवांस एलिमेंट्स लगे हैं. इनमें विशेष रूप से डिजाइन किए गए क्रैश बफ़र्स और कपलर शामिल हैं, जिनका उद्देश्य यात्रियों की सुरक्षा को बढ़ाना है. इसके अतिरिक्त, वंदे भारत स्लीपर में इस्तेमाल की जाने वाली सभी सामग्री और घटक (Materials and components) फायर सेफ्टी स्टैंडर्डस का पालन करते हैं.

वंदे भारत स्लीपर ट्रेन यात्रियों को झटके रहित यात्रा प्रदान करेगी और पूरी तरह से सीलबंद गैंगवे बेहतर एयर-कंडीशनिंग के साथ धूल-मुक्त वातावरण सुनिश्चित करेंगे. यात्रियों के लिए शुरू किए जाने से पहले आने वाले महीनों में ट्रेन का बड़े पैमाने पर टेस्टिंग किया जाएगा.

भारतीय रेलवे रात भर की यात्रा में क्रांति लाने के उद्देश्य से वंदे भारत स्लीपर ट्रेन शुरू कर रहा है. इस ट्रेन से दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-कोलकाता जैसे प्रमुख स्वर्णिम चतुर्भुज मार्गों पर यात्रा की उम्मीद है.हालांकि वंदे भारत स्लीपर के लिए रूट अभी तक अंतिम रूप नहीं दिए गए हैं.

भारतीय रेलवे ने पेश की राजधानी से भी बेहतर ट्रेन

ओएनडीसी के जरिये मध्यप्रदेश के कारीगरों को सीधा लाभ दिलाएंगे: कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्यमंत्री श्री जायसवाल

ओएनडीसी के जरिये मध्यप्रदेश के कारीगरों को सीधा लाभ दिलाएंगे: कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्यमंत्री श्री जायसवाल

कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्यमंत्री ने कार्यभार ग्रहण कर विभागीय योजनाओं की जानकारी ली

भोपाल : बुधवार, जनवरी 3, 2024, 14:05 IST

कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दिलीप जायसवाल ने आज मंत्रालय में अपने कक्ष में विधिवत पूजा-अर्चना कर कार्यभार ग्रहण किया। कार्यभार ग्रहण करने के पश्चात राज्यमंत्री श्री जायसवाल ने विभागीय अधिकारियों से परिचय प्राप्त किया और संचालित योजनाओं एवं विभागीय कार्यों की जानकारी ली। इस अवसर पर कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग के सचिव श्री ललित दाहिमा, आयुक्त रेशम श्री मदन नागरगोजे, आयुक्त हथकरघा, खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड एवं मध्यप्रदेश संत रविदास हस्तशिल्प विकास निगम की प्रबंध संचालक श्रीमती सूफिया फारूकी, कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग के अवर सचिव श्री जी.एस. आर्य सहित अन्य विभागीय अधिकारी व जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। इस अवसर पर कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री जायसवाल ने रेशम महासंघ के अध्यक्ष का भी कार्यभार ग्रहण किया।

राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री जायसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के स्वदेशी अपनाने की मंशा को आत्मसात् करते हुए हम प्रदेश के कारीगरों एवं कलाकारों को स्वावलंबी बनाने की दिशा में कार्य करेंगे और “प्रधानमंत्री विश्वकर्मा स्वरोजगार योजना” के तहत अधिक से अधिक हितग्राहियों को जोड़ने का प्रयास करेंगे। बजट का समुचित उपयोग कर कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग को नई ऊँचाइयों तक ले जाने के लिये संकल्पित होकर कार्य करेंगे।

विभागीय योजनाओं की जानकारी लेकर राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री जायसवाल ने कहा कि कुटीर एवं ग्रामोद्योग, ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ होते हैं। इससे जरूरतमंदों को रोजगार मिलता है और उनका हुनर भी सामने आता है। इसी उद्देश्य से भारत सरकार ने सभी कारीगरों एवं कलाकारों को उनके उत्पाद एवं कला का अधिकतम मूल्य और लाभ में सीधा हिस्सा दिलाने के लिये ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स – ओएनडीसी (भारत का अपना अमेजन) नामक खुद का स्वदेशी ई-कॉमर्स प्लेटफार्म तैयार किया है। इस प्लेटफार्म के जरिये ग्रामीण कारीगरों को उनके उत्पादों की मार्केटिंग एवं क्रेताओं को सीधा विक्रय कर लाभ दिलाया जाएगा। यह कार्य एनएसई सिल्क इनक्यूबेटर द्वारा किया जाएगा। कारीगरों एवं कलाकारों के उत्पाद यूरोप, मध्य एशिया (मिडिल ईस्ट), अमेरिका और अन्य देशों को निर्यात किये जायेंगे। भारत सरकार के इस देशी ई-कामर्स प्लेटफार्म को सबसे पहले मध्यप्रदेश में लागू करने के नवोन्मेषी प्रयास किये जा रहे हैं। इससे प्रदेश के कारीगरों एवं कलाकारों के उत्पादों को उनके घर से एकत्रित कर उसे ओएनडीसी प्लेटफार्म पर प्रदर्शित किया जाएगा। क्रेता अपनी पसंद के अनुसार यह उत्पाद खरीद सकेंगे। इससे उस उत्पाद के कारीगर को अधिकतम मूल्य मिलेगा और शत-प्रतिशत लाभ उसके हिस्से में आयेगा।

राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री जायसवाल ने कहा कि ‘रेशम की खेती से किसानों की समृद्धि’ सुनिश्चित करने के लिये कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग कटिबद्ध होकर प्रयास करेगा। इस लक्ष्य के तहत किसानों को उनके खेतों में रेशम की खेती कराकर उन्हें एक लाख रूपये प्रति एकड़ सालाना आय दिलाने के प्रयास किये जायेंगे।

राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री जायसवाल ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि विभागीय कार्यों एवं विपणन गतिविधियों में और गति लाई जाए और सकारात्मक व रचनात्मक सोच के साथ “हर हाथ को काम” दिलाने के लक्ष्य की पूर्ति के लिये हरसंभव प्रयास किए जाएं।

डिजिटल प्रणाली लागू करने पर मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी को ‘‘गवर्नमेंट इंडिया पीएसयू आई टी फोरम 2023‘‘ अवार्ड

डिजिटल प्रणाली लागू करने पर मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी को ‘‘गवर्नमेंट इंडिया पीएसयू आई टी फोरम 2023‘‘ अवार्ड

भोपाल : बुधवार, जनवरी 3, 2024, 17:41 IST

मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा कंपनी कार्यक्षेत्र के भोपाल, नर्मदापुरम, ग्वालियर एवं चंबल संभाग के अंतर्गत आने वाले 16 जिलों में सतर्कता जाँच गतिविधियों के संचालन में स्व-निर्मित एवं विकसित तकनीकी माध्यम डिजिटल पंचनामा एवं बिलिंग को वृहद स्तर पर तैयार कर सफलतापूर्वक लागू करने पर आई.टी. इनोवेशन के तहत राष्ट्रीय स्तर पर आठवें “गवर्नमेंट इंडिया पीएसयू आई.टी. फोरम-2023 अवार्ड’’ से पुरस्कृत किया गया है।

यह पुरस्कार नई दिल्ली में आयोजित आठवें गवर्नमेंट इंडिया पीएसयू आई.टी. फोरम-2023 अवार्ड कार्यक्रम में प्रदान किया गया है। कंपनी की ओर से सूचना प्रौद्योगिकी के अधिकारियों ने यह अवार्ड प्राप्त किया।

गौरतलब है कि मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी को सतर्कता जाँच गतिविधियों को डिजिटल रूप से पूरे कंपनी कार्यक्षेत्र में लागू करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर आई.टी. इनोवेशन श्रेणी में यह पुरस्कार प्रदान किया गया है।

बधाई और शुभकामनाएँ

ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर एवं प्रमुख सचिव ऊर्जा श्री संजय दुबे ने पीएसयू श्रेणी में सतर्कता जॉंच गतिविधियों के डिजिटल संचालन के लिए आठवें राष्ट्रीय गवर्नमेंट इंडिया पीएसयू आई.टी. फोरम-2023 अवार्ड प्राप्त करने पर कंपनी के सूचना प्रौद्योगिकी अनुभाग सहित सभी कार्मिकों को बधाई एवं शुभकामनाएँ दी हैं।

राज्य मंत्री श्रीमती गौर ने कन्या छात्रावास का आकस्मिक निरीक्षण किया

छात्रावास परिसर में पौध-रोपण भी किया

पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती कृष्णा गौर ने आज जबलपुर प्रवास के दौरान गोकलपुर रांझी स्थित पोस्ट मैट्रिक कन्या छात्रावास का आकस्मिक निरीक्षण किया। राज्य मंत्री श्रीमती गौर ने छात्रावास की छात्राओं से अलग-अलग बात कर उनसे छात्रावास की व्यवस्थाओं और कठिनाइयों के बारे में जानकारी प्राप्त की।

राज्य मंत्री श्रीमती गौर को छात्राओं ने बताया कि उन्हें छात्रावास में सरकार द्वारा दी जा रही सभी सुविधाएँ प्राप्त हो रही हैं। छात्रावास की व्यवस्थाओं से वे संतुष्ट हैं। श्रीमती गौर ने छात्रावास के कमरों की साफ-सफाई, परिसर की साफ-सफाई, छात्रावास में दिये गये कंबल, गद्दे आदि का भी बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने छात्रावास के बाथरूम एवं टॉयलेट की सफाई व्यवस्था का भी निरीक्षण किया। राज्य मंत्री श्रीमती गौर ने छात्रावास प्रबंधन से कहा कि छात्रावास और छात्रावास परिसर में अच्छी सफाई व्यवस्था है। ऐसी व्यवस्था पर पर उन्होंने अधिकारियों की प्रशंसा की। उन्होंने मौके पर उपस्थित विभाग के अधिकारियों को छात्रावास में भारत के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री सहित सुप्रसिद्ध समाजसेवी श्रीमती सावित्रीबाई फुले की तस्वीर लगाने के निर्देश दिये। साथ ही छात्रों की मांग पर पेयजल के लिये एक वाटर कूलर भी लगाने के लिये कहा। राज्य मंत्री श्रीमती गौर ने छात्रावास परिसर में पौध-रोपण भी किया।

15 जनवरी तक थानों की सीमाओं का करें निर्धारण- मुख्यमंत्री डॉ. यादव

राष्ट्रीय पर्वों पर शासकीय बैंड आएंगे अस्तित्व में
जिलों में ओपन जेल बनाई जाय, अच्छे आचरण वाले कैदियों का मानवीय पक्ष देखें
मुख्यमंत्री ने कानून व्यवस्था की समीक्षा में प्रभावी और आदतन अपराधियों पर शिकंजा कसने के दिये निर्देश

भोपाल : बुधवार, जनवरी 3, 2024, 19:46 IST

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जबलपुर संभाग की कानून व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि जिलों में पुलिस थानों की सीमाओं का निर्धारण 15 जनवरी तक पूरा कर लिया जाए। इसके लिए एसडीएम स्तर पर सभी जनप्रतिनिधियों की बैठक में विचार-विमर्श कर थानों की सीमाओं के प्रारंभिक निर्धारण के बाद दावे-आपत्तियों का निराकरण किया जायेगा। इस प्रकार 15 जनवरी तक सीमा निर्धारण संबंधी सभी प्रक्रियाएं पूरी कर ली जाए।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जबलपुर में संभागस्तरीय कानून व्यवस्था की समीक्षा के दौरान कहा कि प्रभावी और आदतन गुंडे और बदमाशों पर सख्त कार्रवाई की जाये। उन पर शिकंजा कसा जाना ज्यादा आवश्यक है। जिससे निचले स्तर तक यह संदेश पहुंचे कि प्रशासन द्वारा आपराधिक कृत्यों में लिप्त किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आदतन अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। कानून व नियम का उद्देश्य भी यही है। साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि खुले में मांस मछली के विक्रय पर सख्ती से प्रतिबंध लगायें। खुले में इसका व्यवसाय नही हो, इसके विक्रेताओं को जब तक पक्का निर्माण नहीं हो जाता तब तक अभी फिलहाल शेड युक्त मार्केट बना कर दिया जाय और समुचित स्थान उपलब्ध कराए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जेलों में सजा पूरी कर लेने वाले बंदियों के मानवीय पहलुओं पर विचार करते हुए जिला जेल और पुलिस बल मिलकर योजना बनायें। उन्होंने जिलों में ओपन जेल बनाने की दिशा में काम करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हर जिले में पुलिस का बैंड होना चाहिए। जिससे राष्ट्रीय पर्वों पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में शासकीय बैंड का उपयोग हो इसके लिए जिन जिलों में बैंड दल नहीं है, वहां एसएएफ की कंपनियों और पुलिस बल में नई भर्ती के जवानो को प्रशिक्षण देकर पुलिस बैंड दल बनाया जाए।

इसके अलावा पुलिस द्वारा पूर्व में जिलों में प्रारंभ हुई लर्निंग कक्षाओं के संबंध में मुख्यमंत्री डॉं. यादव ने निर्देश दिये कि इस तरह सेवा और साख बढ़ाने का बेहतर काम करने वालों को सम्मानित और पुरस्कृत किया जायेगा।

मुख्यमंत्री ने पुलिस विभाग में हाल ही में हुई पदोन्नतियों के संबंध में कहा कि पदोन्नति पाने से छूट गये पात्र और योग्य प्रमोटी पुलिस कर्मियों की भी पदोन्नति की जायेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि निर्धारित आवाज की सीमा के भीतर ही लाउडस्पीकर चलें। उन्होंने डीजे सहित अधिक आवाज करने वाले यंत्रों पर सख्ती से रोक लगाने के निर्देश दिये।

इसके अलावा कलेक्टर, एसपी स्थायी और अस्थायी लाऊड स्पीकर के मामलें को गंभीरता से लें। अस्थायी तौर पर विभिन्न आयोजनों के लिए अनुमति का प्रावधान है। कलेक्टर्स इस पर विशेष निगरानी रखें।

2773 स्थानों से स्पीकर हटाये, 218 की जमानत निरस्त

इसके पहले कानून व्यवस्था के सम्बंध में जबलपुर और बालाघाट रेंज की कार्रवाई के संबंध में बताया गया कि जबलपुर और बालाघाट रेंज को मिलाकर कुल 218 की जमानत निरस्त की गई है। साथ ही 2773 स्पीकर हटाये गए है। इस मसले पर सीएम डॉं. यादव ने निर्धारित आवाजों में स्पीकर संचालन और अधिक आवाज वाले यंत्रों पर सख्ती से रोक लगाने के निर्देश दिये।

बैठक में पंचायत एवं ग्रामीण विकास एवं श्रम मंत्री प्रहलाद पटेल,लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह, परिवहन एवं स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह,लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्रीमती संपतिया उइके, केन्द्रीय इस्पात खजुराहो सांसद एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बी डी शर्मा, संभाग के सभी जिलों के सांसद व विधायकगण, महापौर, सहित मुख्य सचिव श्रीमती वीरा राणा, जबलपुर संभाग के प्रभारी अपर मुख्य सचिव विनोद कुमार और ए डी जी पी चंचल शेखर , मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव राघवेन्द्र सिंह, आयुक्त जनसंपर्क संदीप यादव संभागायुक्त अभय वर्मा ए. डी. जी. पी. उमेश जोगा, आर. पी. बालाघाट संजय कुमार और सभी संभाग के जिलों के कलेक्टर्स, पुलिस अधीक्षक और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी उपस्थित थे।

विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत हर पात्र को मिल रहा है योजनाओं का लाभ – राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल

विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत हर पात्र को मिल रहा है योजनाओं का लाभ - राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल

राज्यपाल ने हितग्राहियों को वितरित किए योजनाओं के हितलाभ

भोपाल : बुधवार, जनवरी 3, 2024, 17:12 IST

मध्यप्रदेश में 16 दिसम्बर से विकसित भारत संकल्प यात्रा जारी है। ऐसे जरूरतमंद और पात्र नागरिक जो किन्हीं कारणों से शासन की योजनाओं के हितलाभ से शेष रह गए हैं, उन तक शासन की योजनाओं का लाभ पहुंचाना और उनके जीवन में खुशहाली लाना ही विकसित भारत संकल्प यात्रा का मुख्य उद्देश्य है। इसमें आईईसी वैन में लगे एलईडी के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर पहुंचकर योजनाओं की जानकारी दी जा रही है तथा हितलाभ भी वितरित किए जा रहे हैं। राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने रायसेन जिले की ग्राम पंचायत दीवानगंज में आयोजित विकसित भारत संकल्प यात्रा कार्यक्रम में सम्मिलित होकर यह विचार व्यक्त किए।

ग्रामीणों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि केन्द्र और राज्य शासन द्वारा समाज के सभी वर्गो के लिए योजनाएं संचालित की जा रही हैं। पहले योजनाओं का लाभ लेने के लिए नागरिकों को कार्यालयों में जाना पड़ता था। लेकिन अब संकल्प इस यात्रा के माध्यम से अधिकारी स्वयं नागरिकों के पास पहुंच कर आवेदन प्राप्त कर रहे हैं। रायसेन जिले में अब तक 252 ग्राम पंचायतों में यह विकसित यात्रा पहुंच चुकी है तथा हितग्राहियों को पात्रतानुसार योजनाओं के हितलाभ भी दिये गए हैं।

राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि दूर-दराज के नागरिकों को जानकारी नहीं होने के कारण उन्हें योजनाओं का लाभ नही मिल पाता। इस यात्रा में प्रचार माध्यमों से शासन द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दूर-दराज पात्र और जरूरतमंद नागरिकों तक पहुंच रही है। योजनाओं के माध्यम से उनके जीवन में खुशहाली और समृद्धि लाने के प्रयास किये जा रहें है। नागरिक इन्हें समझें और पात्रतानुसार लाभ उठाते हुए विकास की मुख्य धारा से जुड़ें। सभी आगे बढ़ेंगे, तभी आर्थिक विकास होगा। इससे देश भी आगे बढ़ेगा और विकसित भारत का सपना साकार होगा।

राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण, प्रधानमंत्री आवास, आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री उज्ज्वला जैसी अनेक योजनाएं प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अभिनव पहल हैं। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, सुरक्षा बीमा, जीवन ज्योति एवं अटल पेंशन योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्ति तक पहुंचाया जा रहा है, स्वसहायता समूह की महिलाएं आत्मनिर्भर हो रही है। सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण के लिए महत्वपूर्ण कार्य किए गए हैं और इनके सकारात्मक परिणाम भी मिल रहे हैं। महिलाएं योजना का लाभ लेकर ना सिर्फ आत्मनिर्भर बन रहीं हैं बल्कि परिवार की उन्नति में भी योगदान दे रहीं हैं।

उन्होंने प्रधानमंत्री उज्जवला योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि इस योजना से महिलाओं को बहुत फायदा मिला है। पहले माताएं-बहनें चूल्हे पर रसोई बनाती थी, जिससे निकलने वाला धुंआ माताओं-बहनों के स्वास्थ्य पर बहुत दुष्प्रभाव डालता था। प्रधानमंत्री उज्जवला योजना में माताओं-बहनों को निःशुल्क गैस चूल्हा और कनेक्शन उपलब्ध कराया जा रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना में गरीबों को पक्के आवास दिए जा रहे हैं। कार्यक्रम को सांसद श्री रमाकांत भार्गव ने भी संबोधित किया। जिला पंचायत अध्यक्ष श्री यशवंत मीणा द्वारा आभार व्यक्त किया गया। सांची जनपद पंचायत की उपाध्यक्ष श्रीमती वैजन्ती गंगाराम चौकसे भी उपस्थित रहीं।

विकसित भारत संकल्प यात्रा में शासन की योजनाओं का हो रहा समुचित प्रचार-प्रसार

कलेक्टर श्री अरविंद दुबे ने बताया कि रायसेन जिले में कुल 521 ग्राम पंचायते हैं तथा अभी तक 252 ग्राम पंचायतों में इस यात्रा का आयोजन हो गया है। उन्होंने बताया कि इस यात्रा में सरकार की योजनाओं का समुचित प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। शिविरों के जरिये कर हितग्राहियों को हितलाभ वितरित किए जा रहे हैं।

स्टॉल्स का निरीक्षण

राज्यपाल श्री पटेल द्वारा दीवानगंज में विकसित भारत संकल्प यात्रा में कृषि महिला बाल विकास, आयुष, स्वास्थ्य विभाग, आधार अपडेशन सहित अन्य विभागों के स्टॉल्स का निरीक्षण किया गया। कलेक्टर श्री दुबे ने शिविर में आवेदन प्राप्त होने के उपरांत शीघ्रता से पात्रतानुसार हितलाभ की कार्यवाही के बारे में बताया।

राज्यपाल ने किया पौधरोपण

राज्यपाल श्री पटेल द्वारा कार्यक्रम स्थल पर कदम्ब के पौधे का रोपण भी किया गया।हितलाभ तथा प्रमाण पत्र वितरण

राज्यपाल श्री पटेल द्वारा विकसित भारत संकल्प यात्रा कार्यक्रम में विभिन्न योजनाओं के हितलाभ वितरित किए गए। उन्होंने राष्ट्रीय ड्रैगन बोट रेस में दो स्वर्ण पदक, एक रजत और दो कास्य पदक विजेता खिलाड़ी दीपा राजपूत, अंतर्राष्ट्रीय पर्वतारोही अंजना यादव, सेलिंग खेलो इंडिया अंतर्राष्ट्रीय CPR गेम्स में स्वर्ण पदक विजेता जमना लवारिया, शिल्प कुटी स्व-सहायता समूह की अनीशा बी, कक्षा 10वीं में 89.2 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाली मेधावी छात्राएं दीपिका कुर्मी तथा संजना मीणा और कक्षा 12वीं में 79.2 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले मेधावी छात्र प्रदीप लोधी को प्रमाण पत्र वितरित किए।शपथ भी दिलाई

राज्यपाल श्री पटेल ने उपस्थित जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, कर्मचारियों, नागरिकों को वर्ष 2047 तक भारत को आत्मनिर्भर और विकसित राष्ट्र बनाने के सपने को साकार करने, गुलामी की मानसिकता को जड़ से उखाड़ फेकने, देश समृद्ध विरासत पर गर्व करने, भारत की एकता को सुदृढ़ करने और देश की रक्षा करने वालों का सम्मान करने तथा नागरिक कर्तव्य निभाने की शपथ भी दिलाई।मेरी कहानी मेरी जुबानी में हितग्राहियों ने सुनाए अपने अनुभव

कार्यक्रम में अंतर्राष्ट्रीय पर्वतारोही अंजना यादव, प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण की हितग्राही श्रीमती पार्वती सोनी, आयुष्मान भारत योजना के हितग्राही श्री युग नायक, प्रधानमंत्री उज्जवला गैस योजना की हितग्राही श्रीमती आराधना नायक, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की हितग्राही रूपवती जाटव और अनीशा बी द्वारा मेरी कहानी मेरी जुबानी में शासन की योजनाओं का लाभ पाकर जीवन में आई खुशहाली और आर्थिक समृद्धि के बारे में अपने अनुभव बताये।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 72 लाख किसानों को जारी की 1560 करोड़ की सम्मान निधि

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 72 लाख किसानों को जारी की 1560 करोड़ की सम्मान निधि

प्रधानमंत्री फसल बीमा के 30 लाख दावों के 1058 करोड़ का सिंगल क्लिक से किया अंतरण
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने राज्य में 4 लाख 30 हजार पट्टों के वितरण का किया शुभारंभ
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 1 हजार 117 करोड़ से अधिक के 127 विकास कार्यों का किया लोकार्पण और भूमिपूजन
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सतना में व्यंकटेश लोक मूर्तियों का किया अनावरण
किसानों की सुविधा के लिए अनुदान पर ट्रांसफार्मर की योजना पुन आरंभ की जा रही है
डिफाल्टर किसानों को सहकारिता की व्यवस्था से खाद उपलब्ध कराया जाएगा
फसलों के नुकसान पर सर्वे कराकर राहत राशि और फसल बीमा का पैसा दिलवाया जाएगा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सतना में राज्य स्तरीय कृषक सम्मेलन को किया संबोधित

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सतना में आयोजित राज्य स्तरीय कृषक सम्मेलन में 72 लाख किसानों को किसान सम्मान निधि के 1 हजार 560 करोड़ का सिंगल क्लिक से अंतरण किया। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के 30 लाख दावों में 1 हजार 58 करोड़ रुपये किसानों के खातों में जारी किए गए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 4 लाख 30 हजार परिवारों को पट्टों का वितरण भी किया। इसके अंतर्गत मुख्यमंत्री आवास भू-अधिकार योजना (ग्रामीण) के 75 हजार, मुख्यमंत्री नगरीय भू-अधिकार योजना के 5 हजार 711 और स्वामित्व योजना के 3 लाख 50 हजार पट्टे हितग्राहियों को प्रदान किए गए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 1 हजार 117 करोड़ 58 लाख की लागत के 127 विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। इसके अंतर्गत 959 करोड़ 37 लाख रुपये के 40 कार्यों का भूमिपूजन किया गया तथा 157 करोड़ 84 लाख के अधिक के लागत के 87 करोड़ विकास कार्यों का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने व्यंकटेश लोक मूर्तियों का अनावरण भी किया, उल्लेखनीय है कि सतना स्मार्ट सिटी परियोजना के अंतर्गत सतना नगर के प्रसिद्ध व्यंकेटेश मंदिर के सौंदर्यीकरण और विकास कार्यों के तहत व्यंकेटेश लोक का निर्माण किया गया है। राज्य स्तरीय कृषक सम्मेलन में सतना के सीमावर्ती जिलों रीवा, पन्ना, कटनी, सीधी, छतरपुर, उमरिया आदि के कृषक शामिल हुए। अन्य जिलों के कृषक कार्यक्रम से वर्चुअली जुड़े।

विवेकानंद महाविद्यालय मैहर और अनेक सड़कों हुआ लोकार्पण

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 157 करोड़ 84 लाख से अधिक की लागत से हुए विकास कार्यों के अंतर्गत 61 करोड़ 26 लाख की लागत से सतना में नेक्टर झील, व्यंकेटेश मंदिर, संतोषी माता तालाब के पुर्नविकास और 50 करोड़ की लागत से बने दो मुख्यमंत्री संजीवनी क्लिनिक, चित्रकूट में 10 करोड़ की लागत से बने आईटीआई छात्रावास व आवासों का लोकार्पण किया। सात करोड़ 95 लाख की लागत से सतना जिले में बने अस्पताल, हाईस्कूल भवन जैसे विकास कार्यों, 5 करोड़ 51 लाख की लागत से निर्मित विवेकानंद महाविद्यालय मैहर और वनदेवी परिसर चित्रकूट सहित जिले की विभिन्न सड़कों और अन्य निर्माण कार्यों का लोकार्पण भी किया गया।

कामतगिरि पथ और माँ शारदा देवी मंदिर रोप-वे तथा यात्री सुविधा का हुआ भूमिपूजन

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 959 करोड़ 73 लाख लागत से किए गए कार्यों के भूमिपूजन के अंतर्गत 372 करोड़ 88 लाख की लागत से बनने वाली सतना से सोहावल नहर, 227 करोड़ 56 लाख की लागत से चित्रकूट में बनने वाले दोरीसागर बांध, 178 करोड़ 22 लाख लागत की नागौद-मैहर सड़क, 40 करोड़ 33 लाख के मझगवां सीएम राइज स्कूल, 31 करोड़ 53 लाख लागत के कामतगिरि पथ, 25 करोड़ 26 लाख के माँ शारदा देवी मंदिर यात्री सुविधा व रोप-वे का भूमिपूजन किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शासकीय महाविद्यालय नादन, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र नागौद, जिले की विभिन्न सड़कों तथा अन्य निर्माण कार्यों का भूमिपूजन किया।

हमने विकास गतिविधियों में कभी पैसे की कमी को आड़े नहीं आने दिया

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि विकास और जनकल्याण के लिए हमारी सरकार संकल्पबद्ध है। इस प्रतिबद्धता के परिणामस्वरूप हमने विकास गतिविधियों में कभी पैसे की कमी को आड़े नहीं आने दिया। किसान कल्याण के लिए उठाए गए कदम हों या कृषि के उन्नयन के लिए संचालित गतिविधियां, हमारी सरकार ने हर क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धियां अर्जित की हैं। प्रदेश में सिंचाई के रकबे को 7 लाख 50 हजार हेक्टेयर से बढ़ाकर 47 लाख हेक्टेयर किया है। जिसे बढ़ाकर 100 लाख हेक्टेयर किया जाएगा। पानी की बचत के लिए पाइप लाइन से सिंचाई की व्यवस्था की गई है। किसानों की सुविधा के लिए अनुदान पर ट्रांसफार्मर की योजना पुन आरंभ की जा रही है। किसानों को शून्य प्रतिशत पर ब्याज की व्यवस्था की गई। किसान भाईयों के लिए खाद की कमी नहीं होने दी जाएगी। डिफाल्टर किसानों को सहकारिता की व्यवस्था से खाद उपलब्ध कराया जाएगा। किसान भाईयों को यदि फसलों को नुकसान हुआ है तो सर्वे कराकर राहत की राशि और फसल बीमा का पैसा दिलवाया जाएगा।

प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में किसान कल्याण की गतिविधियां लगातार जारी हैं

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में किसान कल्याण की गतिविधियां लगातार जारी हैं। प्रतिमाह किसानों को एक हजार रुपये की राशि उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि के अंतर्गत व्यवस्था की गई है। लाड़ली बहना योजना के अंतर्गत भी किसान परिवारों को राशि प्राप्त हो रही है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में खेती को लाभ का धंधा बनाने और किसान की आय दोगुनी करने में हम सफल रहे हैं। किसान अब तीन-तीन फसलें ले रहा है, इन फसलों की खरीद की व्यवस्था भी की गई है।

गरीब कल्याण हमारी सरकार का मूल मंत्र है

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गरीब कल्याण हमारी सरकार का मूल मंत्र है। हर गरीब परिवार को रहने की जमीन का पट्टा उपलब्ध कराया जाएगा। प्रधानमंत्री आवास में जो परिवार छूट गए हैं उन्हें मुख्यमंत्री आवास योजना के अंतर्गत आवास उपलब्ध कराए जाएंगे। गरीब, किसान, युवा सहित के सभी के विकास और कल्याण के लिए गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। विद्यार्थियों को शिक्षा में प्रोत्साहन के लिए लेपटॉप और स्कूटी उपलब्ध कराई जा रही है, और युवाओं के कौशल उन्नयन के लिए भी व्यवस्था की गई है।

प्रदेश में किसानों ने चमत्कार किया है

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में किसानों ने चमत्कार किया है। राज्य सरकार ने सात सूत्रों का अनुसरण करते हुए संकट के समय सहायता उपलब्ध कराने, खेती के लिए बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराने, कृषि के उत्पादन की लागत को कम करने, खेती का उत्पादन बढा़ने, किसान को उसकी फसल का सही मूल्य दिलाने, खेती के विविधीकरण और उत्पादों की मार्केटिंग को प्रोत्साहित करने के लिए गतिविधियां संचालित कीं हैं। हमारी सरकार ने पिछले तीन साल में लगभग 2 लाख 84 हजार करोड़ रुपये की राशि के हित लाभ किसानों के खातों में अंतरित किए। 3 करोड़ 9 लाख प्रकरणों में 1 लाख 49 हजार करोड़ रुपये से अधिक के कृषि ऋण जीरो प्रतिशत ब्याज पर उपलब्ध कराये गए। फसल बीमा योजना के अंतर्गत 1 करोड़ 43 लाख से अधिक किसानों 20 हजार करोड़ से अधिक का बीमा दावा भुगतान किया गया। यह भी गौरतलब है कि देश के कुल निर्यात में 45 प्रतिशत की भागीदारी के साथ मध्यप्रदेश देश का प्रथम राज्य बना हुआ है। प्रदेश चना, उड़द, मसूर, दलहन, तिलहन, अलसी के उत्पादन में भी देश में प्रथम स्थान पर है। राज्य को लगातार सात बार कृषि कर्मण अवार्ड का सम्मान प्राप्त हुआ है।

किसानों ने हल भेंटकर मुख्यमंत्री श्री चौहान का किया अभिवादन

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कन्या पूजन और दीप प्रज्जलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया तथा किसान सम्मेलन में पधारे कृषकों का पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान को हल और मोटे अनाज भेंटकर उनका अभिवादन किया गया। कार्यक्रम में पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री रामखेलावन पटेल, सांसद सतना श्री गणेश सिंह, क्षेत्रीय विधायक गण, पंचायत और नगरीय निकायों के पदाधिकारी तथा अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

यह गर्व की बात कि बानमोर का टायर विदेशों तक जा रहा : मुख्यमंत्री श्री चौहान

यह गर्व की बात कि बानमोर का टायर विदेशों तक जा रहा : मुख्यमंत्री श्री चौहान

मध्य प्रदेश अब बीमारू नहीं, विकसित राज्यों की पंक्ति में अग्रणी राज्य
मध्यप्रदेश अब देश में औद्योगिक निवेश का केंद्र-बिंदु
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किया जेके टायर प्लांट बानमोर की क्षमता विस्तार के प्रथम चरण का उद्घाटन

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि यह गर्व की बात है कि बानमोर का टायर विदेशों तक जाकर विदेशी मुद्रा से देश को आर्थिक रूप से और मज़बूत बना रहा है। जेके टायर इंडस्ट्रीज़ के बानमोर प्लांट का ग्वालियर-चंबल संभाग सहित प्रदेश एवं देश के आर्थिक विकास में बड़ा योगदान है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने केंद्रीय कृषि और किसान-कल्याण मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर एवं केंद्रीय नागरिक उड्डयन और इस्पात मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ मुरैना के औद्योगिक क्षेत्र बानमोर में जेके टायर इंडस्ट्रीज के 312 करोड़ की लागत के मैन्यूफ़ैक्चरिंग फेसिलिटी क्षमता विस्तार के प्रथम चरण का उद्घाटन किया।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज मध्य प्रदेश विकसित राज्यों की पंक्ति में अग्रणी राज्य है, हमारी औद्योगिक विकास दर लगातार 24 प्रतिशत बनी हुई है ।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में उद्योगों के लिए अनुकूल नीति, आवश्यक इंफ्रा-स्ट्रक्चर एवं सुरक्षित वातावरण करवाने से प्रदेश देश में उद्योगों के निवेश का केंद्र बिंदु बना हुआ है। ग्लोबल इंवेस्टर समिट में 15 लाख करोड़ से अधिक के औद्योगिक निवेश के अनुबंध हुए, जिसके परिणामस्वरूप विभिन्न उद्योगों का नियमित निवेश प्रदेश में आ रहा है और नवीन रोज़गार का सृजन हो रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम प्रदेश के युवाओं के स्किल डेवलपमेंट एवं रोज़गार में वृद्धि के हर संभव प्रयास कर रहे हैं। मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना प्रारंभ की जा रही है। योजना में युवाओं को विभिन्न उद्योगों में ट्रेनिंग दी जायेगी, विभिन्न ट्रेडों के दौरान उन्हें पात्रतानुसार 8 से 10 हज़ार रुपये का स्टायपेंड भी प्रदान किया जायेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के भारत को 5 ट्रिलियन इकॉनोमी बनाने के लक्ष्य की पूर्ति की दिशा में हमने मध्यप्रदेश की इकॉनमी को 550 बिलियन का बनाने का लक्ष्य रखा है। इसमें उद्योगों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी।

केंद्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि प्रदेश एवं देश के विकास में उद्योगों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उद्योगों से नवीन रोज़गार का सृजन होता है,कराधान बढ़ता है जो प्रदेश और देश को आर्थिक रूप से मज़बूत करता है। जेके टायर इंडस्ट्रीज ने ग्वालियर-चंबल संभाग के आर्थिक विकास एवं बड़ी संख्या में रोज़गार देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

केंद्रीय नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान के नेतृत्व में 18 वर्षों में बीमारू राज्य के टैग को हटाकर आज प्रदेश विकसित राज्यों की पंक्ति में अग्रणी है। जेके टायर इंडस्ट्रीज़ ने प्रदेश के आर्थिक विकास में बड़ा योगदान दिया है एवं देश-दुनिया में नाम बनाया है।

पूर्व मंत्री श्री रुस्तम सिंह, अल्पसंख्यक वित्त विकास निगम के अध्यक्ष श्री रघुराज कंसाना, ऊर्जा विकास निगम के अध्यक्ष श्री गिर्राज दण्डोतिया, विधायक श्री कमलेश जाटव और समाजसेवी श्री हमीर सिंह पटेल, उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने किया जेके टायर प्लांट का भ्रमण

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने केंद्रीय मंत्री द्वय श्री तोमर और श्री सिंधिया एवं जेके टायर इंडस्ट्रीज़ के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर श्री रघुपति सिंघानिया एवं श्री अंशुमन सिंघानिया के साथ प्लांट का भ्रमण किया।

रोजगार सहायकों के जीवन से अनिश्चिंतताएँ खत्म होंगी : मुख्यमंत्री श्री चौहान

रोजगार सहायकों को मिलेगा 18 हजार रू. मानदेय
अवकाश सहित सेवा संबंधी कार्यों में भी मिलेंगी अनेक सुविधाएँ
प्रांतीय सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने की महत्वपूर्ण घोषणाएँ

भोपाल : बुधवार, जून 28, 2023, 20:24 IST

रोजगार सहायकों के जीवन से अनिश्चिंतताएँ खत्म होंगी : मुख्यमंत्री श्री चौहान

रोजगार सहायकों को मिलेगा 18 हजार रू. मानदेय
अवकाश सहित सेवा संबंधी कार्यों में भी मिलेंगी अनेक सुविधाएँ
प्रांतीय सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने की महत्वपूर्ण घोषणाएँ

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में कार्य कर रहे रोजगार सहायकों के हित में आज महत्वपूर्ण घोषणाएँ कीं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अब रोजगार सहायकों को मानदेय में वृद्धि सहित विभिन्न सुविधाओं का लाभ मिलेगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान की घोषणाएँ

  • 1. वर्तमान में रोजगार सहायकों को मिल रहे मानदेय में वृद्धि की जाएगी। इसे दोगुना किया जाएगा। वर्तमान में 9,000 मासिक मानदेय के स्थान पर 18,000 मानदेय देने की व्यवस्था की जाएगी ।
  • 2. अब रोजगार सहायकों की सेवा आसानी से समाप्त नहीं की जा सकेगी। विभागीय जाँच/ अन्य जाँच आदि के पश्चात, आवश्यक प्रक्रिया अपनाने के बाद ही कार्यवाही होगी।
  • 3. सामान्य अवकाश सहित प्रसूति अवकाश आदि की सुविधा भी मिलेगी।
  • 4. मातृत्व अवकाश के साथ ही पितृत्व अवकाश भी प्रदान किया जाएगा ।
  • 5. पंचायत सचिव की नियुक्ति में 50 प्रतिशत स्थान रोजगार सहायकों के लिए सुरक्षित रहेंगे।
  • 6. रोजगार सहायकों को भविष्य में स्थानांतरण और नियुक्ति से संबंधित कार्यों में पंचायत सचिवों के समान ही माना जाएगा। इसके लिए आवश्यक नियम बनाए जाएंगे।

योजनाओं के क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं रोजगार सहायक

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में आज शाम रोजगार सहायकों के प्रदेश स्तरीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में रोजगार सहायकों की विशेष भूमिका है। कोरोना काल में भी आम जनता और अन्य प्रदेशों के श्रमिकों को राहत देने में रोजगार सहायकों ने महत्वपूर्ण कार्य किया। एक समय मनरेगा से संबंधित कार्य के लिए दायित्व निभाने वाले रोजगार सहायकों ने मनरेगा के क्रियान्वयन को व्यवस्थित करने के बाद राशन कार्ड बनवाने, संबल योजना, आयुष्मान कार्ड बनवाने, राष्ट्रीय परिवार सहायता कार्यक्रम और लाड़ली बहना योजना से संबंधित महत्वपूर्ण कार्यों को सफलतापूर्वक किया है। रोजगार सहायकों ने कम्प्यूटर सीखा और उसे चलाने में भी दक्ष बने। अनेक योजनाओं के क्रियान्वयन में कम्प्यूटर, लेपटॉप की सहायता लेनी होती है, फिजिकल का डिजिटल से मेल करवाने का कार्य रोजगार सहायकों ने किया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिंदगी से अनिश्चितता खत्म करना आवश्यक है। रोजगार सहायक मेरे लिए विशेष हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिस तरह रामेश्वरम से लंका तक सेतु बंध बनाए गए थे आज रोजगार सहायक भी नल और नील जैसी भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं। सेतु निर्माण में गिलहरियों ने भी योगदान दिया था। ऐसे कार्यों में योगदान देने वाला प्रत्येक व्यक्ति महत्वपूर्ण होता है।

रोजगार सहायकों ने विकास में सहयोगी बनने का संकल्प लिया

मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा रोजगार सहायकों के हित में महत्वपूर्ण घोषणाएँ किये जाने पर कार्यक्रम स्थल पर मौजूद समस्त रोजगार सहायकों ने एक साथ प्रसन्न स्वर से मुख्यमंत्री श्री चौहान के प्रति धन्यवाद व्यक्त किया और प्रदेश के विकास में समर्पित भाव से सहयोग करने का संकल्प लिया।

कार्यक्रम में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री महेंद्र सिंह सिसौदिया, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री श्री राम खेलावन पटेल, सामान्य वर्ग आयोग के अध्यक्ष श्री शिव चौबे, मध्यप्रदेश राज्य कर्मचारी कल्याण समिति के अध्यक्ष श्री रमेशचन्द्र शर्मा, मध्यप्रदेश रोजगार सहायक संगठन के अध्यक्ष श्री रोशन सिंह परमार, श्री संजय सिंह, अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्री मलय श्रीवास्तव उपस्थित थे।

प्रदेश में 33 सीएम राइज विद्यालयों के लिये 1335 करोड़ रूपये की स्वीकृति

प्रदेश में 33 सीएम राइज विद्यालयों के लिये 1335 करोड़ रूपये की स्वीकृति मुख्यमंत्री शहरी अधो-संरचना विकास योजना के लिये 1700 करोड़ रूपये की स्वीकृति विद्युत वितरण कंपनियों के लिये 24 हजार करोड़ रूपये से अधिक सब्सिडी की स्वीकृति दीनदयाल रसोई योजना में मिलेगा अब 5 रूपये प्रति थाली भोजन मुख्यमंत्री श्री चौहान की अध्यक्षता में मंत्रि-परिषद के निर्णय

मुख्यमंत्री शहरी अधो-संरचना विकास योजना के लिये 1700 करोड़ रूपये की स्वीकृति
विद्युत वितरण कंपनियों के लिये 24 हजार करोड़ रूपये से अधिक सब्सिडी की स्वीकृति
दीनदयाल रसोई योजना में मिलेगा अब 5 रूपये प्रति थाली भोजन
मुख्यमंत्री श्री चौहान की अध्यक्षता में मंत्रि-परिषद के निर्णय

भोपाल : बुधवार, जून 28, 2023, 17:40 IST

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आज समत्व भवन में हुई मंत्रि-परिषद की बैठक में प्रदेश में 33 सर्वसुविधायुक्त विद्यालयों के लिये अनुमानित लागत 1335 करोड़ 20 लाख रूपये में निर्माण किये जाने की स्वीकृति प्रदान की गई। सी.एम. राइज योजना के प्रथम चरण में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा 275 विद्यालय विकसित किये जा रहे हैं। इनमें से 33 विद्यालयों के निर्माण के लिये डी.पी.आर तैयार कर परियोजना परीक्षण समिति के समक्ष 20 मार्च 2023 को प्रस्तुत किये गये।

विद्युत वितरण कंपनियों के लिये 24 हजार करोड़ रूपये से अधिक सब्सिडी की स्वीकृति

मंत्रिपरिषद द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिये निर्धारित दरों में प्रदेश के घरेलू उपभोक्ताओं के लिये अटल गृह ज्योति योजना में स्वीकृत सब्सिडी एवं विभिन्न उपभोक्ता श्रेणियों को सब्सिडी देते हुए इसके एवज में विदयुत वितरण कंपनियों को सब्सिडी दी जाने की स्वीकृति प्रदान की गई। कंपनियों को विभिन्न श्रेणियों में 24 हजार 196 करोड़ 47 लाख रूपये की सब्सिडी स्वीकृति दी गई।

मुख्यमंत्री शहरी अधोसंरचना विकास योजना के लिये 1700 करोड़ रूपये की स्वीकृति

मंत्रि-परिषद् ने प्रदेश के समस्त नगरीय निकायों में अधो-संरचना विकास के लिए “मुख्यमंत्री शहरी अधोसंरचना विकास योजना” चतुर्थ चरण को दो वर्षों (वित्तीय वर्ष 2023-24 एवं 2024-25) के लिए राशि रू. 1700 करोड़ की स्वीकृति प्रदान की। योजना में सड़क निर्माण तथा अनुषांगिक कार्य, शहरी यातायात सुधार, नगरीय सौन्दर्यीकरण, सामाजिक एवं खेल अधोसंरचनाएँ, उद्यान विकास सम्बन्धी कार्यों के साथ ही निकाय के कार्यालय भवन निर्माण/ उन्नयन के कार्य किये जा सकेंगे। योजना का क्रियान्वयन विभागीय मार्गदर्शन में नगरीय निकायों द्वारा किया जायेगा। इस योजना के लागू किये जाने से, विभिन्न शहरों में आवश्यक अधोसंरचनाएँ उपलब्ध हो सकेंगीं।

6 जिलों में नवीन चिकित्सा महाविद्यालय स्थापित किये जाने की सैद्धांतिक स्वीकृति

मंत्रि-परिषद् द्वारा खरगोन, धार, भिण्ड, बालाघाट, टीकमगढ़ तथा सीधी जिलों में 100 एम.बी.बी.एस सीट प्रवेश क्षमता के नवीन चिकित्सा महाविद्यालय स्थापित किये जाने के लिये सैद्धांतिक सहमति प्रदान की गई है। चिकित्सा महाविद्यालय की स्थापना से क्षेत्र की जनता को तृतीयक स्तर की चिकित्सकीय सुविधाएँ उपलब्ध होने के साथ-साथ प्रदेश के छात्रों के लिये चिकित्सा क्षेत्र की 600 एम.बी.बी.एस. सीट की वृद्धि होगी।

 भोज वेटलैंड की 1097.11 हेक्टेयर भूमि पर्यावरण वानिकी वनमंडल भोपाल को हस्तांतरित करने की स्वीकृति

मंत्रि-परिषद् ने भोज वेटलैंड भोपाल की 1097.11 हेक्टेयर भूमि जो वर्तमान में भोज वेटलैंड, प्रशासक राजधानी परियोजना प्रशासन, नगरीय विकास एवं आवास विभाग के आधिपत्य में है, में से बड़ा तालाब एवं उसके जल भराव क्षेत्र को छोड़कर और व्ही.आई.पी. रोड़ को 8 लेन करने हेतु नवीन एकरेखण में आने वाली भूमि को छोड़ कर शेष भूमि को संयुक्त सीमाकंन के पश्चात पर्यावरण वानिकी वनमंडल भोपाल कोहस्तान्तरित करने का निर्णय लिया है।

यह भी निर्णय लिया है कि मध्यप्रदेश वृक्षों का परीक्षण (नगरीय क्षेत्र) अधिनियम 2001 की धारा 4 में प्रावधान अनुसार उक्त भूमि के भारसाधक वन क्षेत्रपाल को वृक्ष अधिकारी नियुक्त किया जाये। भविष्य में अन्य वृक्षारोपण क्षेत्रों को हस्तांतरित करने की स्थिति निर्मित होने पर मुख्य सचिव, संबंधित विभागों की आपसी सहमति से क्षेत्र हस्तांतरण करने के संबंध में निर्णय लेंगें।

दीनदयाल रसोई योजना में मिलेगा अब 5 रूपये प्रति थाली भोजन

प्रदेश के नगरीय क्षेत्रों में व्यवसाय एवं श्रम कार्यों के लिये ग्रामीण क्षेत्रों से जरूरतमंद व्यक्तियों और परिवारों का आगमन होता है। शासन द्वारा प्रदेश के 55 नगरीय निकायों के 119 रैन बसेरा/ आश्रय-स्थलों में इनके लिये अस्थाई आश्रय तथा दीनदयाल रसोई योजना के प्रथम चरण 07 अप्रैल, 2017 से प्रदेश के 51 नगरीय निकायों के 56 रसोई केन्द्रों में किफायती दरों पर पौष्टिक भोजन की व्यवस्था की गई है।

कोविड-19 महामारी के समय रसोई केन्द्रों की महत्ता भी प्रदर्शित हुई। इसलिये 26 फरवरी, 2021 को रसोई योजना के द्वितीय चरण में 52 जिला मुख्यालयों तथा 06 धार्मिक नगरों मैहर, ओंकारेश्वर, महेश्वर, अमरकंटक, ओरछा एवं चित्रकूट में कुल 100 रसोई केंद्रों का संचालन आरंभ किया गया था। योजना में प्रत्येक जरूरतमंद को रूपये 10 प्रति व्यक्ति की दर से भोजन उपलब्ध कराया जाता है। अब तक 01 करोड़ 62 लाख थालियों का वितरण किया जा चुका है।

योजना में पूर्व में स्थापित 100 रसोई केन्द्रों के अतिरिक्त, 20 नवीन स्थाई रसोई केन्द्र तथा ऐसे लोगों की मदद के लिये जो स्थाई रसोई केंद्रों पर नहीं पहुंच पाते हैं, उनके लिये 16 नगर निगमों तथा पीथमपुर एवं मण्डीदीप में कुल 25 नवीन चलित रसोई केन्द्र, इस प्रकार कुल 45 नवीन रसोई केन्द्र खोले जाने एवं मात्र रुपए 5 प्रति व्यक्ति की दर से रसोई में भोजन उपलब्ध कराने का निर्णय मंत्रि-परिषद द्वारा लिया गया है।

“प्राइस सपोर्ट स्कीम” में मंडी एवं निराश्रित शुल्क की छूट की स्वीकृति

मंत्रि-परिषद व्दारा केंद्र/राज्य शासन की संस्थाओं द्वारा भारत सरकार की “प्राइस सपोर्ट स्कीम” में प्रदेश के कृषकों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अधिसूचित कृषि उपज के उपार्जन पर मंडी शुल्क की छूट के साथ में निराश्रित शुल्क के भुगतान पर भी छूट प्रदान करने का निर्णय लिया गया। साथ ही प्राइस सपोर्ट स्कीम में वर्ष 2022 (विपणन मौसम 2022-23) में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उपार्जित ग्रीष्मकालीन मूँग एवं ग्रीष्मकालीन उड़द पर भी निराश्रित शुल्क में छूट प्रदान की गई है।

  सिंचाई परियोजना के लिये 190 करोड़ रूपये की स्वीकृति

मंत्रि-परिषद द्वारा सीप-अम्बर काम्पलेक्स सिंचाई परियोजना फेस-2 लागत राशि 190 करोड़ 11 लाख रूपये सैंच्य क्षेत्र 13 हजार 457 हेक्टेयर की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई। परियोजना से सीहोर जिले की भैरूंदा तहसील के 24 ग्रामों की 13 हजार 457 हेक्टेयर सैंच्य क्षेत्र में सिंचाई सुविधा का लाभ प्राप्त होगा।

मध्यप्रदेश पुलिस स्वास्थ्य सुरक्षा योजना की निरंतरता को मंजूरी

मंत्रि-परिषद् द्वारा प्रदेश में 19 अगस्त 2013 से संचालित मध्यप्रदेश पुलिस स्वास्थ्य सुरक्षा योजना की महत्ता को देखते हुए योजना को 31 मार्च, 2019 के पश्चात से निरंतर बनाये रखते हुए आगामी पाँच वर्ष तक निरंतर संचालित किये जाने की स्वीकृति प्रदान की गई।

केला फसल क्षति की राहत राशि में वृद्धि

मंत्रि-परिषद द्वारा राजस्व पुस्तक परिपत्र खण्ड छ. क्रमांक 4 के परिशिष्ट-1 (एक) (ख) की तालिका में केले की फसल हानि पर वर्तमान में आर्थिक अनुदान सहायता के लिए निर्धारित मापदण्डों में संशोधन को मंजूरी दी गयी। केला की फसल में 25 से 33 प्रतिशत क्षति होने पर 30 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर अनुदान सहायता राशि, 33 से 50 प्रतिशत क्षति होने पर 54 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर अनुदान सहायता राशि एवं 50 प्रतिशत से अधिक क्षति होने पर 2 लाख रूपये प्रति हेक्टेयर अनुदान सहायता राशि करने की स्वीकृति दी गई। आर्थिक अनुदान सहायता राशि की अधिकतम देय सीमा 3 लाख रूपये के स्थान पर 6 लाख रूपये से अधिक नहीं होगी।

अन्य निर्णय

मंत्रि-परिषद द्वारा राजस्व विभाग की वार्ड क्र. 05, ग्राम- तिलिमाफ़ी, जिला सागर, स्थित पार्ट-बी भूमि परिसम्पत्ति जिसका खसरा क्रमांक 147/1/1/1/1 कुल रकबा 3000 वर्गमीटर के निर्वर्तन के लिये H-1 निविदाकार तथा वार्ड क्र 13, सुसनेर, जिला आगर मालवा, म. प्र. स्थित भूमि परिसम्पत्ति खसरा क्रमांक 1859/4, कुल रकबा 1760 वर्गमीटर के H-1 निविदाकार एवं कुटीर एवं ग्रामोद्योग की ब्लॉक-2, ग्राम एहसानपुरा, तहसील सारंगपुर, जिला-राजगढ़ भूमि परिसम्पत्ति सर्वे क्रमांक 58 कुल रकबा 8550 वर्गमीटर, के H-1 निविदाकार की संस्तुति करते हुए उसे विक्रय करने एवं निविदा राशि का 100% जमा करने के बाद अनुबंध / रजिस्ट्री की कार्यवाही जिला कलेक्टर द्वारा किए जाने का निर्णय लिया गया।